Move to Jagran APP

'किसी ने दुष्प्रचार किया इसलिए जताई दावेदारी', चुनाव से पहले CM बनने के बयान पर अब क्या बोले अनिल विज?

हरियाणा में बीजेपी ने एक बार फिर से सत्ता में वापसी की है। इस तरह गुरुवार को नायब सैनी नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। इसी क्रम में उनका प्रस्ताव अनिल विज बने। अनिज विज ने चुनाव से पहले मुख्यमंत्री वाले बयान पर भी सफाई दी। उन्होंने कहा कि वह बयान इसलिए दिया क्योंकि यह दुष्प्रचार किया गया था कि मैं सीएम नहीं बनना चाहता।

By Anurag Aggarwa Edited By: Prince Sharma Updated: Wed, 16 Oct 2024 04:16 PM (IST)
Hero Image
Haryana News: हरियाणा में पूर्व गृहमंत्री अनिल विज (जागरण फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। Haryana Cm Oath Ceremony: भाजपा विधायक दल के नेता के लिए नायब सिंह सैनी के नाम का प्रस्ताव रखने वाले पूर्व गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने अपने उस बयान पर सफाई दी है, जिसमें चुनाव के दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री पद पर दावेदारी जताई थी।

उन्होंने कहा कि किसी ने यह दुष्प्रचार किया था कि मैं सीएम बनना नहीं चाहता। इस वजह से मुझे यह बयान देना पड़ा कि यदि पार्टी चाहेगी तो मैं सीएम बन सकता हूं। अनिल विज पिछली बार मनोहर लाल के प्रस्ताव बने थे, जबकि इस बार नायब सिंह सैनी के प्रस्ताव बने हैं।

सीएम की दावेदारियों के बीच शाह बने पर्यवेक्षक

पूर्व गृह मंत्री अनिल विज की सीएम पद पर दावेदारी तथा केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत की सीएम बनने की इच्छा के चलते ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) को पर्यवेक्षक बनकर चंडीगढ़ आना पड़ा था, ताकि नायब सिंह सैनी के मुख्यमंत्री बनने की घोषणा में किसी तरह की अड़चन पैदा ना हो सके।

अनिल विज ने बुधवार को कहा कि मैं पार्टी का निष्ठावान कार्यकर्ता हूं। मुझे किसी गेट पर पार्टी ने यदि चपरासी भी नियुक्त कर दिया तो मैं वह काम आराम से कर लूंगा। मैं जहां भी रहूंगा, वहीं छक्के मारुंगा। यह पार्टी नेतृत्व को तय करना है कि मुझे कब और क्या जिम्मेदारी दी जानी है।

अंबाला छावनी से सातवीं बार बने विधायक

अनिल विज अंबाला छावनी (Ambala Cant) से सातवीं बार विधायक चुनकर आए हैं और भाजपा में सबसे वरिष्ठ हैं। पिछली मनोहर सरकार के कार्यकाल में उनका विवादों से नाता रहा और नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini)की सरकार में उन्होंने मंत्री बनने से इनकार कर दिया था। तब यह बात आई थी कि अनिल विज चूंकि नायब सैनी से सीनियर हैं तो इसलिए वे उनके नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में मंत्री नहीं बनेंगे।

विज ने कहा कि मैं वरिष्ठ जनप्रतिनिधि हूं। मैंने आज तक पार्टी से कुछ नहीं मांगा और न ही आगे मांगूंगा। मैंने विधानसभा चुनाव के दौरान सीएम बनने वाली बात अपना स्पष्टीकरण देने को लेकर कही थी, क्योंकि मेरे विरुद्ध किसी ने यह फैला दिया था कि मैं सीएम बनना नहीं चाहता। यह पार्टी का फैसला होता है कि कब, किसे और क्या जिम्मेदारी देनी है।

यह भी पढ़ें- मांग रहे थे मुख्यमंत्री की कुर्सी, बना दिया प्रस्तावक; अनिल विज के साथ कैसे हुआ 'खेला'

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।