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Gujarat: रामनवमी के मौके पर हुई हिंसा के बाद एक्शन में आई पुलिस, अब तक 24 लोगों की गिरफ्तारी

Gujarat वडोदरा में रामनवमी के मौके पर हुए पथराव के बाद पुलिस एक्शन में आ गई है। अब तक पुलिस ने 24 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं हिंदू संगठनों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि पुलिस ने इन रास्तों पर सुरक्षा व्यवस्था नहीं रखी थी।

By AgencyEdited By: Shalini KumariUpdated: Fri, 31 Mar 2023 12:16 PM (IST)
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वडोदरा में हुए पथराव के बाद पुलिस ने हिरासत में लिए 24 लोग
वडोदरा, पीटीआई। गुजरात के वड़ोदरा शहर में सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील इलाकों में रामनवमी के दो जुलूसों पर कथित रूप से पथराव करने के आरोप में पुलिस ने 24 लोगों को हिरासत में लिया है। इस बात की जानकारी एक शीर्ष अधिकारी ने शुक्रवार को दी है। आपको बता दें, घटना गुरुवार को उस समय हुई जब कई इलाकों रामनवमी मनाई जा रही थी।

वडोदरा पुलिस कमिश्नर शमशेर सिंह ने कहा कि इलाके में स्थिति को काबू किया जा चुका है और लोगों ने अपने रोजाना के गतिविधियों में व्यस्त हो गए हैं।

पुलिस ने हिरासत में लिए 24 लोग

वडोदरा पुलिस कमिश्नर शमशेर सिंह ने कहा, "गुरुवार को शहर में रामनवमी के जुलूस के दौरान हुई पथराव की घटनाओं के सिलसिले में हमने अब तक 24 लोगों को हिरासत में ले लिया है। एफआईआर दर्ज होने के बाद उन्हें औपचारिक रूप से जल्द ही गिरफ्तार भी कर लिया जाएगा। फिलहाल, स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। कल से इलाके में सामान्य स्थिति भी बहाल हो चुकी है।"

फतेहपुर और कुंभारवाड़ा में जुलूस पर हुआ पथराव

पुलिस ने कहा कि फेतहपुर और कुंभारवाड़ा जैसे सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील इलाकों से रामनवमी का जुलूस निकल रहा था, उसी दौरान भीड़ ने उनपर पथराव शुरू कर दिया। इस पथराव के कारण जुलूस में शामिल दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। स्थानीय भाजपा विधायक मनीषा वकील भी उस जुलूस का हिस्सा थीं। इन पर भी कुंभरवाड़ा में हमला किया गया था।

पथराव के दौरान लोगों में मची भगदड़

समाचार चैनलों पर कुछ वीडियो भी दिखाए जा रहे हैं, जिसमें पथराव के दौरान लोग इधर-उधर भागते नजर आ रहे हैं। इसके साथ ही, भगवान राम की मूर्ति ले जा रहे एक रथ को पत्थरों से बचाने के लिए भक्त उसे खींचकर सुरक्षित स्थान पर ले जाते नजर आ रहे हैं।

कुछ घायलों ने मीडिया को बताया कि बदमाशों ने छतों से जुलूस पर पथराव करना शुरू कर दिया था। उस घटना से कुछ घंटे पहले, फतेहपुरा इलाके में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और बजरंग दल द्वारा आयोजित रामनवमी के जुलूस पर भी पत्थर फेंके गए थे।

हिंदू संगठनों ने पुलिस पर लगाए आरोप

हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया था कि यह जानते हुए भी कि इन इलाकों में पहले भी इसी तरह की हिंसक घटनाएं हो चुकी हैं, पुलिस ने हर साल निकाले जाने वाले जुलूस के रास्ते पर किसी तरह की सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए थे।

घटना के बाद, बजरंग दल की वडोदरा इकाई के प्रमुख केतन त्रिवेदी ने दावा किया था कि बदमाशों ने रामनवमी के जुलूस पर सुनियोजित साजिश के तहत हमला किया था और इसी तरह की घटनाएं पहले भी कई मौकों पर हुई थीं।

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