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हरियाणा में कांग्रेस पिछले चुनाव क्यों हारी? हुड्डा ने प्रभारी को बताया, बिना नाम लिए सुरजेवाला पर साधा निशाना

सुरजेवाला किरण और सैलजा की तिकड़ी ने प्रभारी के सामने हुड्डा गुट पर जमकर आरोप लगाए। भूपेंद्र हुड्डा बोले कि 2019 में ही कांग्रेस की सरकार बनना तय था। लेकिन हमारे स्तर पर ही गलती हुई जिसका आकलन जरूरी है। हुड्डा ने बातों ही बातों में टिकट बंटवारे की तरफ प्रभारी का ध्यान खींचा। 90 में से 40 टिकट हुड्डा विरोधी खेमों को मिली थी। हुड्डा ने इस दौरान बिना नाम लिए सुरजेवाला पर भी निशाना साधा।

By Jagran NewsEdited By: Rajat MouryaUpdated: Sun, 25 Jun 2023 09:39 PM (IST)
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हरियाणा में कांग्रेस पिछले चुनाव क्यों हारी? हुड्डा ने प्रभारी को बताया
चंडीगढ़, राज्य ब्यूरो। हरियाणा कांग्रेस की दो दिन चली बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पार्टी में ही मौजूद अपने राजनीतिक विरोधियों को करार जवाब दिया है। पहले दिन कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया के सामने जिस तरह रणदीप सुरजेवाला, कुमारी सैलजा और किरण चौधरी की तिकड़ी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर हमलावर हुई, उसे देखकर लगा कि अब हुड्डा की राह आसान नहीं है।

हुड्डा को जब माइक संभालने का मौका मिला तो उन्होंने अपने राजनीतिक विरोधियों के हर साल का जवाब देते हुए उन्हें ही सवालों के घेरे में लपेट दिया। बताया जाता है कि हुड्डा ने प्रभारी को भी पार्टी के उन कारणों से अवगत कराया, जिस वजह से कांग्रेस 2019 में अपनी सरकार नहीं बना सकी थी। चंडीगढ़ स्थित पार्टी कार्यालय में हुड्डा ने अनुशासन पर बात करने वाले नेताओं यानी किरण चौधरी को जवाब दिया।

'किस मुंह से अनुशासन की बात करते हैं'

उन्होंने कहा कि जो लोग चौधरी उदयभान को प्रदेश अध्यक्ष मानने से इन्कार करते हैं, वह किस मुंह से अनुशासन की बात कर रहे हैं। उदयभान को कांग्रेस हाईकमान ने प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। ऐसे में उनके खिलाफ होने वाली टिप्पणियों को भी अनुशासनहीनता माना जाना चाहिए। हुड्डा ने कहा कि राजनीति में महत्वाकांक्षाएं रखना गलत नहीं है। लेकिन बार-बार पार्टी को नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियां और बयानबाजी करने वालों को अपने भीतर झांकना चाहिए।

'हमारे स्तर पर ही गलती हुई'

बता दें कि सुरजेवाला, किरण और सैलजा की तिकड़ी ने प्रभारी के सामने हुड्डा गुट पर जमकर आरोप लगाए। भूपेंद्र हुड्डा बोले कि 2019 में ही कांग्रेस की सरकार बनना तय था। लेकिन हमारे स्तर पर ही गलती हुई, जिसका आकलन जरूरी है। हुड्डा ने बातों ही बातों में टिकट बंटवारे की तरफ प्रभारी का ध्यान खींचा। 90 में से 40 टिकट हुड्डा विरोधी खेमों को मिली थी।

'कुछ नेताओं को कांग्रेस का कुनबा बढ़ने से दिक्कत है'

हुड्डा ने जवाब दिया कि हमें यह देखना होगा कि इनमें से कितने जीते। यदि टिकट वितरण सही होता तो कांग्रेस की सरकार राज्य में बनी होती। हुड्डा ने रणदीप सुरजेवाला का नाम लिए बिना कहा कि कुछ नेताओं को कांग्रेस का कुनबा बढ़ने से दिक्कत है। सभी को इस बात पर खुश होना चाहिए कि पार्टी लगातार मजबूत हो रही है। पार्टी में ऐसे नेता शामिल हो रहे हैं, जो बाकायदा बीजेपी-जेजेपी में पदों पर मौजूद थे। कई ऐसे नेता शामिल हुए हैं जो पिछले चुनाव में अपनी मजबूत पकड़ साबित कर चुके हैं। लेकिन पार्टी द्वारा टिकट नहीं मिलने की वजह से चुनाव हार गए थे।

सैलजा व रणदीप पर हमलावर हुड्डा ने कहा कि तमाम घोषणाएं बाकायदा संगठन में सहमति, उनके बजट व क्रियान्वयन का आकलन करने के बाद की जा रही हैं। सुरजेवाला पिछले काफी समय से कर्नाटक में व्यस्त थे, इसलिए उन्हें इन सबकी जानकारी नहीं होगी। अगर राजस्थान की कांग्रेस सरकार 500 रुपये में गैस सिलेंडर दे सकती है, तो हरियाणा सरकार क्यों नहीं देगी। अगर कांग्रेस की बाकी सरकारें कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम का लाभ दे सकती हैं तो हरियाणा के कर्मचारियों को पेंशन देने की घोषणा का विरोध कहां तक उचित है।

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