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आरपीएफ ने दो ट्रेनों से रेस्क्यू किए नाबालिग, रेलवे चाइल्ड लाइन को सौंपे

कंट्रोल रूम से मिले संदेश के बाद रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने वीरवार को दो अलग-अलग ट्रेनों से 17 वर्षीय किशोरी और 12 वर्षीय लड़के को रेस्क्यू किया। दोनों को डीडीआर काटकर उन्हें रेलवे चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया।

By JagranEdited By: Updated: Fri, 15 Apr 2022 01:59 AM (IST)
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आरपीएफ ने दो ट्रेनों से रेस्क्यू किए नाबालिग, रेलवे चाइल्ड लाइन को सौंपे

जागरण संवाददाता, अंबाला : कंट्रोल रूम से मिले संदेश के बाद रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने वीरवार को दो अलग-अलग ट्रेनों से 17 वर्षीय किशोरी और 12 वर्षीय लड़के को रेस्क्यू किया। दोनों को डीडीआर काटकर उन्हें रेलवे चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया। रेलवे चाइल्ड लाइन की टीम ने दोनों से उनके स्वजनों के बारे में जानकारी जुटाई। अब इन्हें स्वजनों को सौंपने की तैयारी की जा रही है।

बिहार के गया निवासी किशोरी स्वजनों को बिना बताए घर से निकल गई थी। ट्रेन में सफर के दौरान उसे एक दंपती मिला। प्यार-दुलार से दंपती उसके घर से भागने की जानकारी ली और इसे रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 पर साझा किया। कंट्रोल से संदेश मिलने के बाद ट्रेन के प्लेटफार्म नंबर 2-3 पर पहुंचते ही आरपीएफ ने किशोरी को रेस्क्यू किया। रेलवे चाइल्डलाइन टीम की प्राथमिक पूछताछ में सामने आया कि किशोरी कालका में किसी लड़के से मिलने जा रही थी। वहीं लड़की के पिता संतोष कुमार ने बताया कि वह करियाना का काम करते हैं। नौंवीं में पढ़ने वाली बेटी दो दिन से लापता है। रेलवे चाइल्डलाइन के संपर्क करने के बाद उन्हें बेटी के अंबाला में होने की जानकारी मिली। ---------------------

सौतेली मां करती है मारपीट

दूसरे मामले में रेस्क्यू किए लड़के ने बताया कि वह दिल्ली के सरकारी स्कूल में कक्षा छह का छात्र है। पिता ने दूसरी शादी कर ली थी। सौतेली मां उसके साथ मारपीट करती है। इसलिए वह स्वजनों को जानकारी दिए बिना ही घर से भाग गया और एक ट्रेन में सवार हो गया। सफर कर रहे एक यात्री ने इसकी जानकारी पुलिस को दी और उसे छावनी स्टेशन पर रेस्क्यू किया। दोनों बच्चों को आगामी कार्रवाई तक ओपन शेल्टर होम भेज दिया गया है। स्वजनों के आने के बाद उन्हें चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के समक्ष पेश किया जाएगा।

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