Gujarat Politics: कांग्रेस नेता भरत सिंह सोलंकी पर पत्नी ने घरेलू हिंसा का लगाया आरोप, कहा-नहीं दूंगी तलाक
Gujarat Politics गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भरत सिंह सोलंकी पर उनकी पत्नी रेशमा पटेल ने घरेलू हिंसा का आरोप लगाया है। रेशमा ने कहा कि वह भरत सिंह को तलाक नहीं देंगी। उन्होंने पति के खिलाफ बोरसद कोर्ट में एक याचिका भी दाखिल की है।
By Sachin Kumar MishraEdited By: Updated: Mon, 28 Mar 2022 05:14 PM (IST)
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। पूर्व केंद्रीय मंत्री व गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भरत सिंह सोलंकी पर उनकी पत्नी रेशमा पटेल ने घरेलू हिंसा का आरोप लगाया है। रेशमा ने कहा कि वह भरत सिंह को तलाक नहीं देंगी। उन्होंने पति के खिलाफ बोरसद कोर्ट में एक याचिका भी दाखिल की है। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत माधव सिंह सोलंकी के पुत्र व पूर्व मंत्री भरत सिंह सोलंकी व उनकी पत्नी रेशमा पटेल के बीच कुछ साल से विवाद चल रहा है। भरत सिंह पत्नी से तलाक लेना चाहते हैं, लेकिन रेशमा ने इससे साफ इन्कार करते हुए भरत सिंह पर घरेलू हिंसा का आरोप लगाया है। रेशमा ने कहा कि भरत सिंह अपने राजनीतिक रसूख व प्रभाव का इस्तेमाल करते हैं तथा घर पर उनके साथ मारपीट भी की। उसे जान से मारने की धमकी देने के साथ धक्का-मुक्की कर घर से निकाल दिया था। परिवार की इज्जत की खातिर वे विदेश चली गईं, लेकिन अब जब वापस लौटीं तो भरत सिंह ने फिर उसे घर से बाहर कर दिया। घरेलू हिंसा व पारिवारिक संपत्ति को लेकर रेशमा ने आणंद जिले के बोरसद में स्थानीय अदालत में एक याचिका भी दाखिल की है। भरत सिंह दो बार गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। गत दो विधानसभा चुनाव उनके अध्यक्ष रहते ही कांग्रेस हारी है। गत दिनों उन्होंने कांग्रेस विधायकों को डिनर पर बुलाकर आगामी विधानसभा की रणनीति पर चर्चा की थी। सोलंकी प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेता होने के साथ राज्य कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के प्रत्याशी के रूप में सबसे प्रबल दावेदार भी माने जाते हैं।
कांग्रेस विधायकों का विधानसभा में हंगामा, युवक कांग्रेस का प्रदर्शन; हिरासत में विश्वनाथ वाघेला गुजरात कांग्रेस का आरोप है कि सरकारी नौकरियों की भर्ती में बार-बार पेपर लीक हो रहे हैं। उधर, शिक्षामंत्री जीतूभाई वाघाणी का कहना है कि कांग्रेस के शासन में नेता अपने रिश्तेदारों को नौकरियां देते थे। इस कारण यह समस्या पैदा हुई। विधानसभा में कांग्रेस विधायकों ने हंगामा किया, वहीं बाहर युवक कांग्रेस ने सरकार का पुतला जलाकर प्रदर्शन किया। गुजरात युवक कांग्रेस के अध्यक्ष विश्वनाथ वाघेला के आह्वान पर सोमवार को गांधीनगर में युवा स्वाभिमान सभा का आयोजन किया गया, लेकिन पुलिस ने इसकी मंजूरी नहीं दी। कार्यकर्ता जब गांधीनगर में एकत्र होकर विधानसभा की ओर बढ़ने लगे, तो करीब एक सौ कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया। प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ वाघेला छूटने के बाद अपने साथियों के साथ सचिवालय परिसर में प्रवेश करने में सफल हो गए तथा विधानसभा भवन के सामने पुतला लेकर पहुंच गए, जहां पुलिस ने उन्हें फिर हिरासत में ले लिया। उधर, कांग्रेस विधायकों ने वनरक्षक परीक्षा का पेपर लीक होने पर कहा कि भाजपा शासन में लगातार 11 भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक हुए हैं, लेकिन दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं होती। सरकार युवाओं के भविष्य को लेकर लापरवाह है। राज्य में बेरोजगार युवा सरकार की इस नीति के शिकार हो रहे हैं। शिक्षामंत्री जीतूभाई वाघाणी ने इसके जवाब में कहा कि कांग्रेस युवाओं का मनोबल तोड़ना चाहती है। इसलिए इस तरह के आरोप लगाकर युवाओं को गुमराह कर रही है। कांग्रेस राजनीति करना चाहती है, उसके राज में कांग्रेस नेता राज्य के युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर अपने रिश्तेदारों को सरकारी नौकरियां दिलाते थे। इस कारण राज्य में बेकारी की समस्या है।
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