Ambala: विवाहिता ने सल्फास खाकर दी जान, मानसिक रूप से थी परेशान; सुसाइड नोट में एक महिला को ठहराया जिम्मेदार
Ambala Suicide Case हरियाणा के अंबाला में मानसिक रूप से तंग आकर विवाहिता ने सल्फास खाकर जान दे दी। मृतका ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है जिसमें कुरुक्षेत्र की एक महिला जिसका नाम मीना है उसको अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है। मृतका ने सुसाइड नोट में आरोप लगाया है कि आरोपित महिला ने मानसिक दबाव डालकर आत्महत्या करने को मजबूर किया है।
By Jagran NewsEdited By: Himani SharmaUpdated: Sat, 12 Aug 2023 07:20 PM (IST)
अंबाला, जागरण संवाददाता: सदर थाना क्षेत्र के गांव मोटा माजरा की सोनिया ने जहरीला पदार्थ खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है। मृतका ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें कुरुक्षेत्र की एक मीना को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है। मृतका ने सुसाइड नोट में आरोप लगाया है कि आरोपित महिला ने मानसिक दबाव डालकर आत्महत्या करने को मजबूर किया है।
पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज
पुलिस ने शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। कुरुक्षेत्र के गांव फालसंडा रांगडान के जरनैल सिंह ने बताया कि वह कैथल को-आप्रेटिव शुगर मिल में नौकरी करता है। उसके पास दो बच्चे हैं जिनमें एक बेटा सौरव व एक बेटी सोनिया है।
बेटी सोनिया की गांव मोटा माजरा में तरविंद्र सिंह के साथ 18 नवंबर 2018 से शादी हुई थी। जिसके पास तीन साल की बेटी है। मेरी बेटी अपने ससुराल में खुशहाल थी, उसका दामाद तरविंद्र सिंह साहा फ्रूटी कंपनी में नाइट शिफ्ट में वाटर ट्रीटमेंट के पद पर है।
सोनिया ने खाया सल्फास
11 अगस्त को दामाद तरविन्द्र सिंह का फोन आया कि सोनिया ने जहर (सल्फास) खा लिया है और उसकी तबीयत खराब हो गई है। वह उल्टियां कर रही है, वह ड्यूटी से घर आ रहा है और आप भी जल्दी से आ जाओ। उसके बाद समधी जगदीश सिंह का भी फोन आया, जिन्होंने यही सूचना दी। सूचना पर मैं, बेटा सौरभ गाडी लेकर एमएम अस्पताल सद्दोपुर पहुंचे। जहां डाक्टर ने बेटी सोनिया को वेंटीलेटर पर रखा हुआ था, जो बेहोश थी। शाम को डाक्टर ने इलाज के दौरान बेटी को मृत घोषित कर दिया।
मृतका ने सुसाइड नोट में यह किया जिक्र
दामाद तरविंद्र सिंह निवासी गांव मोटा माजरा ने बेटी सोनिया का लिखा गया सुसाइड नोट दिया। जिसमें लिखा था कि ‘मैं सोनिया मेरी मौत की जिम्मेदार मीना हैं जो बाबैन से है। मुझे उसने जैसे जैसे बोला मैंने वैसे आगे पेमेंट डाली उसका मुझे नहीं पता था कि वो कहां से लेकर आती थी, पर उसने जैसे कहा बस उसके कहने पर पेमेंट डाली।जब वो फंस गई तो मुझे ब्लैकमेल करने लगी कि मैंने तो तेरे खाता में डाली तू लाकर दे। उसने और जिस जिस से उसने ले रखे थे, उनसे मेरे पास फोन करवाने लगी। मुझे टार्चर करने लगे और मैं उन लोगों को भी नहीं जानती। बस उसके कहने पर मेरे खाता में पैसे डाले और मेरी ज्वेलरी भी उसी के पास पड़ी है। जो वह डरा धमका कर लेकर गई।
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