लोकसभा चुनाव से पहले क्यों बिखर गया BJP-JJP गठबंधन, इन पांच कारणों से जानिए सरकार टूटने की वजह
Haryana News आखिर साढ़े चार साल बाद हरियाणा में BJP-JJP का गठबंधन कैसे टूट गया। अप्रैल-मई में चुनाव होने हैं। ऐसे में हरियाणा में सियासी माहौल बदल जाना। सरकार की किसी बड़ी युक्ति की ओर इशारा कर रहा है। बहरहाल यह जानना जरूरी है कि आखिर ऐसी क्या खटपट हुई कि जजपा और भाजपा एक साथ नहीं चल सके। आइए इन बिंदुओं से इसके पीछे की कहानी जानते हैं।
डिटिजल डेस्क, चंडीगढ़। (BJP and JJP Alliance Collapse): हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी और जननायक जनता पार्टी का गठबंधन टूट चुका है। बीते दिन मनोहर लाल ने मुख्यमंत्री पद से पूरी कैबिनेट के साथ इस्तीफा दिया।
अब कुरुक्षेत्र के सासंद रहे नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा (Haryana Politics) में नई सरकार बनी है। परंतु यह सोचने वाली बात है कि आखिर साढ़े चार साल बीत जाने के बाद ही यह गठबंधन टूटा और लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कैसे हरियाणा की सियासी एकदम बदल गई। आइए, इन बिंदुओं से आसाने भाषा में जजपा और भाजपा के गठबंधन टूटने के पीछे की वजह जानते हैं।
हरियाणा में गठबंधन टूटने के पांच कारण...
1.अप्रैल-मई में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। मौजूदा वक्त में हरियाणा में दस सीटें हैं। जननायक जनता पार्टी भाजपा से दो सीटें लेने की मांग कर रही थी। मगर भाजपा ये सीटें जजपा केो देने के लिए तैयार नहीं थी।2. भाजपा और जजपा साथ मिलकर सरकार तो चला रही थी। मगर सरकार के बीच आंतरिक क्लेश भी जारी था। कई बार विधायक नेतृत्व के सामने नाराजगी व्यक्त कर चुके थे।
3. दुष्यंत चौटाला भाजपा सरकार के निर्णयों का क्रेडिट ले रहे थे। यह बात भारतीय जनता पार्टी को रास नहीं आ रही थी।4. जजपा भाजपा के साथ मनमानी कर रही थी। भारतीय जनता पार्टी के मना करने के बावजूद भी जजपा ने राजस्थान में अपने उम्मीदवारों उतारे थे।5. जननायक जनता पार्टी के पास जो विभाग थे। उन्हें लेकर विपक्ष बार-बार सरकार को घेर रहा था। विपक्ष भ्रष्टाचार के आरोप लगाने में जुटा था।
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