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Haryana Election 2024: भाजपा के टिकट के लिए 90 सीटों पर 2556 दावेदार, बूथ कमेटियों की अनदेखी करने वालों की बढ़ेगी मुश्किल

हरियाणा में विधानसभा चुनाव के बीच पार्टियों ने भी तैयारी शुरू कर दी है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी के टिकटों पर भी दावेदारों ने आवेदन करना शुरू कर दिया है। प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों के लिए 2556 दावेदारों ने आवेदन किया है। पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया के अनुसार उन लोगों पर पार्टी सख्त हैं जिन्होंने दावेदारों को बूथ कमेटियों की सूची नहीं सौंपी है।

By Jagran News Edited By: Prince Sharma Updated: Tue, 27 Aug 2024 06:18 PM (IST)
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प्रत्येक दावेदार को बूथ कमेटियों का सही ढंग से गठन कर सूची सौंपने को कहा गया है
अनुराग अग्रवाल, चंडीगढ़। हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर टिकटों के लिए आवेदन करने वाले दावेदारों की छंटनी चालू हो गई है। प्रदेश कांग्रेस की ओर से ऐसे आवेदनों पर विचार नहीं किया जाएगा, जिन्होंने अपनी विधानसभा क्षेत्र के बूथों पर बूथ कमेटियों का गठन नहीं किया है।

कांग्रेस के अधिकतर दावेदार ऐसे हैं, जिन्होंने बूथ कमेटियों की सूची नहीं सौंपी। हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया ने इन सभी दावेदारों को बूथ कमेटियों की सूची जिला व विधानसभा संयोजकों को सौंपने के लिए 27 अगस्त तक का समय दिया है।

इसके साथ ही स्पष्ट कर दिया है कि यदि किसी दावेदार की बूथ कमेटी फर्जी अथवा अधूरी हुई तो उसे टिकट के लिए अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा। प्रत्येक दावेदार को बूथ कमेटियों का सही ढंग से गठन कर सूची सौंपने को कहा गया है।

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2446 दावेदारों ने किया टिकट के लिए आवेदन

कांग्रेस प्रभारी का मानना है कि जो अपने विधानसभा क्षेत्र की बूथ कमेटियों का गठन ठीक ढंग से नहीं कर सकता, वह विधानसभा चुनाव लड़ने में सक्षम नहीं होगा। 90 विधानसभा सीटों पर 2556 दावेदारों ने टिकट के लिए आवेदन किए हैं।

अधिकतर सीटों पर 10 से 90 आवेदन हैं। गढ़ी सांपला किलोई से अकेले पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आवेदन किया है। सभी आवेदकों को दिल्ली में पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया के कार्यालय में बुलाकर इंटरव्यू लिया जा रहा है।

चुनाव लड़ने का कारण पूछा जा रहा है। उनकी कमजोरी और ताकत के बारे में खुलकर बातचीत हो रही है। चुनाव में खर्च की जाने वाली राशि पर भी बातचीत की जा रही है।

'बूथ कमेटियों का गठन नहीं करना गंभीर मसला'

किसी कारण से उन्हें टिकट नहीं मिलता तो साथ ही वैकल्पिक दावेदार का नाम भी सुझाने को कहा गया है। इंटरव्यू के दौरान पता चला कि अधिकतर दावेदारों ने बूथ कमेटियां नहीं बनाई हैं। दावेदारों के कमजोर और मजबूत पक्ष की रिपोर्ट तैयार कर स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में रखा जाएगा।

पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया के अनुसार टिकट के दावेदारों द्वारा बूथ कमेटियों का गठन नहीं किया जाना गंभीर मसला है, क्योंकि क्योंकि पूरी क्षमता से चुनाव लड़ने के काबिल नहीं होने की स्थिति में भाजपा हमारी कमजोरी का लाभ उठा सकती है।

इसलिये बूथ कमेटी का गठन होना अनिवार्य है। बाबरिया ने बताया कि 27 अगस्त को शाम तक बूथ कमेटी की सूची जिला संयोजकों के सुपुर्द करनी जरूरी है।

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