घर का आंगन महक रहा फूल पौधों से, ठंडक और ऑक्सीजन भी भरपूर
जागरण संवाददाता अंबाला घर आंगन को इस तरह पौधों से सजाया है कि सुकून मिलता है। यह पेड
जागरण संवाददाता, अंबाला : घर आंगन को इस तरह पौधों से सजाया है कि सुकून मिलता है। यह पेड़ पौधे न सिर्फ ठंडक का अहसास करवाते हैं, बल्कि ऑक्सीजन लेवल को इस छोटे क्षेत्र में बरकरार रखने में मददगार है। जी हां, बतौर प्रिसिपल सेवानिवृत्त हुए प्रो. विनय मल्होत्रा रोजाना पेड़ पौधों के बीच करीब दो घंटे अवश्य बिताते हैं। इस लगाव ने ही घर को ऐसा रूप दे दिया है कि शुद्ध ऑक्सीजन तो मिल रही है, साथ ही घर की शोभा भी बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि शुरू से ही पेड़ पौधों से लगाव रहा है। यही कारण रहा कि घर के आंगन को इस तरह से सजाया कि पौधे और छोटे पेड़ भी लगा लिए। रोजाना सुबह उठकर इनके साथ ही समय बिताता हूं। उन्होंने बताया कि यह रूटीन पिछले कई सालों से बना हुआ है और तरह-तरह के सजावटी व अन्य पौधे घर के आंगन में लगा रखे हैं। आज के प्रदूषण भरे माहौल में यह काफी जरूरी भी है। उन्होंने बताया कि जैसे-जैसे आंगन में गमलों पौधों और छोटे पेड़ों की संख्या बढ़ती गई, काफी सुकून मिलता है। आज शुद्ध ऑक्सीजन के लिए भाग रहे हैं, लेकिन घर आंगन में कभी प्रदूषण महसूस ही नहीं होता। परिवार के सदस्यों को शुद्ध ऑक्सीजन मिल रही है, जबकि इस काम में परिवार के अन्य सदस्य भी साथ देते हैं। लॉन में ही बैठकर योग भी करते हैं और इन्हीं पेड़ पौधों के साथ सुबह व शाम का समय बीतता है। उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि वे भी अपने घर आंगन में पौधे लगाएं, ताकि उनके यहां पर भी शुद्ध ऑक्सीजन मिल सके।