Bharat Band: ...तो क्या कल बंद रहेगा भारत? रोडवेज बसों का होगा चक्का जाम; फल-सब्जियां और दूध की सप्लाई पर पड़ेगा सीधा असर
हरियाणा में कई स्थानों पर किसानों के आंदोलन (Farmers Protest) के कारण तीन दिन से यातायात बाधित है। इस कारण से आम लोगों को परेशानी हो रही है। इसी बीच अब संयुक्त किसान मोर्चा 10 केंद्रीय श्रमिक संगठनों आदि ने शुक्रवार को होने वाली हड़ताल और ग्रामीण भारत बंद के समर्थन में सड़कों पर उतरेगी। हरियाणा के रोडवेज कर्मंचारी भी हिट एंड रन कानून के खिलाफ सड़कों पर उतरेंंगे।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा में विभिन्न स्थानों पर किसानों के धरने-प्रदर्शन के चलते तीन दिन से यातायात प्रभावित होने से बेबस लोगों की परेशानी और बढ़ने वाली है। संयुक्त किसान मोर्चा, 10 केंद्रीय श्रमिक संगठनों और कर्मचारी संघों के महासंघ की शुक्रवार को होने वाली हड़ताल और ग्रामीण भारत बंद (Bharat Bandh on february 16) के समर्थन में उतरी रोडवेज कर्मचारी यूनियनों ने रोडवेज बसों का चक्का जाम करने की घोषणा की है। इस दौरान फल-सब्जियों और दूध की सप्लाई भी प्रभावित रहने के आसार हैं।
हरियाणा रोडवेज कर्मचारी भी लेंगे हिस्सा
हरियाणा रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी के साथ ही ऑटो चालक, कैंटर और ट्रक व टैक्सी ड्राइवर भी हिट एंड रन कानून के खिलाफ चक्का जाम में शामिल होंगे। सीटू से संबद्ध द ट्रांसपोर्ट वर्कर्स यूनियन हरियाणा के राज्य प्रधान शरबत पूनिया व महासचिव सतीश सेठी ने दावा किया कि शुक्रवार को सभी रोडवेज बसों का चक्का जाम रहेगा।
ये संगठन लेंगे हिस्सा
राष्ट्रव्यापी हड़ताल को लेकर बृहस्पतिवार को संयुक्त किसान मोर्चा, सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस (सीटू), ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक), इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (इंटक), अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एआइटीयूसी) सहित अन्य मजदूर और खेत मजदूर संगठनों, अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ।यह भी पढ़ें: Farmers Protest: बड़े भाई को अकेला नहीं छोड़ सकते... पंजाब को लेकर गुरनाम सिंह चढ़ूनी का आया ये रिएक्शन
अखिल भारतीय फेडरेशन, सर्व कर्मचारी संघ और हरियाणा कर्मचारी महासंघ की ओर से शहरों में मोटरसाइकिल जुलूस निकाले गए। इस दौरान कर्मचारियों, किसानों और श्रमिकों से जिला मुख्यालयों पर होने वाले प्रदर्शनों में शामिल होने का आह्वान किया गया।
कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली व नौकरी पक्का करने की कर रहे मांग
अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुभाष लांबा ने कहा कि कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली व नौकरी पक्का करने जैसी मांगों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इनके लिए कोई गारंटी नहीं दे रहा। न ही केंद्र सरकार किसानों से किए वादे को पूरा कर रही है।
उन्होंने कहा कि भारत बंद में केंद्र सरकार के कर्मचारियों के साथ ही राज्य सरकार के बड़ी संख्या में कर्मचारी, आढ़ती, व्यापारी, ट्रांसपोर्टर्स सहित अन्य वर्गों के लोग शामिल होंगे। सभी जिला एवं खंड मुख्यालयों पर प्रदर्शन एवं रैलियां की जाएंगी। संयुक्त किसान मोर्चा ग्रामीण क्षेत्रों में बंद करेगा और प्रदर्शन करेगा।
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