Move to Jagran APP

Shambhu Border: हरियाणा-पंजाब सीमा बंद को 8 माह पूरे, अरबों का नुकसान; ट्रालियां बनीं आशियाना

Farmers Protest हरियाणा-पंजाब सीमा बंद हुए आठ महीने पूरे होने पर भी स्थिति जस की तस है। सीमा सील होने से अरबों रुपये का नुकसान हुआ है और लोगों को आवाजाही में परेशानी हो रही है। किसान दिल्ली जाने पर अड़े हैं और हरियाणा सरकार ट्रैक्टर-ट्रालियों को दिल्ली जाने की इजाजत नहीं दे रही है। शंभू बॉर्डर बंद होने से अंबाला का कपड़ा उद्योग बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।

By Deepak Behal Edited By: Rajiv Mishra Updated: Sat, 12 Oct 2024 10:09 AM (IST)
Hero Image
शंभू बॉर्डर पर पंजाब साइड में ट्रैक्टर ट्रालियों में बनाए गए आशियाने (जागरण फोटो)

दीपक बहल, अंबाला। हरियाणा-पंजाब शंभू बॉर्डर (Haryana-Punjab border) सील हुए आठ माह पूरे हो गए हैं, लेकिन अभी भी स्थिति जस की तस है। करीब आधा किलोमीटर का बॉर्डर सील होने से अब तक अरबों रुपयों का नुकसान हो चुका है और रोजाना लोगों को मौत के कच्चे रास्तों से आवाजाही करनी पड़ रही है। किसान दिल्ली कूच का इरादा नहीं बदल रहे और हरियाणा सरकार ट्रैक्टर-ट्रालियों पर दिल्ली जाने की इजाजत नहीं दे रही।

ट्रैक्टर-ट्राली को आशियाना बना डेरा डाले हैं किसान

मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचा और बातचीत भी हुई, लेकिन रास्ता नहीं खुला। किसान अब भी दिल्ली जाने के लिए अड़े हैं। ट्रैक्टर ट्रालियों को आशियाना बनाकर डेरा डाले हुए हैं। सुबह 11 बजे से 2 बजे तक रोजाना बैठक भी होती है। इसके बाद पंजाब की ओर का इलाका दूर-दूर तक खाली नजर आता है, जबकि महज ट्रैक्टर ट्रालियां और उसमें लोग दिखते हैं।

अंबाला का कपड़ा उद्योग हो रहा प्रभावित

बॉर्डर बंद होने से अंबाला शहर का कपड़ा उद्योग बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। हरियाणा और पंजाब में अन्य कारोबार पर भी असर पड़ रहा है। करीब सात सौ करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है। रोडवेज को भी रोजाना एक लाख की चपत लग रही है।

वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद

शंभू बॉर्डर सील होने से वाहनों आवाजाही पूरी तरह से बंद है। करीब 60 हजार वाहन चालकों को रास्ता बदलकर लंबे रूट से जाना पड़ रहा है। डीजल और पेट्रोल की खपत भी बढ़ गई है। नेशनल हाईवे अथारिटी को भी करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है।

चार कंपनियां तैनात, केंद्र को देना होगा पैसा

कानून व्यवस्था न बिगड़ जाए इसलिए हरियाणा सरकार ने केंद्र से आग्रह कर कंपनियां मंगवाई थीं। सूत्रों का कहना है कि चार कंपनियां बॉर्डर पर डटी हैं। हरियाणा पुलिस के भी जवान तैनात हैं। पांच माह से इन सभी कर्मचारियों को सिर्फ बॉर्डर पर पहरेदारी का वेतन और टीए व डीए देना मजबूरी बना हुआ है। फोर्स के खानपान और अन्य व्यवस्थाओं को लेकर भी इंतजाम करने पड़ रहे हैं।

यह भी पढ़ें- Haryana News: शपथ से पहले एक्शन में सरकार, फील्ड में निकले नायब सैनी; विधायक ले रहे अफसरों की क्लास

लॉजिस्टिक भी हुआ महंगा

शंभू बॉर्डर से आवाजाही बंद होने के कारण ट्रांसपोर्ट सिस्टम भी प्रभावित हुआ। पंजाब से जो सामान आता है या फिर अंबाला से जो सामान पंजाब भेजा जाता है, उनका लॉजिस्टिक (किराया) बढ़ाया गया। इसका असर सामान पर भी पड़ा, जिसकी कीमतें बढ़ीं।

यह भी पढ़ें- हरियाणा में बीजेपी के लिए '51' का अंक शुभ, अजय गौड़ ने बताया कितने विधायकों से बना रहे सरकार

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें