Haryana News: 281 करोड़ रुपये से स्मार्ट होंगे मीटर, उपभोक्ता खुद कर सकेंगे बिजली खपत प्रबंधन
बिजली निगम ने एडवांस मीटरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विस प्रोवाइडर जोकि स्मार्ट मीटर न केवल उपलब्ध करवाएंगे बल्कि इन्हें लगाएंगे भी और सर्कल स्तर पर मीटरिंग निगरानी केंद्र स्मार्ट मीटर के संचालन और उनकी मेंटेनेंस का काम भी करेंगे को हायर करने का टेंडर नोटिस 28 दिसंबर को जारी कर दिया है। यह टेंडर 19 जनवरी को विद्युत सदन सेक्टर-14 में ओपन किया जाएगा।
उमेश भार्गव, अंबाला। शहर बिजली उपभोक्ताओं के लिए अच्छी खबर है। अब जिले में भी जल्द ही सभी घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। इसके लिए बिजली निगम ने अंबाला-पंचकूला सर्कल के लिए करीब 281 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत का प्रोजेक्ट तैयार किया है।
इसी के तहत बिजली निगम ने एडवांस मीटरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विस प्रोवाइडर जोकि स्मार्ट मीटर न केवल उपलब्ध करवाएंगे बल्कि इन्हें लगाएंगे भी और सर्कल स्तर पर मीटरिंग निगरानी केंद्र, स्मार्ट मीटर के संचालन और उनकी मेंटेनेंस का काम भी करेंगे को हायर करने का टेंडर नोटिस 28 दिसंबर को जारी कर दिया है। यह टेंडर 19 जनवरी को विद्युत सदन सेक्टर-14 में ओपन किया जाएगा।
जिसके रेट सबसे कम होंगे ऐसे सफल बिड भरने वाले को वर्क अलाट कर दिया जाएगा। वर्क अलाट होने के 10 साल के भीतर अंबाला जिले के सभी करीब 3 लाख 50 हजार बिजली उपभोक्ताओं के अलावा पंचकूला सर्कल में समस्त एरिया जिसमें बरवाला, मोरनी हिल, पिंजौर भी शामिल हैं में भी मीटर लगाए जाएंगे। हालांकि वर्तमान में पंचकूला शहर, करनाल शहर और पानीपत शहर में स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं या इनमें थोड़ा बहुत काम बचा है।
पानीपत में कुछ एरिया में अभी भी काम चल रहा है। अगले चरण में अब समस्त अंबाला और समस्त पंचकूला जिसमें ग्रामीण एरिया भी शामिल है और जो पहले चरण में रह गए हैं उनमें स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। राहत की बात यह भी है कि बिजली निगम उपभोक्ताओं को यह स्मार्ट मीटर एकदम निशुल्क उपलब्ध करवाएगा।
बता दें कि सबसे पहले मैकेनिकल मीटर जिन्हें काले मीटर कहा जाता था लगाए गए थे फिर इलेक्ट्रानिक्स मीटर बदले गए और उसके बाद बिजली निगम ने डिजिटल मीटर लगाए थे। इसी कड़ी में अब स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे।
क्या मिलेगा उपभोक्ताओं को फायदा- स्मार्ट मीटर मोबाइल फोन के जरिए आपरेट होंगे
मोबाइल के जरिए ही उपभोक्ता मीटर की मानिटरिंग कर सकेंगे। ये मीटर देखने में सामान्य होंगे लेकर यदि कोई उपभोक्ता चाहेगा तो प्री-पेड भी इसे करवा सकेगा यानी जितने रुपये का रिचार्ज करवाएंगे उतनी ही बिजली मिलेगी। रिचार्ज खत्म होते ही बिजली सप्लाई बंद हो जाएंगी।
यदि उपभोक्ता प्री-पेड प्लान का लाभ नहीं लेना चाहता तो सामान्य मीटर की तरह बिजली बिल उपभोक्ता के मोबाइल नंबर पर आता रहेगा और उसे उपभोक्ता वर्तमान की तरह भरकर बिजली आपूर्ति ले सकेंगे। हर मीटर का कंट्रोल बिजली निगमों के पास रहेगा और मीटरों के साथ किसी भी तरह से छेड़छाड़ नहीं की जा सकेगी। इसके अलावा ये मीटर लगने के बाद उपभोक्ताओं की मीटर खराब होने या अधिक स्पीड से चलने जैसी शिकायतें भी न के बराबर रह जाएंगी।
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