'राहुल जी दिक्कत सीट में नहीं आप में है, जहां जाओगे वहां हारोगे', अमित शाह का कांग्रेस नेता पर कसा तंज
केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि यह विपक्षी गठबंधन ही है जिसने दलितों आदिवासियों और पिछड़े वर्गों के लिए निर्धारित कोटा को लूट लिया। उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक में सरकार बनाने के बाद उन्होंने (कांग्रेस) ओबीसी के लिए निर्धारित चार प्रतिशत आरक्षण को लूटकर मुसलमानों को चार प्रतिशत आरक्षण दिया। आंध्र प्रदेश में उन्होंने मुसलमानों को पांच प्रतिशत आरक्षण दिया जिससे ओबीसी का कोटा कम हो गया।
पीटीआई, छोटा उदयपुर (गुजरात)। गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी के दो लोकसभा क्षेत्रों वायनाड और रायबरेली से चुनाव लड़ने पर कटाक्ष किया और दावा किया कि कांग्रेस नेता रायबरेली से भारी अंतर से हारेंगे। उन्होंने कहा कि असल में दिक्कत सीट में नहीं बल्कि आप में है, जहां जाओगे वहीं हारोगे। वे शनिवार को गुजरात के छोटा उदयपुर व नवसारी जिलों के अलावा दमन में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे।
शाह ने कहा कि कांग्रेस अपने नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है। जब वह अमेठी से केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी से चुनाव हार गए तो केरल के वायनाड चले गए। चूंकि उन्हें अहसास हो गया है कि इस बार वे वायनाड से हार जाएंगे, इसलिए उन्होंने फिर उत्तर प्रदेश का रुख किया और अमेठी के बजाय रायबरेली से चुनावी समर में उतरे हैं।शाह ने कहा- ''राहुल बाबा, मेरी सलाह मानें। समस्या आपके साथ है, सीटों को लेकर नहीं। आप रायबरेली से भी भारी अंतर से हारेंगे। अगर आप भाग भी जाएंगे तो लोग आपको ढूंढ लेंगे।'' उन्होंने कहा कि राहुल बाबा एंड कंपनी यह झूठ फैला रही है कि अगर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी फिर सत्ता में आ गए तो आरक्षण खत्म कर देंगे। उन्होंने कहा कि मोदी के पास 2014 और 2019 में पूर्ण बहुमत था। लेकिन उन्होंने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण को कभी नहीं छुआ। यह मोदी की गारंटी है कि जब तक भाजपा सत्ता में है, कोई भी आपके आरक्षण को छू नहीं सकता है।
केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि यह विपक्षी गठबंधन ही है जिसने दलितों, आदिवासियों और पिछड़े वर्गों के लिए निर्धारित कोटा को लूट लिया। उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक में सरकार बनाने के बाद उन्होंने (कांग्रेस) ओबीसी के लिए निर्धारित चार प्रतिशत आरक्षण को लूटकर मुसलमानों को चार प्रतिशत आरक्षण दिया। आंध्र प्रदेश में उन्होंने मुसलमानों को पांच प्रतिशत आरक्षण दिया, जिससे ओबीसी का कोटा कम हो गया। उन्होंने कहा कि अगर विपक्षी गठबंधन केंद्र में सत्ता में आया तो वह इन वर्गों के लिए निर्धारित कोटा छीनकर मुसलमानों को दे देगा।
उन्होंने कहा कि इस चुनाव में एक ओर चांदी का चम्मच लेकर पैदा होने वाले राहुल गांधी हैं तो दूसरी ओर चाय बेचने वाले गरीब घर में पैदा हुए नरेन्द्र मोदी। मोदी 23 साल से बिना छुट्टी लिए देश सेवा में लगे हैं और दीपावली भी सरहदों पर जवानों के साथ मनाते हैं तो दूसरी ओर गर्मियों के बढ़ते ही थाईलैंड और बैंकाक जाकर छुट्टियां मनाने वाले राहुल हैं। एक ओर 12 लाख करोड़ रुपये के घोटाले करने वाला इंडी गठबंधन है तो दूसरी ओर 23 साल से सीएम-पीएम के पद पर रहने वाले मोदी हैं जिन पर आज तक 25 पैसे के भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।शाह ने यह भी कहा
- कांग्रेस ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को रोकने की कोशिश की थी और जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का विरोध किया था। वह अपना वोट बैंक खिसकने के डर से अयोध्या में समारोह में नहीं आए।
- कांग्रेस शुरू से ही आदिवासी विरोधी रही। उसने लगभग 70 वर्षों तक किसी आदिवासी को देश का राष्ट्रपति नहीं बनने दिया। मोदी ने देश को पहली बार द्रौपदी मुर्मु के रूप में आदिवासी राष्ट्रपति दिया।
- मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने का मतलब है देश से नक्सलवाद और आतंकवाद का पूरी तरह खात्मा। देश की अर्थव्यवस्था को तीसरे नंबर पर लाना।
- सालों से कांग्रेस अनुच्छेद 370 को अनाथ बच्चे की तरह पाल कर बैठी थी। मोदी ने इसे समाप्त कर कश्मीर को हमेशा के लिए भारत का हिस्सा बना दिया।
- 10 वर्षों में मोदी ने गरीब कल्याण के लिए ढेर सारे काम किए हैं। इनमें 80 करोड़ गरीबों को प्रति माह प्रति व्यक्ति पांच किलो मुफ्त अनाज देना, 12 करोड़ शौचालय बनवाना, चार करोड़ लोगों को आवास, 10 करोड़ लोगों को उज्ज्वला का कनेक्शन देने आदि के काम शामिल हैं।
- इंडी गठबंधन में से राहुल गांधी, शरद पवार, ममता बनर्जी, स्टालिन, अखिलेश यादव या लालू यादव कोई भी प्रधानमंत्री नहीं बन सकते हैं या फिर हर साल बारी-बारी प्रधानमंत्री बनेंगे।
- इंडी गठबंधन में न नेता है, न नीति है और न ही नीयत। भारत को मजबूर नहीं बल्कि मोदी जैसा मजबूत नेतृत्व चाहिए।
- आम आदमी पार्टी 'शहरी नक्सली पार्टी' है, इसके उम्मीदवार की जीत से माओवादी खतरा पैदा होगा।