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Ambala: जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल के लिए बाजारों में उमड़े श्रद्धालु, मंदिरों में आयोजन को लेकर तैयारियां शुरू

जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण व राधा की मूर्तियों झूलों व पोशाकाें की धूम है। इस त्योहार को लेकर जहां उत्साह है वहीं अंबाला में करीब 65 लाख रुपये के कारोबार का अनुमान है। कारोबारियों की मानें तो आकर्षक झूले पोशाक और राधा-कृष्ण की मूर्तियां लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। दिन भर दुकानों पर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।

By Jagran NewsEdited By: MOHAMMAD AQIB KHANUpdated: Wed, 06 Sep 2023 10:14 AM (IST)
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जन्माष्टमी पर मंदिरों में आयोजन को लेकर तैयारियां शुरू

अंबाला, जागरण संवाददाता: जन्माष्टमी पर जिला भर में श्रीकृष्ण व राधा की मूर्तियों, झूलों व पोशाकाें की धूम है। इस त्योहार को लेकर जहां उत्साह है, वहीं जिला में करीब 65 लाख रुपये के कारोबार का अनुमान है। दो दिनों तक यह आयोजन होगा, जबकि अंबाला में यह मुख्य आयोजन 6 सितंबर को होगा। मंदिरों को जहां सजाया गया है, वहीं इसके आसपास मेले का माहौल है।

कारोबारियों की मानें, तो आकर्षक झूले, पोशाक और राधा-कृष्ण की मूर्तियां लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। दिन भर दुकानों पर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। कैंट में सबसे ज्यादा भीड़ रामबाजार में रही, जहां पर काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। बाजार में जन्माष्टमी को लेकर झूलों का विशेष क्रेज देखने को मिल रहा है। यह सौ रुपये से लेकर सात हजार रुपये कीमत के मिल रहे हैं।

65 लाख रुपये के कारोबार की उम्मीद

बाजार कान्हा के श्रृंगार से सजे हैं, जबकि राधा-कृष्ण की रंग बिरंगी पोशाक, बांसुरी, मुकुट, झूला, सिंहासन, भोग की थाली व माखन-मटकी आदि सामान लोग खरीद रहे हैं। इसके साथ ही तांबा, पीतल और चांदी से बनी कान्हा की मूर्तियां श्रद्धालुओं का मन मोह रही हैं।

अंबाला में अधिकतर सामान दिल्ली से लाया जाता है, जबकि कई दुकानदार, गुजरात, कोलकाता से भी सामान मंगवाते हैं, जबकि जयपुर से भी यह सामान मंगवाया जाता है। स्थानीय कलाकार भी जन्माष्टमी पर राधा-कृष्ण की मूर्तिया व अन्य सामान तैयार करते हैं। इस बार जिला में करीब 65 लाख रुपये के कारोबार की उम्मीद है।

राधा-कृष्ण के वस्त्र आभूषणों में मोर मुकुट की डिमांड ज्यादा

मार्केट में इस समय राधा-कृष्ण के वस्त्र आभूषणों में मोर मुकुट की डिमांड ज्यादा है। इसी तरह कृष्ण और राधा की ड्रेस की खरीददारी भी बढ़ी है, क्योंकि स्वजन अपने बच्चों को कान्हा व राधा का रूप देने की तैयारी कर रहे हैं। कैंट के राम बाजार, श्याम बाजार सहित अन्य स्टालों पर लोगों की भीड़ है।

पूजन सामग्री भी इन दुकानों पर मिल रही है। दूसरी ओर मंदिरों को भी सजाया जा रहा है, जबकि जन्माष्टमी पर मंदिरों के आसपास मेले का माहौल रहेगा। बुधवार को भी दिन भर इसी तरह से श्रद्धालु खरीददारी करेंगे और मंदिर में कान्हा के दर्शन भी करेंगे।