Kishan Bharwad Murder Case: एटीएस ने की आरोपी मौलाना कमरगनी से पूछताछ, आरोपी ने उगले कई राज
Kishan Bharwad Murder Case किशन भरवाड हत्याकांड मामले में जांच कर रहे आतंकवाद निरोधक दस्ते की टीम ने मौलाना कमरगनी उस्मानी व मौलवी अयूब से पूछताछ की। कमरगनी ने बताया कि बीते 6 माह में गुजरात के करीब सौ युवकों को उसने अपने संगठन से जोड़ा है।
By Babita KashyapEdited By: Updated: Wed, 02 Feb 2022 07:39 AM (IST)
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। धंधूका में किशन भरवाड की हत्या मामले की जांच कर रही एटीएस को मौलाना कमरगनी ने बताया कि बीते 6 माह में गुजरात के करीब सौ युवकों को उसने अपने संगठन से जोड़ा है। उधर मौलवी अयूब के घर व मदरसा से एयरगन, छर्रे व धार्मिक पुस्तक बरामद हुई। साजिश में शामिल एक ओर आरोपी भावनगर से पकड़ा गया।
किशन भरवाड हत्याकांड की जांच कर रहे आतंकवाद निरोधक दस्ते की टीम ने मौलाना कमरगनी उस्मानी व मौलवी अयूब से पूछताछ की। कमरगनी ने बीते छह माह में गुजरात के सौ से अधिक स्लम युवकों को अपनी कट्टरपंथी संस्था तहरीक फरोग ए इस्लाम का सदस्य बनाया है। प्रति सदस्य वह इनसे 365 रुपये लेता है, पुलिस को राज्य में इस संस्था के और कई स्लीपर सेल एक्टिव होने की भी आशंका है। देश के अन्य राज्यों में भी इसका नेटवर्क फैला होने के चलते सरकार इसकी जांच नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी को भी सौंप सकती है। उधर एटीएस की टीम मंगलवार को अयूब को लेकर उसके जमालपुर स्थित घर व मदरसे पर गई जहां उसे एयरगन, छर्रे व धार्मिक पुस्तक बरामद हुई। पुलिस का कहना है कि इस एयरगन से वह निशाना लगाने का अभयास करता था।
हत्याकांड के लिए राजकोट के अजीम समा को हथियार देने वाले रमीज सेता को स्पेशल आपरेशन ग्रुप की टीम ने भावनगर में धर दबोचा। रमीज को एटीएस के सुपूर्द कर दिया गया है। उससे हथियार कहां से लाए तथा और कितने हथियार गुजरात में अवैध तरीके से जमा किये गये हैं इसकी पूछताछ की जा रही है। 25 जनवरी को धंधूका में किशन भरवाड की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। किशन ने इंटरनेट मीडिया पर इस्लाम व मौहम्मद पैगंबर को लेकर विवादित वीडियो पोस्ट किया था। आरोपी शब्बीर व इम्तियाज इसको लेकर नाराज थे। हालांकि उस पोस्ट को लेकर पुलिस कार्यवाही के बाद किशन भरवाड ने माफी मांग ली थी तथा दोनों समुदायों में एक सहमति भी बन गई थी।
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