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Haryana New DGP: IAS अफसरों की नाक में दम करने वाले शत्रुजीत कपूर अब सुधारेंगे अपना पुलिस महकमा

एंटी करप्शन ब्यूरो के महानिदेशक के पद पर रहते हुए भ्रष्ट आईएएस समेत विभिन्न विभागीय अधिकारियों की नाक में दम करने वाले नए पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर पर अब अपने विभाग में सुधार लाने की बड़ी जिम्मेदारी है। पुलिस महानिदेशक बनने से जहां राज्य की आईएएस लॉबी ने राहत की सांस ली है। आईपीएस व एचपीएस अधिकारियों के साथ ही थाना स्तर के अधिकारियों में उनका खौफ बन गया है।

By Jagran NewsEdited By: Nidhi VinodiyaUpdated: Wed, 16 Aug 2023 04:56 PM (IST)
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IAS अफसरों की नाक में दम करने वाले शत्रुजीत कपूर अब सुधारेंगे अपना पुलिस महकमा, मिली बड़ी जिम्मेदारी
चंडीगढ़,अनुराग अग्रवाल। एंटी करप्शन ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) के महानिदेशक के पद पर रहते हुए भ्रष्ट आईएएस व एचसीएस समेत विभिन्न विभागीय अधिकारियों (IAS and HCS Officers) की नाक में दम करने वाले नए पुलिस महानिदेशक (Haryana New DGP) शत्रुजीत कपूर (Shatrujeet Kapoor) पर अब अपने विभाग में सुधार लाने की बड़ी जिम्मेदारी है। कपूर के पुलिस महानिदेशक बनने से जहां राज्य की आईएएस लॉबी ने राहत की सांस ली है, वहीं आईपीएस व एचपीएस अधिकारियों के साथ ही थाना स्तर के अधिकारियों में उनका खौफ बन गया है।

शत्रुजीत कपूर के नाम की मुहर लगाई

एंटी करप्शन ब्यूरो के महानिदेशक पद पर रहते हुए कपूर ने करीब 200 भ्रष्ट अधिकारियों को रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। आधा दर्जन से अधिकारियों के केस हाई कोर्ट में चल रहे हैं, जिन्होंने स्वयं को निर्दोष बताते हुए अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को चुनौती दे रखी है। प्रदेश के विभिन्न जिलों के पांच दिन के दौरे से चंडीगढ़ लौटकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पुलिस महानिदेशक के पद के लिए शत्रुजीत कपूर के नाम मुहर लगा दी।

पुलिस महानिदेशक बनना था तय

केंद्रीय लोकसेवा आयोग के पैनल में कपूर का नाम तीसरे नंबर पर है, लेकिन पहले दिन से उनका पुलिस महानिदेशक बनना तय माना जा रहा था। हालांकि कपूर की नियुक्ति के आदेश बुधवार सबेरे जारी हुए। दोपहर को उन्होंने कार्यभार ग्रहण कर लिया और शाम को प्रेस कान्फ्रेंस कर पुलिस विभाग में सुधार के साथ ही अपराधियों को खुली चुनौती दे डाली। राज्य की कानून व्यवस्था में सुधार कपूर की प्राथमिकता में शामिल है। प्रदेश के निवर्तमान पुलिस महानिदेशक पीके अग्रवाल मंगलवार को सेवानिवृत्त हो गए थे।

एक दिन पहले मिली करनाल से विदाई

उन्हें एक दिन पहले ही पुलिस प्रशिक्षण केंद्र मधुबन (करनाल) में विदाई दे दी गई थी। अपनी सेवानिवृत्ति से पहले पीके अग्रवाल ने मंगलवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात की। शत्रुजीत कपूर भी उनके साथ सीएम हाउस पहुंचे और मुख्यमंत्री से मिले।

वहीं पर उन्हें नए पुलिस महानिदेशक के पद पर अपनी नियुक्ति की जानकारी मिली। शाम के समय कपूर, अग्रवाल और मोहम्मद अकील तीनों आईपीएस अधिकारी हरियाणा राजभवन में आयोजित एट होम कार्यक्रम में पहुंचे, जबकि डीजीपी के पद की दौड़ में शामिल डाॅ. आरसी मिश्रा ने राजभवन जाने से परहेज किया।

डाॅ. आरसी मिश्रा ने कर रखी थी लाॅबिंग

पुलिस महानिदेशक के पद के लिए केंद्रीय लोकसेवा आयोग की ओर से आए पैनल में पुलिस महानिदेशक (जेल) मोहम्मद अकील, हरियाणा पुलिस कल्याण बोर्ड के प्रबंध निदेशक डाॅ. आरसी मिश्रा और एंटी करप्शन ब्यूरो के महानिदेशक शत्रुजीत कपूर के नाम शामिल थे। मोहम्मद अकील और डाॅ. आरसी मिश्रा दोनों उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं, जबकि शत्रुजीत कपूर हरियाणा के जींद जिले के रहने वाले हैं। मोहम्मद अकील शुरू से ही डीजीपी के पद की दौड़ से बाहर थे, लेकिन डाॅ. आरसी मिश्रा ने जबरदस्त लाबिंग कर रखी थी।

पीके अग्रवाल नहीं बन पाए थे डीजीपी

पीके अग्रवाल जब पुलिस महानिदेशक बने थे, तब भी उनका नाम पैनल में शामिल था, लेकिन वह डीजीपी नहीं बन पाए थे। इस बार भी उन्हें बिना डीजीपी बने ही रिटायर होना पड़ेगा। उन्होंने भाजपा व संघ के दिल्ली दरबार में जबरदस्त लाबिंग की, लेकिन शत्रुजीत कपूर के रूप में मुख्यमंत्री मनोहर लाल की पसंद को ही महत्व मिला है। वरिष्ठता में शत्रुजीत कपूर दोनों अधिकारियों आरसी मिश्रा और मोहम्मद अकील से तीसरे स्थान पर हैं, लेकिन उन्हें सरकार के साथ तालमेल बनाते हुए निष्ठा, समर्पण और ईमानदारी का ईनाम मिला है।

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