Gujarat: मुफ्त बिजली देने से बेहतर है रूफटॉप सोलर सिस्टम का प्रोत्साहन, कनुभाई देसाई ने विपक्षी पार्टियों पर किया कटाक्ष
प्रश्नकाल के दौरान विधानसभा में बोलते हुए गुजरात के वित्त एवं ऊर्जा मंत्री कनुभाई देसाई ने कि रूफटॉप सोलर सिस्टम के माध्यम से देश में बिजली पैदा करने में गुजरात अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य में अब तक करीब पांच लाख परिवारों ने अपने घरों के छत पर सोलर पैनल लगाया है जिसके कारण बिजली बिल में 2000 करोड़ रुपये की कमी आई है।
पीटीआई, गांधीनगर। गुजरात के वित्त एवं ऊर्जा मंत्री कनुभाई देसाई ने राज्य की विपक्षी पार्टी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर मुफ्त बिजली देने के वादे को लेकर कटाक्ष किया है। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि लोगों को उनके छत पर 'रूफटॉप सोलर सिस्टम' के लिए प्रोत्साहित करना 200 या 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने से कहीं बेहतर है।
सोलर पैनल से लोगों ने बचाए 2000 करोड़ रुपयेः देसाई
प्रश्नकाल के दौरान विधानसभा में बोलते हुए उन्होंने कहा कि रूफटॉप सोलर सिस्टम के माध्यम से देश में बिजली पैदा करने में गुजरात अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य में अब तक करीब पांच लाख परिवारों ने अपने घरों के छत पर सोलर पैनल लगाया है, जिसके कारण बिजली बिल में 2,000 करोड़ रुपये की कमी आई है।
अतिरिक्त बिजली से लोग कमा सकते हैं पैसे
सौर विद्युतीकरण को बढ़ावा देने वाली गुजरात सरकार की योजना (SURYA) पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि रूफटॉप सोलर सिस्टम 200 से 300 यूनिट मुफ्त बिजली की पेशकश से कहीं बेहतर हैं। उन्होंने बताया कि इस योजना से लोग न केवल अपने बिजली बिलों में बचत कर सकते हैं, बल्कि अपनी छतों पर स्थापित सौर पैनलों के माध्यम से अतिरिक्त बिजली को बेचकर पैसा भी कमा सकते हैं।लोगों ने बिजली बेचकर कमाए 200 करोड़ रुपये
कनुभाई देसाई ने आगे कहा कि गुजरात में करीब पांच लाख घरों के छत पर सोलर पैनल लगाए गए हैं, जिसके इस्तेमाल से लोगों ने करीब 2,000 करोड़ रुपये बचाए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस सौर पैनल के माध्यम से लोग बचे बिजली को बेचकर 200 करोड़ रुपये से अधिक कमाए हैं। मंत्री ने कहा कि गुजरात सरकार इन घरों से 2.25 रुपये प्रति यूनिट की दर से अतिरिक्त बिजली खरीदती है।
यह भी पढ़ेंः Milan Naval Exercise: 19 से मेगा नौसैनिक युद्धाभ्यास 'मिलन' की मेजबानी करेगा भारत, 50 देशों की नौसेनाओं के शामिल होने की संभावना
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।