सोमनाथ मंदिर को लूटने वाले महमूद गजनवी को बताया नेक, वीडियो हुआ वायरल; आरोपी गिरफ्तार
सोमनाथ मंदिर (Somnath Temple) से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर खड़े होकर वीडियो बनाने वाले मौलाना इरशाद रसीद (Irshad Rashid) को पुलिस ने हरियाणा के पानीपत से गिरफ़तार कर लिया है। आरोपी मौलाना इरशाद रसीद ने वीडियो में महमूद गजनवी (Mahmood Ghaznavi) को इस्लाम का नेक बंदा बताया था।
By Babita KashyapEdited By: Updated: Wed, 17 Mar 2021 08:58 AM (IST)
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। सोमनाथ मंदिर (Somnath Temple) के पास खड़े होकर उसे लूटने वाले महमूद गजनवी (Mahmood Ghaznavi) को इस्लाम का नेक बंदा बताने वाला वीडियो बनाकर उसे वायरल करने वाले इरशाद रशीद (Irshad Rashid) को हरियाणा के पानीपत से गिरफ्तार कर लिया है। इसमें वह कहता है कि आज गजनवी को चोर लुटेरा कहा जाता है लेकिन वह इस्लाम का गौरव है।
गुजरात के गीर सोमनाथ जिले में स्थित ऐतिहासिक सोमनाथ मंदिर से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर खड़े होकर मौलाना इरशाद रसीद ने एक वीडियो बनाकर वायरल किया जिससे हिंदू धर्म के लोगों की भावनाएं आहत होती है। सोमनाथ ट्रस्ट के प्रबंधक विजयसिंह चावडा ने इस संबंध में पुलिस को एक शिकायत दर्ज कराई जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपी को हरियाणा के पानीपत से गिरफ़तार कर लिया है। हालांकि पुलिस ने अधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं की है। मौलाना रशीद ने पुलिस में शिकायत होने के बाद एक ओर वीडियो जारी कर माफी मांगते हुए कह रहा है कि उसने यह वीडियो ऐसे ही बना लिया था। किसी की भावना को आहत करना उसका उद्देश्य नहीं था।
यह वहीं समुद्र है जो पाकिस्तान को भारत से जोड़ता है
गौरतलब है कि मौलाना इरशाद ने जो वीडियो वायरल किया उसमें वह समुद्र किनारे खड़े होकर हाथ के इशारे से सोमनाथ मंदिर की ओर इशारा करते हुए यह कहते हुए नजर आता है कि यह वही सोमनाथ मंदिर है जिसे महमूद गजनवी व मुहम्मद कासिम ने फतह किया था। कासिम ने अपने सेना के साथ इसी सागर को पार कर भारत को जीत लिया था। वह यह भी बताता है कि यह वहीं समुद्र है जो पाकिस्तान को भारत से जोड़ता है। गजनवी को इस्लाम का नाम रोशन करने वाला तथा इतिहास में एक गौरवशाली महान पुरुष बताते हुए इरशाद आगे कहता है कि इनके इतिहास को पढ़ना व पढ़ाना चाहिए। पुलिस ने उसकी पहचान कर ली है तथा खबर है कि उसे हरियाणा के पानीपत से दबोच लिया है।
सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट ने की शिकायत दर्ज
मौलाना इरशाद ने कहा है कि 4 मई 2019 को वह गुजरात गया था, सोमनाथ भी घूमा था उस दौरान यह वीडियो बनाया था। सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट ने मंदिर के अपमान तथा हिंदुओं की भावना को भड़काने वाला बताते हुए इसके खिलाफ शिकायत की तो अब उसने दूसरा वीडियो जारी कर इंटरनेट मीडिया व टीवी चैनल पर उसका गलत अर्थ निकालने की बात करने लगा है। वह कहता है मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा सब पूजा स्थल हैं बस सबके तरीके अलग-अलग हैं, उसका मकसद मंदिर का अपमान करना अथवा किसी की तौहीन करना नहीं था। पुलिस अधीक्षक कार्यालय ने बताया है कि इस मामले में इरशाद के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153ए व 295 ए के तहत केस दर्ज किया है।
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