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घरेलू काम में पुरुषों से ढाई गुना ज्यादा समय देती हैं महिलाएं, अध्ययन में खुलासा

एक अध्ययन में खुलासा हुआ है कि घरेलू काम में पुरुषों से ढाई गुना ज्यादा समय महिलाएं देती हैं। महिलाएं 7.2 घंटे रोजाना ऐसे घरेलू काम करती हैं जिनका वेतन उन्हें नहीं मिलता। वहीं पुरुष 2.8 घंटे रोजाना बिना वेतन वाला घरेलू काम करते हैं। (फाइल फोटो)

By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Sun, 12 Feb 2023 11:34 PM (IST)
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घरेलू काम में पुरुषों से ढाई गुना ज्यादा समय देती हैं महिलाएं
अहमदाबाद, पीटीआइ। यह एक ज्ञात तथ्य है कि महिलाएं अवैतनिक घरेलू काम में ज्यादा समय लगाती हैं। अब आइआइएम अहमदाबाद की प्रोफेसर नम्रता चिंदारकर ने अपने अध्ययन में पुरुषों और महिलाओं के बीच अवैतनिक काम के घंटों का विश्लेषण किया है। उन्होंने बताया कि 15 से 60 साल तक की महिलाएं रोजाना औसतन 7.2 घंटे तक ऐसे घरेलू कामों में बिताती हैं, जिनके बदले में कोई वेतन नहीं मिलता है। उनकी तुलना में पुरुष ऐसे कामों में 2.8 घंटे बिताते हैं। इस शोध के लिए प्रोफेसर नम्रता ने नेशनल सैंपल सर्वे आफिस (एनएसएसओ) के टाइम यूज सर्वे (टीयूएस) को आधार बनाया है।

घरेलू कामों में दोगुना समय देती हैं महिलाएं

अध्ययन में सामने आया है कि नौकरी कर रही महिलाएं भी पुरुषों की तुलना में दोगुना समय घरेलू कामों में लगाती हैं। प्रोफेसर नम्रता ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में लैंगिक असमानता को समझने में टीयूएस से बहुत मदद मिली है। इससे विभिन्न कामों में महिलाओं और पुरुषों द्वारा लगाए गए समय का आकलन संभव हुआ है।

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अध्ययन से पता चला है कि पूरे देश में महिलाएं घर की सामान्य जरूरतों जैसे सफाई, खाना बनाने और अन्य सदस्यों की देखभाल करने जैसे कामों में बहुत समय देती हैं। एनएसएसओ ने 2019 में पहली बार देश में टाइम यूज सर्वे किया था। इसमें हफ्ते के सामान्य दिनों में 24 घंटे के कामों से जुड़े डाटा को एकत्र किया गया।

आराम के लिए मिलता है कम समय

अध्ययन बताता है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं के पास आराम एवं आनंद की गतिविधियों के लिए कम समय होता है। घर में खाना बनाने के लिए जिन महिलाओं के पास एलपीजी या अन्य स्वच्छ ईंधन के विकल्प हैं, उनके पास आराम करने के लिए अन्य महिलाओं की तुलना में 41 से 80 मिनट तक ज्यादा समय रहता है। इसी तरह जिन घरों में रोशनी के लिए बिजली की पर्याप्त व्यवस्था होती है, वहां महिलाओं को घरेलू कामों में औसतन करीब 20 मिनट कम समय देना पड़ता है।

पुरुषों पर रहता है ज्यादा दबाव

अध्ययन में यह भी सामने आया कि कमाने वाली महिलाओं की तुलना में कमाने वाले पुरुषों पर काम का ज्यादा दबाव होने की संभावना 72 प्रतिशत तक ज्यादा रहती है। ऐसा मुख्यत: महिलाओं और पुरुषों के काम के प्रकार के कारण होता है।

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