शिक्षा विभाग की नई पहल: छात्र कब पहुंचा स्कूल और पढ़ाई में है कैसा, अभिभावकों को फोन कर बताएंगे टीचर
हरियाणा में शिक्षा विभाग ने नई पहल की है। अब जिन स्कूलों का परीक्षा परिणाम खराब है उनके शिक्षक नियमित रूप से छात्रों के अभिभावकों को फोन करेंगे और उन्हें छात्र की परफॉर्मेंस के बारे में सूचित करेंगे। साथ ही शिक्षक अभिभावकों को यह भी बताएंगे कि उनका बच्चा कब स्कूल पहुंचा और कब गया। सारी जानकारी पेरेंट्स को फोन पर दी जाएगी।
चंडीगढ़, राज्य ब्यूरो। हरियाणा में दसवीं और बारहवीं में खराब रिजल्ट वाले स्कूलों का रिजल्ट सुधारने को लेकर शिक्षा विभाग नई पहल करने जा रहा है। स्कूल शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जिन स्कूलों का परीक्षा परिणाम खराब है, उन स्कूलों के शिक्षक नियमित रूप से बच्चों के अभिभावकों को फोन करके अपडेट दें। उन्हें बताएं कि छात्र स्कूल किस समय पहुंचा और पढ़ाई में उसकी क्या स्थिति है।
स्कूल शिक्षा मंत्री का दावा है कि इससे शिक्षा में सुधार होगा और अभिभावकों में भी बच्चों की पढ़ाई के प्रति जागरूकता आएगी। साथ ही अभिभावक भी अपने बच्चों पर ध्यान देंगे कि वे समय पर स्कूल पहुंचे। इससे सरकारी स्कूलों की छवि भी और बेहतर बनेगी।
'यह केवल राजनीति है'
पंचायतों द्वारा टैबलेट वापस किए जाने के फैसले पर शिक्षा मंत्री ने पंचायतों को नसीहत दी कि यह केवल राजनीति है। हमारा प्रयास है कि टेक्नोलॉजी के अभाव में बच्चे पीछे नहीं रहने चाहिए। एक प्रतिशत से भी कम बच्चों द्वारा टैबलेट में डाले गए सॉफ्टवेयर को क्रैक किया गया है। जो भी बच्चा सॉफ्टवेयर को क्रैक करेगा, उससे टैबलेट वापस ले लिया जाएगा।
शिक्षकों की ऑनलाइन स्थानांतरण नीति में संशोधन पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि हमारी कोशिश है कि शिक्षकों को उनकी पसंद का स्कूल मिले। हमारी ट्रांसफर पॉलिसी को दूसरे राज्यों ने भी सराहा है।
'बुजुर्गों को मिलेगी 3100 रुपये पेंशन'
बुजुर्गों को पेंशन पर स्कूल शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि कांग्रेस ने 10 साल शासन किया। उनके समय में 300 रुपये पेंशन थी जिसे उन्होंने बढ़ाकर 700 रुपये किया। भाजपा ने सरकार बनाते ही प्रदेश में 1000 रुपये पेंशन दी। हम हर साल पेंशन को बढ़ाते जा रहे हैं। वर्तमान में 2750 रुपये पेंशन दी जा रही है। अगले वित्त वर्ष में 3100 रुपये पेंशन दी जाएगी।