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'अराजकता फैलाने वाले देश के भीतर भी हैं और बाहर भी', एकता दिवस पर PM मोदी की दुनिया से शांति की अपील

पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर जरात के केवड़िया में स्थित ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पर जाकर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए मौजूदा वक्त में देश की एकता और अखंडता की ताकत पर जोर दिया। वहीं विश्व शांति पर भी पीएम मोदी ने जोर दिया। इस दौरान केवड़िया में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया।

By Agency Edited By: Piyush Kumar Updated: Thu, 31 Oct 2024 11:05 AM (IST)
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पीएम मोदी ने एकता दिवस के अवसर पर देश की अखंडता के महत्व पर जोर दिया।(फोटो सोर्स: भाजपा)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि दी। वल्लभभाई पटेल की आज 149वीं जयंती है। प्रधानमंत्री ने गुजरात के केवड़िया में स्थित ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पर जाकर पुष्पांजलि अर्पित की।  एकता दिवस के अवसर पर केवड़िया में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वहीं, इसके अलावा सैन्य परेड का भी आयोजन किया गया।

इस अवसर पर पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित भी किया। उन्होंने कहा, "आज हमारे सामने एक ऐसा भारत है जिसके पास विजन भी है, दिशा भी है और संकल्प भी। ऐसा भारत जो सशक्त भी है और समावेशी भी, जो संवेदनशील भी है और सतर्क भी, जो विनम्र भी है और विकास की राह पर भी, जो शक्ति और शांति, दोनों का महत्व जानता है।

पीएम मोदी ने की दुनिया से शांति की अपील 

प्रधानमंत्री ने आगे कहा,"दुनिया में जब बहुत उथल-पुथल मची हुई है, तब सबसे तेज गति से विकास करना सामान्य नहीं है। युद्ध के दौरान बुद्ध के संदेशों का संचार करना सामान्य नहीं है। जब दुनिया के अलग-अलग देशों में संबंधों का संकट हो, तब भारत का विश्वबंधु के रूप में उभरना सामान्य नहीं है। जब दुनिया में एक देश से दूसरे देश की दूरियां बढ़ रही हैं, तब दुनिया के देश भारत के करीब आ रहे हैं। ये सामान्य नहीं है, ये एक नया इतिहास रचा जा रहा है। आज दुनिया देख रही है कि भारत कैसे दृढ़ संकल्प के साथ अपनी समस्याओं का समाधान कर रहा है।"

पीएम मोदी ने बिना नाम लिए विपक्ष पर साधा निशाना

प्रधानमंत्री ने कहा, "आज स्थिति ऐसी है कि एकता की बात करना भी गुनाह हो गया है। एक समय था जब हम स्कूल, कॉलेज, घर और बाहर बड़े गर्व के साथ एकता के गीत गाते थे। अगर आज कोई ये गीत गाएगा तो अर्बन-नक्सल के लोग उसे गाली देने का मौका निकाल लेंगे और अगर आज कोई कह दे कि हम एक हैं तो हम सुरक्षित हैं तो ये लोग इसे भी गलत तरीके से परिभाषित करना शुरू कर देंगे। हमें ऐसे लोगों, ऐसी सोच, ऐसी प्रवृत्तियों, ऐसे रवैये से पहले से ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है।"

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि भारत की बढ़ती ताकत के साथ, भारत में एकता की बढ़ती भावना के साथ, कुछ ताकतें हैं, कुछ विकृत विचार हैं, कुछ विकृत मानसिकता है, कुछ ताकतें हैं जो बहुत परेशान हैं। भारत के अंदर और भारत के बाहर ऐसे लोग भारत में अस्थिरता और अराजकता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। वे भारत के आर्थिक हितों को नुकसान पहुंचाने में लगे हुए हैं।

 वो ताकतें चाहती हैं कि दुनिया के निवेशकों में गलत संदेश जाए। भारत की नकारात्मक छवि सामने आए। ये लोग भारतीय सेना को भी निशाना बना रहे हैं। गलत सूचना अभियान चलाए जा रहे हैं। वे सेना में अलगाव पैदा करना चाहते हैं। उनकी हर कोशिश का एकमात्र उद्देश्य भारतीय समाज को कमजोर करना, भारत की एकता को कमजोर करना है। ये लोग कभी नहीं चाहते कि भारत का विकास हो। क्योंकि कमजोर भारत की राजनीति, गरीब भारत की राजनीति ऐसे लोगों को सूट करती है। ये गंदी राजनीति 5 दशकों से देश को कमजोर करके की जा रही है। 

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