अमेरिका की वित्त मंत्री जेनेट येलेन ने रविवार को कहा कि अमेरिका भारत को फ्रेंडशोरिंग (व्यापार समूह) के लिए एक अनिवार्य भागीदार के रूप में देखता है। उन्हें उम्मीद है कि वह अपनी यात्रा का उपयोग पहले से ही महत्वपूर्ण रिश्ते को और प्रगाढ़ करने के लिए करेंगी। उन्होंने कहा जोखिम कम करना और व्यापार समूह बनाना अमेरिका के लिए महत्वपूर्ण प्राथमिकताएं हैं।
By AgencyEdited By: Mohd FaisalUpdated: Mon, 17 Jul 2023 04:30 AM (IST)
गांधीनगर, पीटीआई। अमेरिका की वित्त मंत्री जेनेट येलेन ने रविवार को कहा कि अमेरिका भारत को फ्रेंडशोरिंग (व्यापार समूह) के लिए एक ''अनिवार्य भागीदार'' के रूप में देखता है। उन्हें उम्मीद है कि वह अपनी यात्रा का उपयोग पहले से ही महत्वपूर्ण रिश्ते को और प्रगाढ़ करने के लिए करेंगी।
क्या बोलीं वित्त मंत्री जेनेट येलेन
येलेन ने गुजरात में जी20 देशों के वित्त मंत्रियों के साथ अपनी बैठक से पहले संवाददाताओं से कहा, जोखिम कम करना और व्यापार समूह बनाना अमेरिका के लिए महत्वपूर्ण प्राथमिकताएं हैं और वह इसे भारत में बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने कहा कि फ्रेंडशोरिंग के माध्यम से आपूर्ति श्रृंखलाओं में लचीलापन बढ़ाने में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका है। फ्रेंडशोरिंग ऐसा कदम है, जहां एक देश समूह के अन्य देशों से कच्चा माल और अन्य उत्पादन प्राप्त करता है। येलेन ने कहा, आपूर्ति श्रृंखलाओं में लचीलापन बढ़ाने के लिए व्यापार समूह हमारे दृष्टिकोण का महत्वपूर्ण आधार है।
अमेरिका और भारत के बीच उच्चतम स्तर पर पहुंचा द्विपक्षीय संबंध
उन्होंने कहा, अमेरिका और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंध अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। दोनों देश इसे और भी अधिक विकसित होते देखना चाहते हैं। निजी क्षेत्र वास्तव में व्यापार समूह का एक महत्वपूर्ण पहलू है। निजी कंपनियों ने भारत में निवेश की घोषणाएं करना जारी रखा है क्योंकि वे भारत को उत्पादन करने और यहां से अमेरिका को निर्यात करने के लिए उत्कृष्ट जगह के रूप में देखते हैं। येलेन ने जी 20 मंत्रिस्तरीय बैठक की मेजबानी के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और भारतीय प्रतिनिधिमंडल की सराहना की।
अमेरिका, चीन के सहयोग बिना चुनौतियों का समाधान मुश्किल
जेनेट येलेन ने कहा कि वैश्विक आर्थिकी की जरूरतों को पूरा करना अमेरिका और चीन का साझा दायित्व है। दोनों देशों के सहयोग के बिना वैश्विक चुनौतियों के समाधान की कल्पना करना भी मुश्किल है। चीनी इकोनमी में मंदी वैश्विक आर्थिकी के लिए चिंताजनक है, क्योंकि चीन कई देशों के लिए एक बड़ा आयातक है। बहुपक्षीय विकास बैंकों (एमडीबी) के विस्तार का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा, हमारा अनुमान है कि अगले दशक में एमडीबी की ऋण देने की क्षमता में 200 अरब अमरीकी डॉलर तक की वृद्धि होगी। अमेरिका इस दिशा में सामूहिक पहल की कोशिश जारी रखेगा।
विश्व बैंक प्रमुख, अमेरिकी वित्त मंत्री ने विद्या समीक्षा केंद्र की सराहना की
विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा ने रविवार को कहा कि गुजरात के गांधीनगर में स्थित विद्या समीक्षा केंद्र की सराहना की और कहा कि न केवल देश, बल्कि दुनिया के अन्य हिस्सों में भी एक मॉडल के रूप में इसे दोहराने की जरूरत है।बंगा ने अमेरिकी वित्त मंत्री जेनेट येलेन के साथ केंद्र का दौरा किया। यह केंद्र पूरे गुजरात के 1.15 करोड़ छात्रों, लगभग पांच लाख शिक्षकों और 50 हजार स्कूलों के शैक्षणिक और प्रशासनिक आकड़े एकत्रित करता है और उसका विश्लेषण करता है। येलेन ने कहा कि गरीबी के चक्र को तोड़ने और सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इस तरह के विचारों को पूरे देश में लागू करना चाहिए।
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