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कांग्रेस की वर्किंग कमेटी में हरियाणा के तीन नेताओं को मिला प्रतिनिधित्व, सुरजेवाला पर हाईकमान ने जताया भरोसा

Congress Working Committee कांग्रेस की वर्किंग कमेटी में हरियाणा के तीन नेता शामिल हो गए हैं। रणदीप सिंह सुरजेवाला और कुमारी सैलजा अभी भी पार्टी में पावरफुल स्थिति में हैं। पार्टी ने सुरजेवाला को दो दिन पहले ही कर्नाटक के बाद मध्यप्रदेश के कांग्रेस प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी है जबकि कुमारी सैलजा के पास छत्तीसगढ़ का पहले से प्रभार है।

By Jagran NewsEdited By: Himani SharmaUpdated: Sun, 20 Aug 2023 06:50 PM (IST)
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रणदीप सुरजेवाला और कुमारी सैलजा कांग्रेस में अधिक पावरफुल, दीपेंद्र हुड्डा को भी प्रतिनिधित्व

चंडीगढ़, राज्य ब्यूरो। Congress Working Committee: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा घोषित कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) में हरियाणा से तीन नेताओं रणदीप सिंह सुरजेवाला, कुमारी सैलजा और दीपेंद्र सिंह हुड्डा को शामिल किया गया है।

रणदीप सिंह सुरजेवाला और कुमारी सैलजा अभी भी पार्टी में पावरफुल स्थिति में हैं। पार्टी ने सुरजेवाला को दो दिन पहले ही कर्नाटक के बाद मध्यप्रदेश के कांग्रेस प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी है, जबकि कुमारी सैलजा के पास छत्तीसगढ़ का पहले से प्रभार है।

19वें नंबर पर कुमारी सैलजा का नाम

कांग्रेस वर्किंग कमेटी की 39 सदस्यीय सूची में कुमारी सैलजा का नाम 19वें नंबर पर है और रणदीप सिंह सुरजेवाला का नाम 28वें नंबर पर है। कांग्रेस ने इसी सूची के साथ सीडब्ल्यू के 18 स्थायी आमंत्रित सदस्यों की भी सूची जारी की है, जिसमें राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम 10वें नंबर पर है। हरियाणा से किसी अन्य नेता को सीडब्ल्यूसी की सूची में प्रतिनिधित्व नहीं मिला है।

हाईकमान ने तीसरी बार जताया बड़ा भरोसा

कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला पर हाईकमान ने तीसरी बार बड़ा भरोसा जताया है। सुरजेवाला ने हाल ही में कैथल में एक कार्यक्रम में बयान दिया था कि भाजपा समर्थक और भाजपा को वोट देने वाले लोग राक्षस प्रवृत्ति के हैं। सुरजेवाला के इस बयान पर पूरे देश में कड़ी प्रतिक्रिया हुई थी। कई स्थानों पर उनके विरुद्ध मुकदमे भी दर्ज कराए गए हैं।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सुरजेवाला को दी थी नसीहत

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सुरजेवाला का नाम लिए बिना उन्हें नसीहत दी थी कि किसी भी जिम्मेदार पद पर बैठे व्यक्ति को कुछ भी बोलते समय सभ्य भाषा का इस्तेमाल करना चाहिए। राजनीतिक गलियारों में सुरजेवाला को लेकर हुए विवाद के बीच कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें दोहरी जिम्मेदारी है। सुरजेवाला कर्नाटक में कांग्रेस के प्रभारी महासचिव थे।

कांग्रेस की मजबूती के लिए काम कर रही सैलजा

वहां कांग्रेस को जिताने के बाद उन्हें राजस्थान से राज्यसभा सदस्य बनाया था। फिर उन्हें मध्य प्रदेश का प्रभार सौंपा गया। अब सीडब्ल्यूसी में सदस्य पद के रूप में शामिल किया गया है। यही स्थिति कुमारी सैलजा को लेकर है। सैलजा हरियाणा कांग्रेस की अध्यक्ष, पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व राज्यसभा सदस्य रह चुकी हैं। वह छत्तीसगढ़ में प्रभारी रहते हुए कांग्रेस की मजबूती के लिए काम कर रही हैं।

हुड्डा समर्थक इन दोनों नियुक्तियों का अपने ढंग से विश्लेषण कर रहे हैं। उनकी दलील है कि सीडब्ल्यूसी में हुड्डा के प्रतिनिधित्व के लिए दीपेंद्र को जगह दी गई है, जबकि छत्तीसगढ़, कर्नाटक, राजस्थान और मध्यप्रदेश में सुरजेवाला व सैलजा की सक्रियता से हाईकमान ने यह संदेश दिया है कि हरियाणा में पूरा राजनीतिक एकाधिकार पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का ही रहेगा।

क्या है कांग्रेस वर्किंग कमेटी की महत्ता

कांग्रेस के अंदर कांग्रेस वर्किंग कमिटी पार्टी की सर्वोच्च कार्यकारी संस्था है। यह कमेटी कांग्रेस के अपने संविधान के मुताबिक काम करती है। कांग्रेस वर्किंग कमेटी का गठन दिसंबर 1920 में कांग्रेस के नागपुर अधिवेशन में किया गया था, जिसकी अध्यक्षता सी विजयराघवाचार्य ने की थी।

यह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से बना है और महत्वपूर्ण नीति और संगठनात्मक मामलों पर निर्णय लेने के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी की गतिविधियों और अभियानों का मार्गदर्शन और निर्देशन करने के लिए जिम्मेदार है।

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