Move to Jagran APP

Ambala News: गैंगस्टर मोनू राणा के आइडिया पर बनाई नकली शराब की फैक्ट्री, करनाल से दो लाख में खरीदी थी इथेनॉल

हरियाणा में जहरीली शराब से मौत के बाद ये मामला दिनों दिन तूल पकड़ता जा रहा है वहीं पुलिस जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि आरोपित मोगली ने नकली शराब के लिए 200 लीटर इथेनॉल दो लाख रुपये में खरीदे थे। हालांकि पुलिस ने सभी आरोपित और सप्लायर को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं नकली शराब बनाने के लिए यूपी से मजदूर बुलवाए गए थे।

By Jagran NewsEdited By: Deepak SaxenaUpdated: Fri, 17 Nov 2023 04:12 PM (IST)
Hero Image
करनाल से दो लाख में खरीदी थी इथेनॉल जिससे नकली शराब बनाई गई।
जागरण संवाददाता अंबाला। जहरीली शराब मामले में जिला पुलिस ने मास्टरमाइंड अंकित उर्फ मोगली समेत 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। मास्टरमाइंड मोगली 6 दिन के पुलिस रिमांड पर चल रहा है। इसी मामले में सीआईए शहजादपुर ने करनाल के रमनदीप उर्फ दीपू और अंशुल गर्ग को गिरफ्तार किया है। आरोपित मोगली ने नकली शराब बनाने के लिए 200 लीटर के इथेनाल के 10 ड्रम आरोपित अंशुल गर्ग से कमोपुरा करनाल से 2 लाख में खरीदे थे।

जश्नदीप सिंह रंधावा ने पत्रकार वार्ता में बताया कि गैंगस्टर मोनू राणा ने ही धनौरा के उत्तम और पुनीत को बोलकर यह अवैध फैक्ट्री मास्टरमाइंड अंकित उर्फ मोगली को दिलाई थी। अंबाला पुलिस ने सभी आरोपित और सप्लायर गिरफ्तार कर लिए हैं।

मोगली ने यूपी से बुलाए थे मजदूर

रंधावा ने बताया कि गांव धनौरा निवासी पुनीत ने खेत मालिक उत्तम सिंह का मोनू राणा गैंग के जुड़े अंकित उर्फ मोगली से संपर्क कराया था। इसके बाद उत्तम ने मोगली को अपने खेत में बनी फैक्ट्री को किराए पर दिया था। उत्तर प्रदेश का रहने वाला आरोपित शेखर मोगली का पुराना जानकार था। किसी को अवैध फैक्ट्री की भनक न लगे इसलिए शेखर ही प्रवीण समेत अन्य मजदूरों को हरियाणा लेकर पहुंचा था।

पुलिस ने सहारनपुर के सौरभ को 13 नवंबर को गिरफ्तार किया था। इसके पश्चात प्रिंस वालिया को गिरफ्तार किया था। आरोपी प्रिंस वालिया जहरीली शराब सप्लाई कर रहा था। 13 नवंबर को ही पुलिस ने मास्टरमाइंड अंकित उर्फ मोगली को गिरफ्तार किया था। आरोपी मोगली पहले भी शराब बनाने का काम करता रहा है। साल 2021 में भी पकड़ी गई अवैध शराब फैक्ट्री में भी मोगली का हाथ था।

ये भी पढ़ें: Haryana News: खौफ में भ्रष्ट अधिकारी, हरियाणा सरकार ने 120 मामलों में जांच के दिए आदेश; 37 केस में अभी फैसला बाकी

एसपी ने बताया कि कलंदरी गेट करनाल के रहने वाले रमन उर्फ दीपा ने इथेनाल की सप्लाई की थी। आरोपी दीपा पशुओं की कैल्शियम और सैनिटाइजर फैक्ट्री में काम करता था। साल 2020-21 में आरोपित पार्ट टाइम में किसी फैक्ट्री से सैनिटाइजर लेकर बेचता था। जहां, सैनिटाइजर बनाए जा रहे थे, वहां आरोपी दीपा का संपर्क था। आरोपित वहीं से भारी मात्रा में इथेनॉल मंगवाता था। दीपा के जरिए ही अंकित मोगली की कंबोपुरा की फैक्ट्री के मालिक के साथ संपर्क हुआ था। पुलिस ने घटनास्थल से प्लास्टिक के ड्रम, मशीन समेत अन्य सामान कब्जे में लिया था।

जेल में हुआ था मोगली का मोनू से संपर्क

एसपी रंधावा ने बताया कि मास्टरमाइंड अंकित उर्फ मोगली को कुरुक्षेत्र में एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था। यहीं कुरुक्षेत्र जेल में मोगली का गैंगस्टर मोनू राणा से संपर्क हुआ और मोनू ने उसे नकली शराब बनाने के लिए कहा।

सप्लायर भी गिरफ्तार

इसमें मुख्य रूप से डुलयानी के विक्रम राणा, अधोया के मोहित को गिरफ्तार किया है। मास्टरमाइंड ने शराब की खाली बोतल कालाअंब फैक्ट्री से खरीदी थी। स्टीकर दिल्ली के बबलू से तैयार कराए थे। इनके अलावा गैंगस्टर मोनू राणा के कारिंदे थंबड़ के प्रदीप, कपिल पंडित और गौरव को यमुनानगर पुलिस ने गिरफ्तार किया हुआ है। पुलिस मोनू राणा समेत अन्य आरोपियों को भी प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आएगी।

ये भी पढ़ें: जहरीली शराब कांड के बाद एक्शन मोड में आबकारी विभाग, सभी ठेकों से लिए जाएंगे शराब के सैंपल; खंगाला जाएगा रिकॉर्ड

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।