Kisan Andolan के कारण बस रूट बंद, आम जनता को हो रही परेशानी; घंटों इंतजार करते दिखे यात्री
Farmers Protest एक ओर किसान अपनी मांगो को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। तो वहीं उनके द्वारा किए जा रहे इस प्रदर्शन में आम जनता को सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। किसान आंदोलन के कारण सड़क मार्गों को या तो सील कर दिया गया है या तो उस रूट को डायवर्ट कर दिया गया है। इसमें लोगों को घंटों बसों का इंतजार करना पड़ रहा है।
डिजिटल डेस्क, अंबाला। Farmers Protest: किसानों द्वारा MSP की मांग को लेकर किए जा रहे प्रदर्शन में पुलिस ने तो अपने पुख्ता इंतजाम किए हैं, जिससे लोगों को ज्यादा परेशानी का सामना न करना पड़े। क्योंकि किसानों ने हाईवे और हरियाणा-पंजाब के बॉर्डरों को सील (Haryana Punjab Border Sealed) किया हुआ है, इसके चलते आम लोगों को परेशानियों सामना तो करना पड़ रहा है। किसान आंदोलन के कारण लोग बस अड्डे पर घंटो बसों का इंतजार करते नजर आए।
एक तरफ किसानों द्वारा MSP को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर आम जनता को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बस में चढ़ते नजर आए लोग
बहादुरगढ़ के बस अड्डे पर आम जनता घंटो इंतजार करती रही, लेकिन किसान आंदोलन के कारण सड़क मार्गों को या तो बंद कर दिया गया है या तो बसों के रूट को डायवर्ट कर दिया गया है। घंटो इंतजार के बाद बहादुरगढ़ की बस में चढ़ते नजर आए।
टूटा यात्रियों का सब्र
गुरुग्राम के बस अड्डे पर घंटों से बस के इंतजार में खड़े यात्रियों का सब्र टूट गया। गुस्साए यात्रियों ने हंगामा कर दिया। हालांकि इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और लोगों को समझाने का प्रयास करने लगी। बस अड्डे पर बहादुरगढ़, जींद, पानीपत और अंबाला के यात्रियों को समझाते दिखे पुलिसकर्मी।
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वहीं इन सब के बीच एक ऐसी तस्वीर सामने आई, जिसे देखकर कोई भी ये सोचने पर मजबूर हो जाएगा कि आखिर कब बंद होगा ये किसान आंदोलन। गुरुग्राम बस अड्डे पर एक महिला न जाने कब से बस का इंतजार कर रही थी। महिला की गोद में बच्चा भी था, जिसे लेकर वो सफर करने वाली थी।बस अड्डे पर भटकते नजर आए यात्री
सड़क मार्गों के सील होने के बाद जींद और चरखी दादरी को जाने वाले यात्री गुरुग्राम बस अड्डे पर भटकते नजर आए। लोग अपनी-अपनी बसों का इंतजार कर रहे थे।पंजाब जाने वाली बसें तीन दिन से बंद
जींद से दिल्ली के लिए रोजाना 10 से ज्यादा बसें चलती हैं तो वहीं चंडीगढ़ के लिए भी सात से आठ बसें जाती हैं। पंजाब की तरफ संगरुर, लुधियाना, अमृतसर की तरफ भी तीन से चार बसें जाती हैं। पंजाब की तरफ जाने वाली बसें पिछले तीन दिन से बंद हैं। चंडीगढ़ जाने वाली बसें कैथल और पेहोवा, अंबाला से वापस लौट रही हैं। सुरक्षा के लिहाज से इन रूटों को बंद कर दिया गया है। सोमवार तक जींद से दिल्ली बॉर्डर को सील किया गया था, लेकिन गुरुग्राम की तरफ बसें जा रही थी।गांवो के रूट हो रहे प्रभावित
मंगलवार को जुलाना से आगे बसें नहीं जा पाई, क्योंकि जुलाना और रोहतक सीमा पर हाईवे को प्रशासन द्वारा सील कर दिया गया। इससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इसी तरह चंडीगढ़ जाने वाली यात्रियों को अंबाला उतारा गया तो उन्हें आगे लिंक रास्तों से निजी वाहनों का सहारा लेते हुए अपने गंतव्य तक जाना पड़ा। गांवों के रूट भी प्रभावित हो रहे हैं।मंगलवार को किसानों और पुलिस के बीच लाठीचार्ज
ट्रेनों में बढ़ रही यात्रियों की संख्या पंजाब और दिल्ली की तरफ रोड नेटवर्क बाधित होने के चलते यात्री ट्रेनों का सहारा लेने लगे हैं। सोमवार और मंगलवार को दिल्ली की तरफ जाने वाली ट्रेनों में सामान्य दिनों की अपेक्षा ज्यादा यात्री थे तो पंजाब की तरफ जाने वाली ट्रेनों में भी भारी भीड़ नजर आई। हालांकि मंगलवार शाम तक सभी ट्रेनों सुचारू रूप से चलती रही, लेकिन बुधवार को ट्रेनें चलेंगी या नहीं, इसे लेकर संशय है, क्योंकि दादा सिंह वाला बॉर्डर पर मंगलवार को किसानों और पुलिस के बीच लाठीचार्ज हुआ।