ISRO की सेटेलाइट तस्वीरों से पता चला, तस्कर ने किस तरह बनाया बंगला; हेरोइन जब्ती मामले में है मुख्य आरोपित
एनसीबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इसरो के एडवांस्ड डाटा प्रोसेसिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट द्वारा उपलब्ध कराई गई। सैटेलाइट तस्वीरों से पता चलता है कि कैसे उसने तीन साल में देवभूमि-द्वारका जिले के जोडिया गांव में 50 लाख रुपये से अधिक के बंगले का निर्माण किया।
By AgencyEdited By: Shashank MishraUpdated: Wed, 21 Dec 2022 11:55 PM (IST)
अहमदाबाद, पीटीआई। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की सेटेलाइट तस्वीरों की मदद से नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने पता लगाया कि गुजरात के गांव में एक ड्रग तस्कर ने किस तरह बेईमानी के धन से आलीशान बंगला बनाया। आरोपित ईसा राव फरार है। ईसा राव नवंबर 2021 में राज्य के मोरबी जिले में 600 करोड़ रुपये की हेरोइन जब्ती मामले में मुख्य आरोपितों में से एक है। एनसीबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को कहा कि इसरो के एडवांस्ड डाटा प्रोसेसिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (एडीआरआइएन) द्वारा उपलब्ध कराई गई सैटेलाइट तस्वीरों से पता चलता है कि कैसे उसने तीन साल में देवभूमि-द्वारका जिले के जोडिया गांव में 50 लाख रुपये से अधिक के बंगले का निर्माण किया।
अधिकारी ने कहा, जांच से पता चला है कि बंगले को ड्रग तस्करी से कमाए धन से बनाया गया। चूंकि उसका परिवार जांच में सहयोग नहीं कर रहा था, इसलिए यह स्थापित करने के लिए उपग्रह चित्रों का उपयोग किया कि यह संपत्ति तीन वर्षों में विकसित की गई थी। घर को अब जब्त कर लिया गया है। माना जा रहा है कि राव पाकिस्तान के कराची में छिपा हुआ है।Video: ISRO: 36 सैटेलाइट्स के साथ लॉन्च हुआ इसरो का सबसे भारी रॉकेट LVM3-M2
एटीएस ने कहा कि मादक पदार्थ राव के पाकिस्तानी सहयोगियों द्वारा समुद्री मार्ग से भेजा गया था और शुरू में इसे देवभूमि द्वारका जिले में सलाया के पास तटीय क्षेत्र में छिपाया गया था, जिसके बाद इसे झिनजुडा ले जाया गया।
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