Ambala News: मनी लॉन्ड्रिंग में फंसे बंसल को नहीं रास आई जेल, दस दिन से अस्पताल के AC रूम में दाखिल
Ambala News मनी लांड्रिंग केस में फंसे एम3एम के मालिक को जेल रास नहीं आई। अंबाला छावनी के नागरिक अस्पताल के एयरकंडीशंड प्राइवेट रूम में उपचार के लिए दाखिल कराया गया है। कंपनी के प्रमोटर रूप बंसल को नौ दिन के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है। कंपनी के फाउंडर बसंत बंसल और प्रमोटर पंकज बंसल अभी भी अस्पताल के एयरकंडीशंड कमरे में उपचाराधीन हैं।
अंबाला, दीपक बहल: मनी लांड्रिंग के 400 करोड़ के घोटाले में फंसे एम3एम के मालिक, कंट्रोल और प्रमोटर को अंबाला की ऐतिहासिक सेंट्रल जेल रास नहीं आई। इन तीनों को अंबाला छावनी के नागरिक अस्पताल के एयरकंडीशंड प्राइवेट रूम में उपचार के लिए दाखिल कराया गया है।
कंपनी के प्रमोटर रूप बंसल को नौ दिन के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है, जबकि कंपनी के फाउंडर बसंत बंसल और प्रमोटर पंकज बंसल अभी भी अस्पताल के एयरकंडीशंड कमरे में उपचाराधीन हैं।
हरियाणा आर्म्ड पुलिस (एचएपी) की गार्द के पहरे में फाउंडर और प्रमोटर का उपचार किया जा रहा है। पंकज बंसल 23 अगस्त से अस्पताल में दाखिल हैं, जबकि बसंत बंसल 28 अगस्त को अस्पताल में दाखिल हुए। अस्पताल में पहरे में तैनात कर्मचारियों ने बताया कि दोनों से मिलने के लिए उनके पहरे में चंद मिनटों के लिए मिलने की इजाजत है।
हेराफेरी के आरोप में किया था मामला दर्ज
इन तीनों पर आरोप है कि हरियाणा, चंडीगढ़ व पंजाब में इनके कई आवासीय व अन्य प्रोजेक्ट चल रहे हैं। आरोप है कि निवेशकों व ग्राहकों के फंड को डायवर्ट कर और हेराफेरी के आरोप में मामला दर्ज किया गया था। कई शैल कंपनियों के माध्यम से आइआरईओ ने करीब चार सौ करोड़ रुपये हासिल किए और कागजों में विकास अधिकारियों को भुगतान करना दिखाया गया।
एम3एम कंपनी के पास जो जमीन थी जिनका बाजार मूल्य करीब चार करोड़ रुपये था। इनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) ने गुरुग्राम स्थित आवास और कार्यालयों से करोड़ों की गाड़ियां अन्य सामान बरामद किया था। इस पूछताछ के बाद तीनों आरोपितों को अंबाला सेंट्रल जेल लाया गया था।
18 अगस्त को रूप बंसल की बिगड़ी तबीयत
अंबाला सेंट्रल जेल में बंद प्रमोटर रूप बंसल की तबीयत बिगड़ गई, जिसके चलते उनको अंबाला कैंट के नागरिक अस्पताल लाया गया। हालांकि अंबाला सेंट्रल जेल से बंदियों या कैदियों को अंबाला शहर जेल में लाया जाता है, लेकिन बंसल का उपचार कैंट अस्पताल में हुआ।
अस्पताल प्रशासन यह बताने को तैयार नहीं कि इनको शहर से रेफर किया गया था या सीधा जेल से ही कैंट अस्पताल लाया गया। 18 अगस्त से 26 अगस्त तक रूप बंसल अस्पताल के प्राइवेट कमरा नंबर 329 में दाखिल रहे।
फाउंडर पंकज बंसल को 23 अगस्त को लाया गया था अस्पताल
इसके बाद उनको डिस्चार्ज कर दिया गया। जबकि फाउंडर पंकज बंसल को 23 अगस्त को अस्पताल लाया गया। पंकज की तबीयत बिगड़ गई, जिसके चलते डाक्टरों ने उनको दाखिल होने की राय दे दी और प्राइवेट कमरा नंबर 324 में इनका इलाज चल रहा है।
अभी पंकज को डिस्चार्ज नहीं किया गया कि फाउंडर बसंत बंसल की थी तबीयत बिगड़ गई, जिनको 28 अगस्त को अस्पताल के प्राइवेट कमरा नंबर 326 में दाखिल किया गया है। प्राइवेट कमरों में इनका इलाज चल रहा है और बाहर पुलिस का पहरा लगा हुआ है। इन में कुछ पुलिस कर्मी सादे कपड़ों में भी नजर आए।
बाद में कुछ बता सकते हैं : जेल अधीक्षक
अंबाला सेंट्रल जेल के अधीक्षक संजीव पातड़ ने पंकज और बसंत बंसल के अस्पताल में उपचाराधीन होने के सवाल पर कहा कि वे अभी चंडीगढ़ में हैं। बाद में इस बारे में कुछ बता सकते हैं। बता दें कि तीनों आरोपितों को पूछताछ के बाद अंबाला सेंट्रल जेल में लाया गया था और यहीं से इनको अस्पताल भेजा गया।
सुना तो है पर पूरी जानकारी नहीं : एमओ
अंबाला छावनी नागरिक अस्पताल के मेडिकल आफिसर डा. मुकेश ने पूछने पर बताया कि सुना है कि पंकज और बसंत बंसल अस्पताल में उपचाराधीन हैं। लेकिन उनको इस बारे में पूरी जानकारी नहीं है।