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Vibrant Gujarat Global Summit: गुजरात समिट से पहले 234 एमओयू किए गए साइन, दस लाख करोड़ के निवेश से मिलेंगी 13 लाख नौकरियां

वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट को उद्योगपतियों की ओर से जबरदस्त सपोर्ट मिल रहा है। गुजरात सरकार ने कहा कि इस इवेंट से पहले अब तक 234 एमओयू साइन किए जा चुके हैं जिसमें से 58 एमओयू पर 3 जनवरी को हस्ताक्षर किए गए। इन एमओयू से राज्य को 10.31 लाख करोड़ से अधिक का निवेश मिलने की संभावना है। इससे राज्य में 13 लाख नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।

By Agency Edited By: Devshanker Chovdhary Updated: Thu, 04 Jan 2024 06:20 PM (IST)
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गुजरात समिट से पहले 234 एमओयू किए गए साइन। (फाइल फोटो)
पीटीआई, अहमदाबाद। वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट को उद्योगपतियों की ओर से जबरदस्त सपोर्ट मिल रहा है। गुजरात सरकार ने कहा कि इस इवेंट से पहले अब तक 234 एमओयू साइन किए जा चुके हैं जिसमें से 58 एमओयू पर 3 जनवरी को हस्ताक्षर किए गए। इन एमओयू से राज्य को 10.31 लाख करोड़ से अधिक का निवेश मिलने की संभावना है। इस निवेश से राज्य में 13 लाख नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।

राज्य सरकार के आधिकारिक बयान में कहा गया है कि बुधवार को गांधीनगर में एक कार्यक्रम में राज्य सरकार ने गुजरात में विभिन्न क्षेत्रों में 3.70 लाख रोजगार के अवसर पैदा करने की क्षमता के साथ 7.12 लाख करोड़ रुपये का निवेश करने का इरादा रखने वाली कंपनियों के साथ 58 और समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।

इसके साथ 17 प्री-वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट कार्यक्रमों में हस्ताक्षरित एमओयू के माध्यम से किया गया कुल निवेश 10.31 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। मिल रहे निवेश से अभीभूत राज्य के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने इसे "गर्व का क्षण" बताया है।

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10वां वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट (वीजीजीएस) 10 से 12 जनवरी तक गांधीनगर में आयोजित किया जाएगा। बयान में कहा गया है कि 58 एमओयू में से कई नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन, पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन, पावर ग्रिड कॉरपोरेशन, ओएनजीसी, एचपीसीएल, आईओसीएल जैसे केंद्रीय पीएसयू और गुजरात इंडस्ट्रीज पावर कंपनी और गुजरात स्टेट इलेक्ट्रिसिटी कॉरपोरेशन जैसे राज्य सरकार के उद्यमों द्वारा हस्ताक्षर किए गए। सरकार ने कहा कि इन कंपनियों के अलावा, कई निजी उद्यमों ने भी गुजरात में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के लिए समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए।

बुधवार को हस्ताक्षरित 58 एमओयू में से 17 ने 10,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के इरादे व्यक्त किए, 21 ने 2,000 करोड़ रुपये से कम की प्रतिबद्धता व्यक्त की, 12 ने 2000 करोड़ रुपये से 5000 करोड़ रुपये के बीच के निवेश के लिए और आठ ने 5000 से 10000 करोड़ रुपये के निवेश की इच्छा जताई।

राज्य सरकार ने गुजरात समिट 2024 की प्रस्तावना के रूप में प्रत्येक बुधवार को गांधीनगर में मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों की उपस्थिति में विभिन्न कॉर्पोरेट और औद्योगिक घरानों के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर करने की पहल शुरू की। राज्य सरकार ने कहा कि अब तक 10,31,250 करोड़ रुपये से अधिक के संभावित निवेश और 12,89,078 से अधिक रोजगार के अवसरों के सृजन के साथ कुल 234 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए हैं।

जिन कंपनियों के साथ निवेश समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं वे इलेक्ट्रिक वाहन, कृषि और खाद्य प्रसंस्करण, ऑटोमोबाइल, जैव प्रौद्योगिकी, सीमेंट, रसायन और पेट्रोकेमिकल, बंदरगाह, शिक्षा, इंजीनियरिंग, स्वास्थ्य सेवा और फार्मास्यूटिकल्स, औद्योगिक पार्क, आईटी-आईटीईएस, रसद, तेल और गैस, पैकेजिंग, प्लास्टिक, बिजली, हरित हाइड्रोजन और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्रों से जुड़ी हैं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम भूपेंद्र पटेल ने कहा कि यह गुजरात के लिए गर्व का क्षण है क्योंकि एक ही दिन में 7 लाख करोड़ रुपये से अधिक के संभावित निवेश वाले एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात को वैश्विक मानचित्र पर व्यापार और उद्योगों में अग्रणी बनाने के उद्देश्य से 2003 में अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान निवेशक शिखर सम्मेलन की शुरुआत की थी। उन्होंने कहा कि द्विवार्षिक शिखर सम्मेलन के कारण गुजरात पिछले कुछ वर्षों में घरेलू और विदेशी निवेशकों के लिए पसंदीदा निवेश स्थल बन गया है। पटेल ने उद्योगपतियों और निवेशकों को शिखर सम्मेलन के 10वें संस्करण में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया।

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