Cyclone Tauktae: गुजरात में तूफान टाक्टे से भारी नुकसान, विजय रूपाणी करेंगे हवाई निरीक्षण
Cyclone Tauktae गुजरात सरकार ने चक्रवात प्रभावित जिले भावनगर गीर सोमनाथ अमरेली व जूनागढ सहित सौराष्ट्र दक्षिण गुजरात में युद्ध स्तर पर राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया है। सौराष्ट्र के 125 बस डिपो से एक हजार बसों का संचालन शुरू किया गया है।
By Sachin Kumar MishraEdited By: Updated: Wed, 19 May 2021 08:17 PM (IST)
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। Cyclone Tauktae: चक्रवात टाक्टे के गुजर जाने के बाद अब गुजरात व दीव में तबाही के मंजर सामने आ रहे हैं। मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 45 हो गया, वहीं खेती व फलों के बागों को भारी नुकसान हुआ है। 30 लाख टन नमक भी पानी में बह गया, वहीं पर्यटन स्थल दीव भी उजाड़ नजर आने लगा है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने मृतकों को चार-चार लाख व घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता की घोषणा की है। वे गुरुवार को सौराष्ट्र के प्रभावित जिलों का हवाई निरीक्षण करेंगे। गुजरात सरकार ने चक्रवात प्रभावित जिले भावनगर, गीर सोमनाथ, अमरेली व जूनागढ सहित सौराष्ट्र, दक्षिण गुजरात में युद्ध स्तर पर राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया है। सौराष्ट्र के 125 बस डिपो से एक हजार बसों का संचालन शुरू किया गया है। 9685 गांवों में से करीब छह हजार में बिजली सुविधा बहाल कर दी गई है। प्रभावित क्षेत्रों के बाधित 959 राष्ट्रीय व राज्यमार्ग पर आवागमन शुरु कर हो गया है।
45 की मौत, 28 हजार घर उजडेराजस्व विभाग की मानें तो राज्य में डेढ़ लाख हेक्टेयर में फसल बर्बाद हुई है। आम, नारियल, चीकू के पेड़ व मूंगफली, कपास, बाजरा व गेहूं की फसलें नष्ट हो चुकी हैं। इंडियन साल्ट मेन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन के अनुसार, गुजरात में 30 लाख टन नमक खराब हो गया है। गुजरात में चक्रवात से 45 की मौत हो चुकी है, 50 हजार वृक्ष उखड़ने व 28 हजार घर व झोपडे़ नष्ट होने का अनुमान है। मंगलवार का दिन अहमदाबाद के लिए भी उथल पुथल भरा रहा। 50 से 80 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चली हवाओं ने जहां कई घर व झोपडे़ उजाड़ दिए, वहीं 200 से अधिक वृक्ष उखड़ गए। 24 घंटे में छह इंच बारिश दर्ज की गई। बुधवार शाम को जमालपुर, ढालघरवाड काजी का धाबा के पास बनी एक पांच मंजिला इमारत अचानक गिर गई। एक दिन पहले ही यहां रहने वालों परिवार इसे खाली करके कहीं अन्यत्र चले गए थे। जमीन में नमी के कारण यह ताश के पत्ते की तरह ढह गई।
लापता नहीं हुए गीर के शेरगीर जंगल से 18 एशियाई शेरों के चक्रवात में लापता होने की बात को वन विभाग ने अफवाह बताया है। मुख्य वनसंरक्षण अधिकारी वसंत वसावडा ने बताया कि गीर जंगल में सभी शेर सुरक्षित हैं तथा वन विभाग उनकी लगातार निगरानी कर रहा है। चक्रवात के कारण शेरों को कोई नुकसान नहीं हुआ तथा ना ही शेर लापता हुए हैं।
पीएम मोदी ने घोषित किया राहत पैकेज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात से प्रभावित गुजरात के विविध जिलों के लिए 1000 करोड़ का राहत पैकेज घोषित किया है। साथ ही, चक्रवात के कारण मारे गए लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को गुजरात के एक दिवसीय दौरे पर आए थे। उन्होंने भावनगर, जूनागढ़, अमरेली तथा सोमनाथ जिले का हवाई निरीक्षण किया। इसके बाद भावनगर से सीधे अहमदाबाद एयरपोर्ट पहुंचे। यहां उन्होंने मुख्यमंत्री विजय रूपाणी मुख्यमंत्री कार्यालय के विशेष प्रधान सचिव के कैलाशनाथन मुख्य सचिव अनिल मुकीम राजस्व विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग की प्रधान सचिव डॉ जयंती रवि आदि अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक में चक्रवात से हुए नुकसान का आकलन किया। चक्रवात से प्रभावित लोगों को राहत व पुनर्वास के लिए 1000 करोड़ रुपये का पैकेज की घोषणा की। मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता करेगी। केंद्र सरकार की ओर से घायलों को भी 50 - 50 हजार रुपये की सहायता दी जाएगी।
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