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अहमदाबाद में संतों की हुई बैठक में, गुजरात के बंद पड़े पुराने मंदिरों के जीर्णोद्धार का लिया फैसला; कहा- फिर से शुरू होगी पूजा-अर्चना

Ahmedabad News अहमदाबाद के नकलंग महादेव मंदिर में अखिल भारतीय संत समिति और अहमदाबाद के जगन्नाथ मंदिर की ओर से रविवार को संत मिलन और सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें प्रदेश भर से 200 से ज्यादा साधु-संत मौजूद थे। दंडी स्वामी जीतेंद्रानंद महाराज ने कहा है कि संतों ने निर्णय लिया है कि इस सम्मेलन के दौरान गुजरात में बंद पड़े पुराने मंदिरों का जीर्णोद्धार किया जाएगा।

By Jagran News Edited By: Babli Kumari Updated: Mon, 05 Feb 2024 02:09 PM (IST)
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अखिल भारतीय संत समिति (फोटो- गुजराती जागरण)
डिजिटल डेस्क, अहमदाबाद। अहमदाबाद के नकलंग महादेव मंदिर में अखिल भारतीय संत समिति और अहमदाबाद के जगन्नाथ मंदिर की ओर से रविवार को संत मिलन और सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें प्रदेश भर से 200 से ज्यादा साधु-संत मौजूद थे। दंडी स्वामी जीतेंद्रानंद महाराज ने कहा है कि संतों ने निर्णय लिया है कि इस सम्मेलन के दौरान गुजरात में बंद पड़े पुराने मंदिरों का जीर्णोद्धार किया जाएगा और फिर से पूजा शुरू की जाएगी।

अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महासचिव दंडी स्वामी जीतेंद्रानंद महाराज ने सम्मेलन में आगे कहा, 'हमने कोई धोखा नहीं किया है, अयोध्या, काशी और मथुरा उस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। हम भारतीय संविधान में विश्वास करते हैं।

'हमें ज्ञानवापी और मथुरा प्राप्त होंगे'

उन्होंने आगे कहा कि 1993 में ज्ञानवापी में पुजारी को धमकी मिलने के बाद पूजा बंद कर दी गई थी। जिला जज ने पूजा रोकने वालों से पूछा है कि पूजा क्यों रोकी गयी, ज्ञानवापी मस्जिद के चारों तरफ बैरिकेडिंग किये जाने का लिखित आदेश कहां है, किसके आदेश से बैरिकेडिंग की गयी। दंडी स्वामी ने आगे कहा कि उन लोगों को पूजा रोकने या बैरिकेडिंग करने का कोई आदेश नहीं था। उन्होंने धोखा दिया है और अब उन्हें जवाब देना होगा। हमें ज्ञानवापी और मथुरा प्राप्त होंगे।

'बंद पड़े मंदिरों का हो जीर्णोद्धार'

गुजरात को लेकर संतों ने निर्णय लिया है कि राज्य के जो मंदिर वर्षों से बंद हैं, उनका जीर्णोद्धार किया जाए और लोग मंदिर में जाएं। हमें मंदिर की रक्षा करनी है। 

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