Exclusive: '30 साल पहले तैयार हुआ था राम मंदिर का मॉडल, आज सपना हो रहा साकार', शिल्पकार चंद्रकांत सोमपुरा से खास बातचीत
अगले साल 22 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन होने जा रहा है। करोड़ों लोगों का सपना साकार होने वाला है। आज से 30 साल पहले राम मंदिर का डिजाइन तैयार हुआ था और उसी डिजाइन के आधार पर राम मंदिर का भव्य निर्माण हो रहा है। गुजराती जागरण की टीम ने डिजाइन बनाने वाले चंद्रकांत सोमपुरा से खास बातचीत की।
किशन प्रजापति, अहमदाबाद। अयोध्या में राम मंदिर का पूरा देश को वर्षों से बेसब्री से इंतजार था, उसकी प्राण-प्रतिष्ठा होने में अब बस कुछ ही दिन बचे हैं। सालों की जद्दोजहद के बाद अयोध्या में राम मंदिर का काम अपने अंतिम चरण में है। 30-35 साल पहले मूल रूप से पालीताणा और अब अहमदाबाद के रहने वाले चंद्रकांत सोमपुरा ने राम मंदिर निर्माण आंदोलन के दौरान VHP अध्यक्ष अशोक सिंघल के अनुरोध पर राम मंदिर का डिजाइन बनाया था। कई वर्षों बाद सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद चंद्रकांत सोमपुरा के बनाए डिजाइन के मुताबिक अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर बन रहा है। ये हरेक देशवासीओं के लिए गर्व की बात है।
गुजराती जागरण की टीम ने चंद्रकांत सोमपुरा से खास बातचीत की। जिसमें उन्होंने मंदिर का डिजाइन कैसे और कब बनाया गया और मंदिर के गर्भगृह, भगवान की मूर्ति, कलाकृति और निर्माण की विशेषताएं क्या हैं, इसके बारे में विस्तृत जानकारी साझा की। जिसे यहां शब्दशः प्रस्तुत किया गया है।
'30-35 साल पहले अशोक सिंघल ने राम मंदिर का डिजाइन तैयार करने को कहा था'
चंद्रकांत सोमपुरा ने कहा कि 30-35 साल पहले VHP अध्यक्ष अशोक सिंघल ने मुझसे राम मंदिर का डिजाइन तैयार करने को कहा था। उस वक्त VHP ने अयोध्या में राम जन्मभूमि पर राम मंदिर बनाने का फैसला किया था। डी डी बिरला ने कहा कि आप अशोक सिंघल के साथ अयोध्या जाएं और जगह देखकर मंदिर का डिजाइन तैयार करें। इसके बाद मैं अशोक सिंघल के साथ अयोध्या गया और उसके बाद उन्होंने मुझे बताया कि वह मंदिर कैसे बनाना चाहते हैं।'पहली बार कदम गिनकर मापी राम मंदिर की जगह'
चंद्रकांत सोमपुरा ने कहा, इसके बाद जहां ढांचा था वहां सरकार ने हमें टेप से माप लेन से इनकार कर दिया। इसलिए हमने कदम गिनकर माप लिया था। माप लेने के बाद हम लोग बाहर आये और प्रभु श्रीराम की कृपा से जब नक्शा आया तो वास्तविक माप हमारे द्वारा कदम से लिए गये माप से कुछ ही फुट आगे-पीछे था। फिर हमने उसके अनुसार राम मंदिर के दो या तीन प्लान बनाए। जिसमें से अशोक सिंघल ने एक प्लान चुना और मॉडल बनाने को कहा। मॉडल बनाने के बाद सभी को यह पसंद आया और फिर हरिद्वार के कुंभ मेले में जब मॉडल को सभी साधु-संतों के सामने रखा गया तो सभी को इस मंदिर का डिजाइन पसंद आया।
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'राम मंदिर में एक गर्भगृह और पांच मंडप बनाए गए हैं'
चंद्रकांत सोमपुरा ने कहा, पहले मंदिर में गर्भगृह था। सामने गुड मंडप और नृत्य मंडप थे। अत: सामान्य मंदिर का निर्माण इसी प्रकार किया जाता है। इस तरह नए मंदिर का मॉडल तैयार किया गया। जब यह निर्णय लिया गया कि इस मंदिर को बड़ा बनाना है तो मैंने मंदिर के सामने एक मंडप बढ़ाया और पीछे दो मंडप बनाये जिससे कुल मिलाकर पांच मंडप और एक गर्भगृह बना। ये सब हुआ है नगरशैली में। श्रीराम मंदिर का गर्भगृह अष्टकोणीय है। अर्थात भगवान विष्णु के आठ अवतार हैं, तदनुसार आठ दिशाएं हैं। जिसके कारण गर्भगृह को अष्टकोणीय बनाया गया है। इसके शीर्ष पर शिखर, मंदिर, गुड मंडप, नृत्य मंडप, रंग मंडप, सभा मंडप और प्रार्थना मंडप भी नागर शैली में बने हैं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।नगरशैली में शास्त्रों के अनुसार बनाया गया मंदिर
चंद्रकांत सोमपुरा ने कहा, हम कई पीढ़ियों से मंदिर का निर्माण कर रहे हैं। सोमनाथ मंदिर मेरे दादाजी ने बनवाया था, तो हम जानते हैं कि मंदिर कैसे बनता है और अगर विष्णुजी का मंदिर है तो वहां क्या होना चाहिए, अगर शिवजी का मंदिर है तो वहां क्या होना चाहिए। मेरे दादाजी ने मंदिर शास्त्र पर 16 पुस्तकें लिखी हैं, जिनके अनुसार हम मंदिर का निर्माण करते हैं।L&T को काम देने का फैसला पहले से ही था
चंद्रकांत सोमपुरा ने कहा, जब अशोक सिंघल थे तब L&T के निदेशक ने कहा था कि हम इस मंदिर का काम करना चाहते हैं। इसके बाद अशोक सिंघल ने कहा कि काम शुरू होने के बाद हम L&T से काम कराएंगे। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद जब काम शुरू हुआ तो L&T को मंदिर बनाने का ठेका दिया गया। L&T हमारे निर्देशानुसार हमारी प्लान के मुताबिक काम करती है। मेरा बेटा हर 15 दिन में वहां जाता है। हमारे तीन-चार आदमी वहां मौजूद हैं। इसके अलावा हम काम करने के लिए जरूरी सुझाव भी देते हैं। इस प्रकार मंदिर का कार्य हो रहा है।વી઼ડિયોઃ 30 વર્ષ પહેલાં VHP પ્રમુખના કહેવાથી બનાવ્યું હતું મોડેલ, આજે એ જ ડિઝાઈન મુજબ 2000 કરોડથી વધુના ખર્ચે અયોધ્યામાં બની રહ્યું છે ભવ્ય મંદિર #ayodhya #AyodhyaDham #ayodhyarammandir #AyodhyaRamTemple #ayodhyarammandirnirman
Posted by Gujarati Jagran on Friday, 22 December 2023