Rajkot Fire Tragedy: राजकोट अग्निकांड में अब तक 24 लोगों की मौत, बच्चों ने भी गंवाई जान, भयावह तस्वीरों में देखें खौफनाक मंजर
आग से तबाह हुए खेल क्षेत्र के बाहर कई माताएं नम आंखों से अपने प्रियजनों का इंतजार कर रही हैं। एक ओर जहां छुट्टी और वीकेंड होने के कारण कई परिवार अपने बच्चों के साथ टीआरपी मॉल में मौज-मस्ती के लिए आए थे। जहां गेम जोन में भीषण आग लगी है वहां उस वक्त बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
जागरण न्यूज नेटवर्क, राजकोट। गुजरात के राजकोट में टीआरपी मॉल के गेम जोन में भीषण आग लगने से अब तक 24 लोगों की मौत हो गई है। जिसमें बच्चे भी शामिल हैं। मृतकों की संख्या और भी बढ़ने की आशंका है। आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है। दोपहर बाद लगभग चार बजे वहां बड़ी संख्या में लोग एकत्र थे। शनिवार का दिन होने के कारण बच्चे भी बड़ी संख्या में मौजूद थे।
इस बीच, फाइबर से बना गेमिंग जोन देखते ही देखते आग की लपटों में घिर गया। घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंच गई। जिसके बाद फायर कर्मियों काफी घंटों तक आग बुझाने के लिए मशक्कत करना पड़ा। साथ ही लोहे के स्ट्रक्चर पर गेमिंग जोन बनने के कारण फायर कर्मियों को बचाव कार्य में भी परेशानी का सामना करना पड़ा।
फायर ब्रिगेड अधिकारी ने बताया कि एक ढांचा ढह जाने के कारण उन्हें बचाव के काम में दिक्कत हो रही है। एएनआई ने दमकल अधिकारी आईवी खेर के हवाले से बताया कि आग लगने का कारण अभी तक पता नहीं चला है। आग बुझाने के प्रयास जारी हैं। हमें लापता लोगों के बारे में कोई संदेश नहीं मिला है। हमें आग बुझाने के अभियान में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि अस्थायी संरचना ढह गया है और हवा काफी तेज चल रही है।
इस घटना में कई परिवारों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है। आग से तबाह हुए खेल क्षेत्र के बाहर कई माताएं नम आंखों से अपने प्रियजनों का इंतजार कर रही हैं। एक ओर जहां छुट्टी और वीकेंड होने के कारण कई परिवार अपने बच्चों के साथ टीआरपी मॉल में मौज-मस्ती के लिए आए थे। जहां गेम जोन में भीषण आग लगी है, वहां उस वक्त बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। जिसके बाद अचानक आग लगने से गेम जोन में अफरा-तफरी मच गई।
गेम जोन में आग इतनी भीषण थी कि धुएं का गुबार करीब एक किलोमीटर तक दिखाई दे रहा था। हादसे के बाद राजकोट पुलिस कमिश्नर ने शहर के सभी गेम जोन को तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश दिया है।
घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड और 108 का काफिला तुरंत मौके पर पहुंचा। शुरुआती जांच में पता चला है कि चार लोगों के शव मिले हैं। इसके बाद धीरे-धीरे मृतकों की संख्या बढ़ती चली गई।
मौके पर पहुंचे सिटी पुलिस कमिश्नर राजू भार्गव ने कहा कि आग फिलहाल नियंत्रण में है। कुछ लोग अभी भी गेम जोन के अंदर फंसे हो सकते हैं। एक बार आग पर काबू पा लिया जाए तो टीम आगे बढ़ेगी। जिसके बाद टीम अंदर जाएगी। इस दौरान उन्होंने मृतकों की संख्या और भी बढ़ने की आशंका जताई है।
'अभी राहत और बचाव कार्य पर पूरा फोकस'
शहर के नगर निगम आयुक्त आनंद पटेल ने कहा कि अभी फायर ब्रिगेड की 8 टीमें मौके पर राहत और बचाव कार्य कर रही हैं। फिलहाल, हमारा पूरा ध्यान राहत और बचाव कार्यों पर है। टीआरपी मॉल का गेम जोन किसी जड़ेजा के स्वामित्व में होने का खुलासा हुआ है। हालांकि, टीम अभी जांच कर रही है। आग पूरी तरह बुझने के बाद फायर एनओसी की जांच की जाएगी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने जताया दुख
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने राजकोट अग्निकांड को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट की है। उन्होंने लिखा, "गुजरात के राजकोट में एक गेमिंग जोन में आग लगने की दुर्घटना में लोगों की मौत के बारे में जानकर मुझे गहरा दुख हुआ है। मेरी संवेदना उन परिवारों के प्रति है, जिन्होंने छोटे बच्चों सहित अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं ईश्वर से बचाए गए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं।
I am deeply anguished to learn of the loss of lives in a fire accident at a gaming zone in Rajkot, Gujarat. My heart goes out to the families who have lost their near and dear ones including young children. I pray to the Almighty for the speedy recovery of those being rescued.— President of India (@rashtrapatibhvn) May 25, 2024
राजकोट अग्निकांड पर मुख्यमंत्री ने मुआवजे का किया एलान
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर राजकोट अग्निकांड को लेकर पोस्ट किया है। उन्होंने कहा, "राजकोट में आग की त्रासदी दिल दहला देने वाली है। मैं इस घटना में जान गंवाने वाले लोगों और उनके परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। मैं ईश्वर से घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।"
मृतकों के परिवारों को 4 लाख और घायलों को 50 हजार का मुआवजा
राज्य सरकार मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजा देगी। यह सुनिश्चित करना बहुत जरूरी है कि ऐसी घटना दोबारा न हो। इसमें कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस संबंध में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर पूरे मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया है।