प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में मनाया शिव जयंती महोत्सव
महाशिवरात्रि पर्व के उपलक्ष्य में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय बराड़ा में 86 वां शिव जयंती महोत्सव का आयोजन पूर्ण श्रद्धा एवं धूमधाम से किया गया।
संवाद सहयोगी, बराड़ा : महाशिवरात्रि पर्व के उपलक्ष्य में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय बराड़ा में 86 वां शिव जयंती महोत्सव का आयोजन पूर्ण श्रद्धा एवं धूमधाम से किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ भजन कीर्तन भक्ति से ओतप्रोत गीतों द्वारा किया गया। सेवा केंद्र प्रभारी ब्रह्मा कुमारी सविता बहन ने महाशिवरात्रि पर्व की सभी को बधाइयां दी और महाशिवरात्रि का आध्यात्मिक रहस्य बताते हुए कहा कि परमात्मा का अवतरण पाप और भ्रष्टाचार के नाश के लिए होता है। अभी संसार में पाप, अशांति बढ़ती जा रही है ऐसे समय पर भगवान अपने वायदे के अनुसार इस संसार में अवतरित हो चुके हैं। कार्यक्रम में कुमारी जिया, तान्या, यक्षा छोटी बच्चियों ने अपने नृत्य द्वारा सबका मन मोह लिया। कार्यक्रम में बहन नीलम और मुस्कान ने परमात्मा की महिमा बताई व परमात्मा शिव का ध्वज लहराया। इस अवसर पर कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बलजिदर कुमार महासचिव जिला युवा विकास संगठन उपस्थित रहे। इस मौके पर शेमराक स्कूल के चेयरमैन इंदरजीत सिंह, देवेंद्र राय, राहुल छाबड़ा, रमन सैनी, कुसुम चौहान अध्यक्ष भाजपा महिला मोर्चा बराड़ा, रमेश कुमारी, मीना, जसवंत राणा सहित अनेक धर्म प्रेमी एवं श्रद्धालु उपस्थित रहे।
महर्षि दयानंद जन्मोत्सव पखवाड़ा संपन्न
अंबाला (वि) : आर्य प्रादेशिक प्रतिनिधि उपसभा व आर्य युवा समाज हरियाणा के संयुक्त तत्वावधान में स्वामी दयानंद सरस्वती पखवाड़ा 12 से 26 फरवरी तक मनाया गया। सोहन लाल डीएवी गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल में यह पखवाड़ा भव्य रूप से मनाया गया, जिसके अंतर्गत हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। आर्य प्रादेशिक प्रतिनिधि उपसभा के मंत्री सत्य पाल आर्य ने स्वामी दयानंद जी के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला। डीएवी सीएमसी नई दिल्ली के वाइस प्रेसिडेंट जस्टिस प्रीतम पाल ने सभी को स्वामी दयानंद द्वारा प्रदत शिक्षाओं को आत्मसात करने की प्रेरणा दी। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने वैदिक भजन व सोच बदलो शीर्षक वाली नुक्कड़ नाटिका द्वारा सभी का मन मोह लिया। अध्यापिकाओं ने भी वैदिक भजन प्रस्तुत किया। स्कूल प्रबंधक डा. विवेक कोहली ने आर्य समाज के नियमों की व्याख्या करते हुए सभी को वैदिक हवन का महत्व बताया। प्रधानाचार्य नीरू अरोड़ा ने अतिथियों का स्वागत किया।