अब स्कूल गेम्स में परखा जाएगा खिलाड़ियों का दमखम
खेलो इंडिया यूथ गेम्स में जहां हरियाणा के खिलाड़ियों ने पदक तालिका में टाप किया वहीं अंबाला के खिलाड़ी पूरी तरह से फिसड्डी साबित हुए हैं।
By JagranEdited By: Updated: Wed, 22 Jun 2022 12:00 AM (IST)
जागरण संवाददाता, अंबाला :
खेलो इंडिया यूथ गेम्स में जहां हरियाणा के खिलाड़ियों ने पदक तालिका में टाप किया, वहीं अंबाला के खिलाड़ी पूरी तरह से फिसड्डी साबित हुए हैं। अंबाला के खिलाड़ियों का चयन खेलो इंडिया गेम्स की व्यक्तिगत ईवेंट के तहत जिमनास्टिक, भारोत्तोलन में हुआ था, लेकिन इन गेम्स में एक भी पदक अंबाला के हिस्से नहीं आया। यही नहीं तैराकी प्रतियोगिता में तो अंबाला का एक भी खिलाड़ी सिलेक्ट नहीं हो पाया। अब दो साल से लटकी स्कूल गेम्स के आयोजन में एक बार फिर से हरियाणा ही नहीं अंबाला के खिलाड़ियों की भी परीक्षा होगी। स्कूल नेशनल में अंबाला के कितने खिलाड़ी भागीदारी करते हैं, इस पर तो नजर रहेगी साथ ही व्यक्तिगत खेलों में अंबाला के खिलाड़ियों की परफारमेंस क्या रहेगी, इस पर भी नजर रहेगी। उल्लेखनीय है कि खेलो इंडिया में अधिकतर स्कूली विद्यार्थियों ने भाग लिया था।
दो साल से स्कूल गेम्स लटकी
पिछले दो साल से स्कूल गेम्स का आयोजन लटका हुआ है। साल 2020 में कोरोना की पहली लहर में इन गेम्स का आयोजन ही नहीं हो पाया। इसी तरह साल 2021 में उम्मीद बंधी, लेकिन यह गेम्स भी जिला स्तर से आगे नहीं बढ़ पाई। हालांकि शिक्षा विभाग ने स्कूल स्टेट गेम्स का कैलेंडर तो जारी किया, लेकिन इनका आयोजन नहीं हो पाया। ऐसे में दो साल से खिलाड़ी इंतजार कर रहे हैं कि इन गेम्स का आयोजन कब होगा। कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जो अपनी 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद कालेजों में दाखिला ले चुके हैं। इन विद्यार्थियों का स्कूल गेम्स में चैंपियन बनने का सपना टूट गया है। खेलो इंडिया के बाद फिर परीक्षा
खेलो इंडिया यूथ गेम्स में अधिकतर स्कूली विद्यार्थियों ने भाग लिया। अंडर 19 आयु वर्ग में यह प्रतियोगिता होती है, जबकि इसी आयु वर्ग में स्कूल गेम्स भी होती हैं। इस बार पूरी संभावनाएं हैं कि स्कूल गेम्स का आयोजन होगा। खेलो इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन के बाद माना जा रहा है कि इन गेम्स का शेड्यूल भी जुलाई में जारी कर दिया जाएगा। यह प्रतियोगिता अंडर 14, 17 और 19 आयु वर्ग में आयोजित की जाएंगी। उल्लेखनीय है कि स्टेट गेम्स में भागीदारी करने वाले एससी विद्यार्थियों को सरकार की ओर से छात्रवृत्ति दी जाती है। यह गेम्स न होने के कारण यह छात्रवृत्ति भी खिलाड़ियों को नहीं मिल पाई, जबकि यह स्कूल पासआउट कर चुके हैं। फेडरेशन को लेकर भी फंसा है पेंच स्कूल नेशनल गेम्स का आयोजन करवाने वाली स्कूल गेम्स फेडरेशन आफ इंडिया (एसजीएफआइ) की मान्यता को लेकर भी पेंच फंसा हुआ है। इसमें भी दो धड़े बने हुए हैं, जबकि दोनों अपने धड़े को सही बता रहे हैं। एक धड़े ने तो साल 2021 में स्कूल नेशनल गेम्स का शेड्यूल भी जारी कर दिया था, लेकिन यह आयोजन नहीं हुआ। अब माना जा रहा है कि शिक्षा विभाग स्टेट गेम्स तक को अपने स्तर पर आयोजित करेगा, जबकि नेशनल गेम्स को लेकर सस्पेंस बना रहेगा।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।