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Surat Metro: डायमंड सिटी सूरत में इन रूटों पर मेट्रो भरेगी रफ्तार, 2027 तक पहले चरण का काम होगा पूरा

सूरत की पहली मेट्रो प्रणाली 41 किलोमीटर की दूरी तय करेगी जो शहर के प्रमुख व्यवसाय केंद्रों को जोड़ेगी। सूरत में मेट्रो सेवा शुरू होने के बाद यात्रियों को एक अलग अनुभव मिलेगा। मेट्रो सेवा शुरू होने से विभिन्न व्यपारों को भी गति मिलेगी। बता दें कि सूरत मेट्रो परियोजना के पहले चरण का काम दिसंबर 2027 तक पूरा होने की उम्मीद है।

By Jagran NewsEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Wed, 12 Jul 2023 02:15 PM (IST)
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डायमंड सिटी सूरत में इन रूटों पर मेट्रो भरेगी रफ्तार।

सूरत, ऑनलाइन डेस्क। सिल्क और डायमंड सिटी के नाम से मशहूर सूरत को अगले कुछ वर्षों में मेट्रो की सौगात मिलने जा रही है। अहमदाबाद के बाद सूरत गुजरात का दूसरा शहर होगा, जहां मेट्रो रफ्तार भरेगी। सूरत में मेट्रो सेवा शुरू होने के बाद यहां रहने वाले लोगों को यात्रा करने में आसानी होगी।

प्रमुख व्यवसाय केंद्रों को जोड़ेगी सूरत मेट्रो

जानकारी के अनुसार, सूरत की पहली मेट्रो प्रणाली 41 किलोमीटर की दूरी तय करेगी, जो शहर के प्रमुख व्यवसाय केंद्रों को जोड़ेगी। सूरत में मेट्रो सेवा शुरू होने के बाद यात्रियों को एक अलग अनुभव मिलेगा। मेट्रो सेवा शुरू होने से विभिन्न व्यपारों को भी गति मिलेगी।

2027 तक पहले चरण का काम पूरा होने की उम्मीद

बता दें कि सूरत मेट्रो परियोजना के पहले चरण का काम दिसंबर 2027 तक पूरा होने की उम्मीद है। केंद्र सरकार ने 2019 में सूरत मेट्रो परियोजना पर मुहर लगाई थी। केंद्र और गुजरात दोनों सरकारें इस परियोजना की देखरेख करेंगी, जबकि गुजरात मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (जीएमआरसी) को जमीनी कार्यों के प्रबंधन की जिम्मेदारी मिली है।

पहले चरण में 12000 करोड़ से अधिक के निवेश 

जनवरी 2016 में, दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) को सूरत मेट्रो परियोजना के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) बनाने का काम सौंपा गया था। इसका निर्माण कार्य जनवरी 2021 में शुरू हुआ। सूरत मेट्रो परियोजना के पहले चरण को पूरा करने के लिए 12,000 करोड़ से अधिक के निवेश की आवश्यकता होगी।

सूरत मेट्रों के रूट और स्टेशन

जानकारी के अनुसार, सूरत मेट्रो में कुल 38 स्टेशन होंगे। इनमें से 32 एलिवेटेड होंगे और शेष 6 भूमिगत होंगे। पहला कॉरिडोर (रेड लाइन) 21 किमी में फैला होगा। इसमें 15 किमी ऊंचा खंड और 6.5 किमी भूमिगत खंड होगा। रेड लाइन पर कुल 20 स्टेशन होंगे, जबकि ग्रीन लाइन पर 18 स्टेशन होंगे। ग्रीन लाइन पर सभी स्टेशन एलिवेटेड होंगे।

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