Move to Jagran APP

Ambala: खुशखबरी! अब इको कार्डियोग्राफी परीक्षण के लिए नहीं भटकना होगा इधर-उधर, जिला नागरिक अस्पताल में ही मिलेगी सुविधा

अम्बाला के जिला नागरिक अस्पताल में उपचार के लिए आने वाले हृदय रोगियों के लिए एक गुड न्यूज है। इन मरीजों को अपने इको कॉर्डियोग्राफी परीक्षण के लिए अब प्राइवेट अस्पतालों के धक्के नहीं खाने पड़ेंगे। हालांकि जिला नागरिक अस्पताल में इस परीक्षण के लिए 200 रुपये देने होंगे या फिर ये मुफ्त सुविधा रहेगी। ये अभी तय नहीं हो सका है।

By Umesh Bhargava Edited By: Deepak SaxenaUpdated: Tue, 09 Jan 2024 06:31 PM (IST)
Hero Image
अम्बाला के जिला नागरिक अस्पताल में ही होगा इको कार्डियोग्राफी परीक्षण।
जागरण संवाददाता, अम्बाला। जिला नागरिक अस्पताल में उपचार के लिए आने वाले हृदय रोगियों के लिए अच्छी खबर है। अब इन मरीजों को अपने इको कार्डियोग्राफी परीक्षण के लिए न तो छावनी नागरिक अस्पताल रेफर करने की जरूरत पड़ेगी न ही ऐसे मरीजों को टेस्ट के लिए प्राइवेट अस्पताल के धक्के खाने पड़ेंगे।

जिला नागरिक अस्पताल में मरीजों को मात्र 200 रुपये में यह सुविधा पहले दी जा रही थी जबकि प्राइवेट अस्पताल संचालक इस टेस्ट की एवज में 750 रुपये से लेकर 2 हजार तक मरीज से वसूल कर लेते हैं। हालांकि अभी यह तय नहीं किया गया है कि मरीजों से यह 200 रुपये की फीस भी ली जाएगी या इसे बिल्कुल ही निशुल्क किया जाएगा। लेकिन इतना तय है कि जल्द ही यहां यह सेवा शुरू कर दी जाएगी।

ईको टेस्ट के लिए प्राइवेट अस्पताल भटकते थे मरीज

दरअसल, जिला नागरिक अस्पताल के कमरा नंबर आठ में मरीजों हृदय रोगियों के ईको टेस्ट करीब चार महीने पहले तक किए जा रहे थे लेकिन यहां पहले जो मशीन थी वह खराब हो गई। इतना ही नहीं इससे पहले उस मशीन को ठीक करवाया जाता उसकी वेलेडिटी भी एक्सपॉयर हो गई। चूंकि यह मशीन काफी पुरानी हो चुकी थी। लिहाजा तब से लेकर अब तक मरीजों को ईको टेस्ट के लिए छावनी नागरिक अस्पताल स्थित हार्ट सेंटर रेफर करना पड़ता है या मरीज वहां जाने से बचने के लिए खुद ही प्राइवेट अस्पताल में जाकर टेस्ट करवा लेता है।

छावनी नागरिक अस्पताल में भी ईको टेस्ट के रेट जिला नागरिक अस्पताल में दी जा रही सेवा के मुकाबले काफी ज्यादा हैं। क्योंकि यहां हार्ट सेंटर पीपीपी मोड़ पर चल रहा है।

ये भी पढ़ें: Haryana: नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति अब जीजेयू में सभी कोर्स में होगी लागू, रखा जाएगा इस बात का विशेष ख्याल

अब कैसे की गई व्यवस्था

दरअसल, ट्रामा सेंटर स्थित अल्ट्रासाउंड ओपीडी में अब व्यवस्था की जा रही है। जिस मशीन से अल्ट्रासाउंड होते हैं उसी से ईको टेस्ट भी होंगे। इसके लिए अभी ओरिएंटेशन होनी बाकी है क्योंकि इस मशीन के फंक्शन और पहले जिस मशीन से अल्ट्रासाउंड हो रहे थे, उस मशीन में दोनों के फंक्शन अलग हैं। सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो इसी माह के आखिरी सप्ताह तक अल्ट्रासाउंड ओपीडी में ही ईको परीक्षण शुरू कर दिया जाएगा।

फिजिशियन डॉक्टर हर्ष पहले की तरह यहां मरीजों को यह सुविधा देंगे। बताया जा रहा है कि इसके लिए अल्ट्रासाउंड के लिए आने वाले मरीजों के समय को कम किया जा सकता है। एक या दो घंटे अल्ट्रासाउंड कक्ष में ईको टेस्ट के मरीजों का समय जल्द ही निर्धारित कर दिया जाएगा।

क्या है ईको टेस्ट

इको टेस्ट को इको कार्डियोग्राफी या इको कार्डियोग्राम आदि नामों से भी जाना जाता है, इको टेस्ट एक तरह का हृदय का अल्ट्रासाउंड टेस्ट होता है। यह एक दर्द रहित टेस्ट होता है, जिसमें ध्वनि तरंगों का प्रयोग किया जाता है। इन तरंगों के माध्यम से ह्रदय का चित्र लिया जाता है। इसमें ट्रांसड्यूसर के माध्यम से ध्वनि तरंगों की जांच की जाती है। यह एक प्रकार का डिवाइस है जो दिल के विभिन्न भागों से उठने वाली आवाजों को पकड़ लेता है और इन तरंगों को वीडियो के माध्यम से स्क्रीन पर भी देखकर उसकी तस्वीर लेते हुए हृदय की स्थिति का आंकलन किया जाता है।

जिला नागरिक अस्पताल के प्रधान चिकित्सा अधिकारी डॉ. संगीता गोयल ने कहा कि जल्द ही हम अल्ट्रासाउंड ओपीडी में ही ईको टेस्ट की सुविधा मरीजों को उपलब्ध करवा देंगे। इसकी लगभग सभी व्यवस्थाएं कर दी गई हैं। जब तक ईको के लिए नई मशीन नहीं आती तब तक अल्ट्रासाउंड मशीन के जरिए ही ईको टेस्ट किए जाएंगे।

ये भी पढ़ें: Jind News: बिना वीजा पासपोर्ट के अवैध तरीके से भारत में रह रहे 10 बांग्लादेशी गिरफ्तार, विदेशी अधिनियम के तहत मामला दर्ज

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।