प्रमुख स्वामी महाराज शताब्दी महोत्सव के लिए बनाया गया प्रमुख स्वामी नगर, रोजाना हजारों लोग कर रहे आवागमन
अहमदाबाद में प्रमुख स्वामी नगर बनाया गया है। इसमें प्रमुख स्वामी महाराज शताब्दी महोत्सव मनाया जा रहा है। बताया जा रहा है इस महोत्सव में रोजाना हजारों लोग दर्शन करने आते हैं। इसमें कई तरह की व्यवस्थाएं की गई हैं।
By Jagran NewsEdited By: Shalini KumariUpdated: Thu, 12 Jan 2023 03:13 PM (IST)
अहमदाबाद, ऑनलाइन डेस्क। प्रमुख स्वामी महाराज शताब्दी महोत्सव के लिए बनाया गया प्रमुख स्वामी नगर समाज, धर्म, विज्ञान, अध्यात्म के साथ मानवता, विनम्रता, पवित्रता व प्रेम का अद्भुत संगम बन गया है। यहां अविरल संस्कारों की सरिता बह रही है, हर रोज लाखों लोग इस नगर में आकर भारतीय सभ्यता, संस्कार, ऋषी परंपरा व धार्मिक और सामाजिक शक्ति का अनुभव करते हैं। इसके 7 प्रवेश द्वारों पर क्यूआर कोड लगाया गया है जिसे स्केन कर व्यक्ति 600 एकड भूभाग में फैले नगर में भ्रमण कर सकता है और साथ ही अगर वो भ्रमण के दौरान अपना रास्ता भूल जाता है तो वो इस क्यआर कोड के जरिए अपने रास्ते पर पहुंच सकता है। बच्चों को संस्कार के संकल्प व महिला-पुरुषों के यज्ञ और हवन की भी यहां व्यवस्था की गई है।
प्रमुख द्वार पर बनाए गए हैं महान संतों की तस्वीर
प्रमुख स्वामी नगर में प्रवेश के लिए बने द्वारों में संत द्वार सबसे प्रमुख है, इसके ऊपर भारत के महान संतों के चित्र बनाए गए हैं। संत परंपरा को श्रद्धांजलि देने के उद्देश्य से 380 फीट लंबा व 52 फीट ऊंचा द्वार बनाया गया है। बाकि 6 प्रवेश द्वारों को भी कलात्मक रुप से काफी सजाया गया है। बीएपीएस मीडिया का काम देख रहे तीरथ स्वामी ने बताया कि ढाई सौ से अधिक किसानों ने निस्वार्थ भाव से दो साल के लिए इस महोत्सव के लिए 600 एकड़ जमीन दी है। एक अनुमान लगाया गया है कि अब तक महोत्सव में एक करोड़ से अधिक महिला, पुरुष और बच्चे दर्शन कर चुके हैं। बताया जा रहा है कि महोत्सव में हर वक्त 8 से 10 हजार विशिष्ट लोग उपस्थित होते हैं।
80 हजार स्वयंसेवक, 900 संत कार्यरत
प्रमुख स्वामी नगर, अहमदाबाद महानगर के सरखेज गांधीनगर हाइवे के समानांतर बने रिंग रोड पर बनाया गया है। संस्था के वर्तमान महंत स्वामी महाराज के मार्गदर्शन से करीब 80 हजार स्वयंसेवक 24 घंटे सेवारत हैं। साथ ही करीब 900 संत महात्मा प्रमुख स्वामी नगर की व्यवस्था, यहां आने वाले नर व नारियों की सेवा व सहायता के लिए तत्पर रहते हैं। इस नगर को बनाने के काम 1 दिसंबर, 2021 को शुरू किया गया था। खेतों की जमीन को समतल कर सीमेंट के करीब 1 करोड़ 50 लाख पेवर जमाने के लिए नीचे सीमेंट की फर्श तैयार की गई। देश व दुनिया के 10 लाख 35 हजार 108 पुष्प व पौधों से इस नगर को जीवंत स्वरूप दिया गया। बीएपीएस से जुड़े स्वयंसेवक व संतों ने 77 लाख 38672 घंटों के श्रम से इस नगर को यह स्वरूप प्रदान किया। महोत्सव के संचालन के लिए 45 विभाग बनाए गए हैं जिसमें व्यवस्था, सुरक्षा, लाइट, म्यूजिक, प्रदर्शन, मीडिया, सूचना एवं संवाद, वीआईपी आतिथ्य, बुजूर्ग एवं दिव्यांगों की सहायता, 30 भोजनशाला, पानी की व्यवस्था, स्वास्थ्य, सफाई, परिवहन आदि कार्य प्रमुख हैं।पीएसएम 100 नगर ऐप्लीकेशन
महोत्सव के लिए बने नगर की रुपरेखा, नेविगेशन के लिए पीएसएम 100 नगर एप्लीकेशन तैयार की गई है। यहां अगर मोबाइल नेटवर्क काम नहीं कर रहा हो तो इंटरनेट के बिना इस एप्लीकेशन के जरिए सूचना एवं संवाद प्रसारित किया जा सकता है। तीरथ स्वामी महाराज बताते हैं कि नगर में प्रवेश करने वाले लोगों का एक डेटा बेस तैयार होता है जिससे हर पल यह पता चलता है कि नगर में कितने लोग मौजूद हैं और कितने समूह यहां विजिट पर हैं।
प्रमुख स्वामी को पिता तुल्य मानते हैं मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रमुख स्वामी महाराज को अपने पिता तुल्य मानते हैं तथा उन्होंने ही महोत्सव का उद्घाटन किया। केंद्रीय ग्रह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जय शंकर, रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव, केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, केंद्रीय डेयरी एवं पशुपालन मंत्री परसोत्तम रुपाला, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस समेत देश विदेश के कई नामी राजनीतिज्ञ, राजनयिक एवं उच्च प्रशासनिक अधिकारी इस महोत्सव में शिरकत कर चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व ग्रहमंत्री अमित शाह 15 जनवरी को इसके पूर्णाहति महोत्सव में शामिल होंगे।प्रेम व अध्यात्म बरसाती झांकियां
नगर में प्रवेश करते ही प्रमुख स्वामी महाराज की 45 फीट ऊंची प्रतिमा बरबस ही ध्यान खींचती है, शाम होते ही हजारों दीपकों से रोशन यह गोल आकार वाले प्लेटफार्म पर बनी प्रतिमा की आभा देखते ही बनती है। दिल्ली अक्षरधाम मंदिर की जिप्सम व प्लास्टर ऑफ पेरिस की प्रतिक्रति इस नगर की सबसे खास आकर्षण बनी हुई है। 8 लाख 50 हजार एयर बबल्स में 22 हजार मेडिकल इंजेक्शन के जरिए रंग भरकर प्रमुख स्वामी का एक सुंदर आभामय चित्र उकेरा गया है। लंदन में 141 महिला स्वयंसेविकाओं ने दो माह से अधिक समय मेहनत कर कंप्यूटर से रंगों के शेड तैयार कर इस कलाक्रति को उकेरा। करीब डेढ़ माह तक इसे सुखाकर कट व पेस्ट कर इसे प्रमुख स्वामी नगर में दर्शाया गया है। प्रमुख स्वामी महाराज के विशाल ह्रदय को दर्शाती इस कलाक्रति को संत परम हितकारी का नाम दिया गया है।
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