GST Fake Bill Scam: गुजरात में दस हजार करोड़ का जीएसटी फर्जी बिल घोटाला उजागर
Gujarat गुजरात में दस हजार करोड़ रुपये से अधिक का जीएसटी फर्जी बिलिंग घोटाले को उजागर हुआ है। भरत सोनी के 2435 करोड़ के फर्जी बिल पकड़ जा चुके हैं। सीजीएसटी के एंटीईवेजन डिपार्टमेंट के अधिकारियों को अहमदाबाद के सोनी बाजार में बोगस बिलिंग होने की जानकारी मिली थी।
By Sachin Kumar MishraEdited By: Updated: Fri, 08 Jan 2021 08:45 PM (IST)
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। Gujarat: केंद्रीय जीएसटी के अधिकारियों ने गुजरात में दस हजार करोड़ रुपये से अधिक का जीएसटी फर्जी बिलिंग घोटाले को उजागर किया है। भरत सोनी के 2435 करोड़ के फर्जी बिल पकड़ जा चुके हैं। आरोपित सोनी बाजार के अन्य व्यापारियों के साथ मिलकर 7250 करोड़ रुपये के फर्जी बिल बनाकर जीएसटी विभाग को करोड़ों की चपत लगवा चुका है। इनपुट टैक्स क्रेडिट के जरिए भरत सोनी अलग-अलग फर्जी कंपनियां बनाकर इनपुट टैक्स क्रेडिट की 72 करोड़ रुपये की रकम बटोर चुका है। सेंट्रल गुड्स एंड सर्विसेज टैक्ट के अधिकारियों की नजर लंबे समय से अहमदाबाद के राणिप इलाके की शुकन स्माइल सिटी में रहने वाले ज्वैलर भरत भगवान दास सोनी पर लगी हुई थी।
सीजीएसटी के एंटीईवेजन डिपार्टमेंट के अधिकारियों को अहमदाबाद के सोनी बाजार में बड़े पैमाने पर बोगस बिलिंग होने की जानकारी मिली थी। जीएसटी विभाग में इनपुट टैक्स क्रेडिट के सिस्टम का लाभ उठाकर सोना, चांदी व हीरा कारोबारी बड़े पैमाने पर फर्जी बिल बनाकर जीएसटी विभाग को करोड़ों का चूना लगाने की जानकारी मिलने पर सीजीएसटी के अधिकारियों ने भरत सोनी की कंपनियों घनश्याम ज्वैलर्स, कनिष्का जवैलर्स, दीप ज्वैलर्स, एनएस ज्वैलर्स, एसए ऑर्नामेंट्स तथा बीटु जेम्स की लेन देन की ऑनलाइन जांच की। अधिकारियों को इन कंपनियों केकारोबार पर संदेह होने के बाद इनके खातों की जांच की गई। विभाग को पता चला कि भरत सोनी अपने रिश्तेदारों के नाम पर अलग-अलग कंपनियां बनाकर सोना, चांदी व हीरा बिक्री के फर्जी बिल बनाकर इनपुट टैक्स क्रेडिट की 72 करोड़ रुपये की रकम बटोर चुका है। भरत सोनी ने इन कंपनियों के जरिए 2435 करोड़ के फर्जी बिल बनाकर इस घोटाले को अंजाम दिया।
सीजीएसटी के अधिकारियों ने आशंका जताई है कि यह घोटाला 10 हजार करोड़ के पार जा सकता है। स्टेट जीएसटी विभाग की सालाना आय से भी अधिक रकम के घोटाले से जीएसटी विभाग के अधिकारी भी सन्न हैं। जीएसटी अधिकारियों ने भरत सोनी की धरपकड़ व पूछताछ की, जिसमें पता चला है कि अहमदाबाद सोनी बाजार के व्यापारियों ने मिलकर अब तक 7250 करोड़ रुपये के फर्जी बिल बनाकर करीब 210 करोड़ रुपये इनपुट टैक्स क्रेडिट के रूप में बटोर चुके हैं। हाल में अहमदाबाद के सोनी बाजार के व्यापारी को ही पकड़ा गया है। सूरत में भी इस तरह के घोटाले की जीएसटी विभाग को आशंका है। विभाग को इस घोटाले में चार्टर्ड अकाउंटेंट, जीएसटी विभाग तथा राज्य के आला अधिकारियों की मिलीभगत की भी आशंका है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।