आरोपी को छुड़ाने के लिए बन गया फर्जी CMO अधिकारी, घुमा दिया SP को फोन; गुजरात में अपराध की एक अजीबोगरीब कहानी
गुजरात पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जिसने कथित तौर पर खुद को मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) का अधिकारी बताया था और जामनगर के पुलिस अधीक्षक से साइबर अपराध मामले में गिरफ्तार एक आरोपी को रिहा करने के लिए कहा था। फोन नंबर को ट्रैक करते हुए पुलिस ने पटेल का पता लगाया। पटेल को शनिवार को अहमदाबाद से गिरफ्तार किया गया और जामनगर लाया गया।
जामनगर, पीटीआई। बॉलीवुड हो या हॉलीवुड, दोनों जगह कई ऐसी फिल्में बन चुकी है, जहां आरोपी साथी को छुड़ाने के लिए क्रिमिनल ग्रुप अजीबोगरीब साजिश रचते हैं। हालांकि, एक आरोपी ने एक ऐसे अपराध को अंजाम दिया है, जिसे सुनकर कोई भी व्यक्ति हैरान हो जाएगा।
गुजरात पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जिसने कथित तौर पर खुद को मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) का अधिकारी बताया और जामनगर के पुलिस अधीक्षक से साइबर अपराध मामले में गिरफ्तार एक आरोपी को रिहा करने के लिए कहा था।
एसपी को फोन कर खुद को बताया सीएमओ अधिकारी
पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी कि निकुंज पटेल (Nikunj Patel) नामक आरोपी ने कथित तौर पर 10 अगस्त को जामनगर के पुलिस अधीक्षक प्रेमसुख डेलू (Jamnagar Superintendent of Police Premsukh Delu) के आधिकारिक नंबर पर व्हाट्सएप कॉल किया और खुद को सीएमओ अधिकारी बताया।
अमीर असलम को रिहा करने के लिए किया फोन
उसने वरिष्ठ पुलिस अधिकारी से एक अमीर असलम को रिहा करने के लिए कहा। वहीं, उसने पुलिस अधिकारी को कहा था कि उसकी असलम से फोन पर बात कराई जाए। असलम को हाल ही में साइबर अपराध से संबंधित अपराध में गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस अधिकारी ने इस मामले की जांच की। जांच के बाद पता चला कि एसपी को जिस फोन नंबर से कॉल आया था वह सीएमओ के किसी अधिकारी का नहीं था।
आईपीसी की धारा 170 के तहत मामला दर्ज
फोन नंबर को ट्रैक करते हुए पुलिस ने पटेल का पता लगाया। पटेल को शनिवार को अहमदाबाद से गिरफ्तार किया गया और जामनगर लाया गया। पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी कि भारतीय दंड संहिता की धारा 170 (एक लोक सेवक का रूप धारण करना) के तहत पटेल पर मामला दर्ज किया गया है।