Vibrant Gujarat: बिजली और Bio Fuel से चलेंगे ट्रैक्टर और पब्लिक ट्रांसपोर्ट, वाइब्रेंट गुजरात में नितिन गडकरी ने बताया भविष्य का प्लान
गडकरी ने बताया कि भारत अपना 80 फीसदी जीवाश्म ईंधन आयात करता है। उन्होंने इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माता से कहा कि वह अब फ्लेक्सी इंजन वाले वाहन बनाना शुरू करें। क्योंकि इलेक्ट्रिक के साथ जैव ईंधन से वाहन चलाना पर्यावरण के लिए भी हितकर है और लोगों की जेब के लिए भी। गडकरी ने कहा कि बहुत जल्द भारत में ट्रैक्टर भी जैव ईंधन पर चलते नजर आएंगे।
जागरण संवाददाता, अहमदाबाद। केंद्रीय सड़क परिवहन व राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि देश में 40 फीसदी वायु प्रदूषण के लिए जीवाश्म ईंधन जिम्मेदार हैं। उन्होंने देश में पब्लिक ट्रांसपोर्ट में भी बिजली एवं जैव ईंधन से वाहनों को चलाने की बात कही। गडकरी ने गांधीनगर में चल रहे वाइब्रेंट गुजरात निवेशक सम्मेलन में कहा कि देश का ऑटो उद्योग 12 लाख 50 हजार करोड़ का है जिसे 25 लाख करोड़ तक ले जाना है। उन्होंने कहा कि जीवाश्म ईंधन हमारे देश में प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण है। 40 फीसदी वायु प्रदूषण इसी के कारण है।
प्रदूषण होगा कम, बचत होगी अधिक
गडकरी ने बताया कि भारत अपना 80 फीसदी जीवाश्म ईंधन आयात करता है। उन्होंने इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माता से कहा कि वह अब फ्लेक्सी इंजन वाले वाहन बनाना शुरू करें। क्योंकि इलेक्ट्रिक के साथ जैव ईंधन से वाहन चलाना पर्यावरण के लिए भी हितकर है और लोगों की जेब के लिए भी। गडकरी ने कहा कि बहुत जल्द भारत में ट्रैक्टर भी जैव ईंधन पर चलते नजर आएंगे।
दिल्ली से जयपुर के बीच बिजली से चलेगी बस
गडकरी ने कहा कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट को भी अब बिजली से चलाना चाहिए ताकि जीवाश्म ईंधन की निर्भरता तो समाप्त होगी साथ ही हमारा पर्यावरण भी संरक्षित होगा। उन्होंने दिल्ली से जयपुर के बीच बिजली के ट्रैक पर चलने वाली बस के प्रोजेक्ट की बात कही। गडकरी ने कहा कि दिल्ली से मुंबई के बीच भी बिजली केबल लगाकर बस का संचालन किया जा सकता है। इसके अलावा उससे ट्रैकों को चलाने से लॉजिस्टिक कास्ट काफी कम हो जाएगी।गुजरात में बनेंगे 12 रोप वे केबल
गडकरी ने बताया कि गुजरात में ऑटो उद्योग ने लंबी छलांग लगाई है। यहां किया गया निवेश का पूरा-पूरा रिटर्न मिलने वाला है। उन्होंने बताया कि गुजरात में 12 रोपवे केबल और पोर्ट टैक्सी (हवा में चलने वाली) की परियोजना स्वीकृत कर ली गई है इसका डीपीआर बनाना शुरू कर दिया गया है। गडकरी ने बताया कि गुजरात में 15 लाख वाहन पुराने हैं जो स्क्रैप में जाने वाले हैं, इससे इलेक्ट्रिक वाहनों के उत्पादकों को भारी मात्रा में कच्चा माल मिलेगा वाहनों का स्क्रैप करने से रबड़ प्लास्टिक, स्टील, कांच, कॉपर काफी सस्ते मात्रा में उपलब्ध होगा। इससे इलेक्ट्रिक वाहनों की उत्पादन लागत में भी कमी आएगी। गडकरी ने वाहन निर्माता से फ्लेक्सी इंजन वाले वाहन बनाने की अपील की उन्होंने कहा इलेक्ट्रिक के साथ इथेनॉल से चलने वाले वाहन अधिक उपयोगी व किफायती होंगे।
जिसे बात मानी वह कमा गए
देश के कई नामी ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री संचालकों का उल्लेख करते हुए गडकरी ने कहा कि करीब 4 साल पहले उन्होंने इलेक्ट्रिक वाहनों की बात कही थी लेकिन उन्होंने इसे हल्के में लिया। कुछ वाहन निर्माता ने ही व्हीकल बनाना शुरू किया और यह कमल है आज बड़े फोटो मोबाइल इंडस्ट्री वाले इस मामले में बस छूट गए।भारत सोने की चिड़िया बनेगा
केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री महेंद्र नाथ पांडे ने कहा कि भारत इसी गति से आगे बढ़ता रहा तो सोने की चिड़िया बन जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी प्रशिक्षित टीम के जरिए विकास के एजेंट को आगे बढ़ा रहे हैं। गुजरात विकास का गेट वे बन गया है।
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