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Cyclone Biparjoy: मौत के साए में गूंजी जीवन की किलकारियां, बिपरजॉय ⁩चक्रवात के बीच 709 बच्‍चों ने लिया जन्‍म

Cyclone Biparjoy मुख्‍यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने चक्रवात राहत प्रबंध के साथ गर्भवती महिलाओं की देखभाल की भी पुख्‍ता व्‍यवस्‍थाएं कराई थी। सरकार ने चक्रवात प्रभावित जिलों की 1152 गर्भवती महिलाओं को पहले ही सुरक्षित स्‍थलों पर पहुंचा दिया था।

By Jagran NewsEdited By: Shashank MishraUpdated: Sat, 17 Jun 2023 02:55 AM (IST)
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दो बच्‍चों का जन्म 108 एम्‍बुलेंस में ही हुआ।
अहमदाबाद, शत्रुघ्न शर्मा। समुद्री चक्रवात बिपरजॉय जब गुजरात पर काल बनकर मंडरा रहा था इन्‍हीं काली रातों में 709 जीवन की किलकारियां गूंजी, दो बच्‍चों का जन्म 108 एम्‍बुलेंस में ही हुआ। सरकार ने चक्रवात प्रभावित जिलों की 1152 गर्भवती महिलाओं को पहले ही सुरक्षित स्‍थलों पर पहुंचा दिया था। मुख्‍यमंत्री भूपेंद्र पटेल एवं स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ऋषीकेश पटेल ने चक्रवात राहत प्रबंध के साथ गर्भवती महिलाओं की देखभाल की भी पुख्‍ता व्‍यवस्‍थाएं कराई।

राज्‍य सरकार विपदा से निपटने के लिए मुस्‍तैद

गुजरात पर पिछले कुछ दिनों से समुद्री चक्रवात बिपरजॉय का काला साया मंडरा रहा था, केंद्र व राज्‍य सरकार इस प्राक्रतिक विपदा से निपटने को पूरी तरह मुस्‍तैद थी, इसी को ध्‍यान में रखते हुए राज्‍य के विविध शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों से साढे ग्‍यारह सौ सगर्भा महिलाओं को सुरक्षित स्‍थलों पर पहुंचा दिया गया।

709 गर्भवती महिलाओं ने बच्‍चों को दिया जन्‍म

बीते 4 दिनों में 709 गर्भवती महिलाओं ने बच्‍चों को जन्‍म दिया। चक्रवात प्रभावित जिलों की इन 1152 गर्भवती महिलाओं की सूची तैयार कर इन्‍हें चक्रवात से पहले ही एम्बुलेंस के माध्यम से अस्पताल या सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।

इनमें कच्छ जिले की सर्वाधिक 552 गर्भवती महिलाएं, राजकोट जिले की 176, देवभूमि द्वारका की 135, गीर सोमनाथ की 94, जामनगर की 62, जूनागढ की 58, पोरबंदर की 33, राजकोट शहर की 26, जूनागढ शहर की 8, मोरबी तथा जामनगर शहर की 4-4 गर्भवती महिलाएँ शामिल हैं।

भयंकर चक्रवात के काले साऐ के बीच जले दीप

राज्य सरकार, स्वास्थ्य तथा सम्बद्ध जिला प्रशासन की व्यापक सुरक्षा तैयारियों के चलते इन 1152 गर्भवती महिलाओं में से 709 महिलाओं के घरों में भयंकर चक्रवात के काले साऐ के बीच भी दीप जले। अमरेली जिले की 2 महिलाओं की प्रसूति जहां ‘108’ एम्बुलेंस में हुई, वहीं शेष 707 महिलाओं ने अस्पतालों में बच्चों को जन्म दिया।

इनमें कच्छ की 348, राजकोट की 100, देवभूमि द्वारका की 93, सोमनाथ की 69, पोरबंदर की 30, जूनागढ की 25, जामनगर की 17, राजकोट मनपा की 12, जूनागढ मनपा की 8, जामनगर मनपा की 4 महिलाएँ और मोरबी की 1 महिला शामिल हैं।

दिन-रात जुटी रहीं 500 से अधिक एम्बुलेंस

इस अभियान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ 500 से अधिक एम्बुलेंस दिन-रात जुटी रहीं, इनमें 202 108 एम्‍बुलेंस शामिल हैं। सरकार ने गर्भवती महिलाओं के लिए अस्पतालों व स्वास्थ्य केन्द्रों में जरूरी दवाइयाँ उपलब्ध कराईं, तो 100 प्रतिशत डीज़ल संचालित 197 आधुनिक जनरेटर सेट की व्यवस्था की थी।

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