इससे पहले भी राज्य में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि यह काम आज भी धड़ल्ले से चल रहा है। इस पर सरकार को जवाब देना चाहिए।
सरकारी ठेकों पर बिक्री है जारी: बलराम कुंडू
वहीं निर्दलीय विधायक बलराम कुंडू ने शराब कांड पर सवाल करते हुए कहा कि इस मामले में शराब माफिया शामिल है। सरकारी ठेकों पर नकली शराब की बिक्री जारी है और हाल ही में हुए शराब कांड में 22 लोगों की मौत हुई थी।वहीं, फरीदाबाद के एनआईटी विधानसभा के व विधायक नीरज शर्मा ने कहा कि जहरीली शराब से हुई मौतों के मामले में कहना चाहता हूं। सरकार बताए कि पिछले 5 सालों में जहरीली शराब से कितने लोगो की मौत हुई और सरकार ने आरोपियों पर क्या कार्रवाई की क्या?
अनिल विज ने मस्ती भरे लहजे में दिया जवाब
जहरीली शराब के मामले में गृहमंत्री अनिल विज (Anil Vij) ने जवाब देते हुए मस्ती के अंदाज में कहा कि हमसे क्यों शराब के पव्वे पढ़वा रहे हो। अनिल विज ने कहा कि जहरीली शराब पीने से 20 लोगों की मौत हुई है। पुलिस ने 52 एफआईआर दर्ज हुई हैं और 36 लोगों की गिरफ्तारी की गई है।पुलिस को अंबाला में एक फैक्ट्री का पता चला जहां नकली शराब बनाई जा रही थी। इस मामले सभी आरोपी जेल में हैं और इस पर सरकार ने 8 पीड़ित परिवारों को 32 लाख रुपए की मदद भी प्रदान की है।
मुख्य आरोपी का का संबध कांग्रेस से- विज
विज ने ये भी बताया कि यमुनानगर शराब मामले में हर कनैक्टेड व्यक्ति को गिरफ्तार किया जा रहा है, जिसमें मुख्य ठेकेदार, सबलेट ठेकेदार, बोतल सप्लायर, स्टीकल सप्लायर इत्यादि। यह पहली बार है जबकि इतनी बडी संख्या में किसी शराब मामले में गिरफ्तारियां की गई है। उन्होंने बताया कि धनौरा में गन्नों के खेत में शराब की फैक्टरी लगाई गई थी। उन्होंने बताया कि इस मामले में मुख्य आरोपी मांगे राम कांग्रेस पार्टी से संबंध रखता है जबकि गौरव गुप्ता आरोपी के पिता राजकुमार ने साल 2014 में इनेलो की टिकट से सढौरा में चुनाव लडा था। वह विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की पार्टी का यानी कांग्रेस का नेता है।
अभय चौटाला ने जतया ऐतराज
इस पर कांग्रेस विधायकों के साथ ही इनेलो विधायक अभय चौटाला ने इस पर हंगामा करते हुए ऐतराज जताया। अभय चौटाला ने सवाल उठाया कि लाकडाउन के दौरान शराब घोटाला हुआ, लेकिन अभी तक उसकी रिपोर्ट नहीं आई।विजिलेंस के एक आईपीएस अधिकारी की कमेटी से जांच करवाई गई, लेकिन उसकी रिपोर्ट आज तक सार्वजनिक नहीं की गई। उन्होंने कैग की रिपोर्ट का हवाला देते हुए सवाल उठाया कि डिस्टलरियों में सीसीटीवी नहीं लगाए गए।
पकड़ी गई शराब गन्ने के खेत में बनाई गई थी
ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री अनिल विज ने बताया कि अंबाला में जो अवैध शराब की फैक्ट्री पकड़ी गई है, वह गन्ने के खेत में बनाई गई थी।विज ने बताया कि जहरीली शराब से यमुनानगर और अंबाला में 20 लोगों की मौत होने के बाद प्रदेशभर में सात नवंबर से लेकर अब तक 2875 सैंपल भरे गए हैं और 12 जून से 5068 सैंपल भरे गए।
ठेकों की जा रही जांच
30 नवंबर तक आठ लाख तीन हजार 215 बोतलें अंग्रेजी, देशी व बीयर की बरामद की गई हैं। गृह मंत्री अनिल विज ने बताया कि प्रदेश में अवैध शराब की बिक्री को रोकने के लिए आबकारी एवं कराधान विभाग की ओर से नियमित रूप से ठेकों की जांच की जा रही है।अवैध शराब बिक्री मिलने पर तुरंत शराब लाइसेंधारियों का कोटा रद्द किया जाता है, जिसके चलते अवैध शराब बिक्री पर अंकुश लगा है।
आठ सालों में 97 हजार मुकदमे दर्ज, एक लाख लोगों की गिरफ्तारी
अनिल विज ने बताया कि अवैध और नकली शराब के मामलों में वर्ष 2016 से लेकर 2023 तक 97 हजार 895 मुकदमे दर्ज कर एक लाख चार हजार 843 लोगों की गिरफ्तारी की गई है।यमुनानगर और अंबाला में जहरीली शराब से 20 लोगों की मौत होने के मामले के बाद पुलिस ने अवैध खुर्दों के खिलाफ विशेष जांच अभियान चलाया जिसमें 1466 मामले दर्ज कर 1462 की गिरफ्तारी की गई। जांच अभियान के तहत देशी बोतलें-43008, अंग्रेजी बोतलें-25419, बीयर बोतलें - 2057, लाहन-7895 लीटर व कच्ची शराब-939 बरामद की गई।
27 पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई
गोदामों में मिली 75250 पेटियां काम विज ने विभिन्न जिलो में गोदामों में कुल 75 हजार 250 पेटियों की कमी को विभाग की सामान्य प्रक्रिया करार दिया।अब तक एल-1 लाइसेंसधारियों के 18 उल्लंघन के मामले और एल-13 लाइसेंसधारियों के 17 आबकारी नियमो के उल्लंघन के मामलों का पता लगाया है, जिसमें क्रमानुसार 9,914 पेटियां और 59 हजार 435 पेटियां कम पाई गई। इन पर नियमानुसार जुर्माना लगाया जा रहा है। 14 मामलों में 27 पुलिस कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है।
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भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा की गई जांच
अनिल विज ने बताया कि मुख्य सचिव सरकार कार्यालय के आदेश के अनुपालन में हरियाणा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो लॉकडाउन के दौरान शराब की बड़ी अनधिकृत आवाजाही में कुछ आबकारी एंव कराधन विभाग अधिकारियों के साथ-साथ कुछ पुलिस अधिकारियों की मिलीभगत की जांच की जाएगी और सरकार को इसकी रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
जानें क्या है मामला?
हरियाणा के यमुनानगर और अंबाला में बीते दिनों जहरीली शराब से 22 लोगों की मौतों हो गई थी और इस कारण चारों ओर मातम पसर गया था। इस मामले में पुलिस को जेल में बंद गैंगस्टर मोनू राणा को इस कांड का मास्टरमाइंड बताया था।
इसका खुलासा पुलिस ने अंबाला से गिरफ्तार किए अंकित उर्फ मोगली को पुलिस रिमांड पर लिया था और उसने इसके पीछे गैंगस्टर मोनू राणा का नाम लिया था। मोगली ने पुलिस की पूछताछ में बताया था कि उसने गैंगस्टर मोनू राणा के ही कहने पर अंबाला के धनौरा स्थित फैक्ट्री से जहरीली शराब सप्लाई की गई थी।
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