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Haryana Roadways Strike: हड़ताल खत्म... मृतक चालक के छोटे बेटे को मिलेगी नौकरी, परिवार को 15 लाख का मुआवजा

छावनी बस अड्डे पर दीवाली की रात रोडवेज चालक की हत्या के विरोध में चल रही रोडवेज की हड़ताल बुधवार रात खत्म हो गई। समझौते के अनुसार सोनीपत के पटेल नगर निवासी मृतक राजबीर सिंह के छोटे बेटे मंजीत को तृतीय श्रेणी की नौकरी दी जाएगी। पीड़ित परिवार को 15 लाख रुपये मुआवजा भी दिया जाएगा। इसको लेकर परिवहन मंत्री पंडित मूलचंद शर्मा के साथ आज बैठक भी हुई।

By Edited By: Shoyeb AhmedUpdated: Wed, 15 Nov 2023 11:11 PM (IST)
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रोडवेज चालक की हत्या के विरोध में चल रही हड़ताल बुधवार रात खत्म हो गई (फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। Haryana Roadways Strike Over: अंबाला में चालक की हत्या के बाद बुधवार रात 12 बजे से हड़ताल पर गए रोडवेज कर्मचारियों को मनाने में सरकार आखिर सफल रही। परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा के साथ रोडवेज कर्मचारी नेताओं की शाम को करीब ढाई घंटे चली बैठक के तीन दौर के बाद मृतक के छोटे बेटे को तृतीय श्रेणी की सरकारी नौकरी और पीड़ित परिवार को 15 लाख रुपये देने की सहमति बन गई।

मुख्य मांगें पूरी होने के बाद रोडवेज कर्मचारियों ने हड़ताल खत्म कर दी और रात आठ बजे बसों का संचालन शुरू हो गया।

मृतक को किया जाएगा सम्मानित

मृतक को 26 जनवरी के दिन मरणोपरांत सम्मानित किया जाएगा। परिवहन मंत्री पंडित मूलचंद शर्मा और परिवहन विभाग के प्रधान सचिव नवदीप सिंह विर्क के साथ रोडवेज कर्मचारियों की बैठक में कई बार माहौल गर्म रहा। कर्मचारियों की नाराजगी इस बात को लेकर थी कि अंबाला में रोडवेज कर्मचारी की हत्या के बाद न तो उपायुक्त और न पुलिस अधीक्षक ने कोई संजीदगी दिखाई। इसके अलावा बैठक में मृतक के आश्रित को सरकारी नौकरी पर भी पेंच फंसा रहा।

एक्सग्रेसिया पॉलिसी के तहत अधिकारी नहीं दे रहे थे नौकरी

एक्सग्रेसिया पॉलिसी के मुताबिक 52 साल की उम्र तक के कर्मचारी की मौत पर किसी एक आश्रित को सरकारी नौकरी का प्रविधान है, जबकि मृतक राजवीर की उम्र 54 साल आठ महीने थी। इस कारण पहले तो अधिकारियों ने मृतक के पुत्र को एक्सग्रेसिया पॉलिसी के तहत नौकरी देने से हाथ खड़े कर दिए।

लेकिन जब कर्मचारी नेताओं ने तीखे तेवर दिखाए तो पालिसी में छूट देकर मृतक के बेटे को तृतीय श्रेणी की नौकरी देने पर सहमति बन गई।हालांकि पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता मांग रहे रोडवेज कर्मचारी नेता आखिर 15 लाख पर ही सहमत हो गए।

कल सुबह मृतक का होगा अंतिम संस्कार

रोडवेज कर्मचारियों की 20 घंटे की हड़ताल अवधि को ड्यूटी पीरियड में शामिल माना जाएगा। इसके बाद रोडवेज कर्मचारी साझा मोर्चा ने हड़ताल खत्म कर दी। मृतक का पार्थिव शरीर उसके पैतृक गांव पहुंचाया जाएगा, जहां कल सुबह उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

20 यूनियनों के प्रधान व महासचिव शामिल हुए बैठक में

20 यूनियनों के प्रधान व महासचिवों ने रखा पक्षपरिवहन मंत्री के साथ बैठक में हरियाणा रोडवेज कर्मचारी साझा मोर्चा सहित 20 यूनियनों के प्रधान व महासचिव शामिल हुए।

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ये लोग रहे मौजूद

इनमें विनोद शर्मा, सुखविंद्र सिंह, जयभगवान कादियान, दिनेश हुड्डा, रमेश श्योकंद, अमित महराणा, आजाद गिल और जगदीश लाठर मुख्य रूप से शामिल थे। दिन में यात्री रहे हलकान, रात को मिली राहतरोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल के कारण पूरे प्रदेश में यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

भैया दूज के कारण बस अड्डों पर काफी भीड़ जमा थी, लेकिन रोडवेज बसों का संचालन नहीं होने से अधिकतर लोगों ने मजबूरी में निजी वाहनों का सहारा लिया।

यात्री रोडवेज बसों का घंटों इंतजार करते रहे

खासकर लंबे रूटों के यात्री रोडवेज बसों का घंटों इंतजार करते रहे। अंबाला, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, चरखी दादरी, करनाल, सोनीपत, सिरसा, हिसार और नारनौल में हड़ताल का सर्वाधिक असर दिखा।पीड़ित परिवार के साथ खड़ी सरकारबैठक के बाद परिवहन मंत्री पंडित मूलचंद शर्मा ने कहा कि अंबाला डिपो के चालक राजवीर पर ड्यूटी के दौरान जानलेवा हमला होने के कारण हुई मौत बहुत ही दुखद है।

इस दुख की घड़ी में सरकार उनके परिवार के साथ खड़ी है। मृतक के छोटे बेटे मंजीत को उसकी योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरी दी जाएगी। वे परिवहन मंत्री होने के नाते उनके परिवार को वित्तीय सहायता भी प्रदान करेंगे। भविष्य में इस तरह के किसी भी हादसे को रोकने के लिए नीति बनाने पर विचार किया जाएगा।

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