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Fraud in Haryana: बहादुरगढ़ में शातिरों ने किया फर्जीवाड़ा, दो पेट्रोल पंपों को लगाई 25 लाख की चपत

बहादुरगढ़ में ठगी के नए-नए तरीके सामने आ रहे है। अब दो शातिरों ने यहां के दो पेट्रोल पंपों को ही 25 लाख से ज्यादा की चपत लगा दी। बिल मांगने के लिए पंप कर्मी गए तब इस फर्जीवाड़े का पता लगा। पुलिस ने ठगी को लेकर केस दर्ज किया।

By Jagran NewsEdited By: Himani SharmaUpdated: Sat, 06 May 2023 11:43 AM (IST)
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बहादुरगढ़ में शातिरों ने किया फर्जीवाड़ा, दो पेट्रोल पंपों को लगाई 25 लाख की चपत

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़: क्षेत्र में ठगी के नए-नए तरीके सामने आ रहे है। अब दो शातिरों ने यहां के दो पेट्रोल पंपों को ही 25 लाख से ज्यादा की चपत लगा दी। कटरा एक्सप्रेस वे का टेंडर लेने का बहाना बनाकर शातिरो ने दोनों पेट्रोल पंप से उधार का डीजल लिया और फर्जी कागजात देकर फरार हो गए। जब बिल मांगने के लिए पंप कर्मी गए तब इस फर्जीवाड़े का पता लगा। इसके बाद पुलिस को शिकायत दी गई। पुलिस ने दोनों पंपों से ठगी को लेकर अलग-अलग केस दर्ज किया है।

फिलिंग स्‍टेशन के संचालक रोहित के पास आया था फोन

इनमें एक पेट्रोल पंप रोहद में श्री फिलिंग स्टेशन के नाम से है और दूसरा जाखौदा में विशाल फिलिंग स्टेशन के नाम से है। दोनों दिल्ली-रोहतक रोड पर हैं। श्री फिलिंग स्टेशन के संचालक रोहित के पास 24 अप्रैल को मनीष शर्मा नाम के शख्स का फोन आया। उसने कहा कि हम जसौरखेड़ में कटरा एक्सप्रेस-वे के लिए मिट्टी डालने का काम कर रहे हैं। यह काम आठ-नौ महीने चलेगा। उनकी कंपनी का नाम आर एस ट्रेडर्स एंड बिल्डर्स है। उन्हें अपनी गाड़ियों के लिए डीजल चाहिए।

रोहित ने उनसे पंप पर आकर बात करने के लिए कहा। उसी दिन दो लोग पंप पर आए। एक ने अपना नाम मनीष शर्मा और दूसरे ने सुपरवाइजर राजेश ठाकुर बताया। उन्होंने पंप मैनेजर से बात की। तब उनसे लैटर पेड, चेक की कापी और आधार कार्ड देने के लिए कहा तो दोनों ने सभी दस्तावेज अगले दिन देने के लिए कहा। उन्होंने पंप से 10 दिन के लिए डीजल उधार लेने की बात कही। फिर 25 अप्रैल की शाम को राजेश ठाकुर दस्तावेज लेकर आया और उसी दिन पिकअप गाड़ी में 2750 लीटर डीजल ले गया।

सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई थी घटना

फिर 27 अप्रैल को 2750 लीटर और 28 अप्रैल को 2200 लीटर डीजल ले गया। 30 अप्रैल की सुबह 2750 और एक मई को 2200 लीटर डीजल लिया गया। तीन मई को बिल देने के लिए फोन किया तो नंबर बंद मिला। बार-बार फोन करने पर भी जब मोबाइल बंद मिला औश्र चार मई को साइट पर जाकर देखा तो उस नाम की कोई कंपनी नहीं मिली। पंप संचालक ने बताया कि उनके यहां से कुल 11 लाख 39 हजार छह रुपये का डीजल लिया गया। इसकी सीसीटीवी फुटेज भी उनके पास है। पुलिस ने संबंधित गाड़ी नंबर के आधार पर जांच शुरू कर दी है।

केस नंबर दो

इसी गिरोह ने जाखौदा में स्थित विशाल फीलिंग स्टेशन पर भी ठगी की। 17 अप्रैल को दो लोग पंप पर आए। उन्होंने बताया कि निलौठी गांव के पास जो कटरा एक्सप्रेस वे बन रहा है, उस पर रोड़ी डालने का सब टेंडर उन्होंने लिया है। इस काम के लिए उन्हें गाड़ियों का डीजल चाहिए। सिक्योरिटी के तहत उन्होंने अपने आधार और पेन कार्ड की कापी, कंपनी का लैटर पैड और एक साइन किया हुआ खाली चेक दिया।

फिर उन्होंने 19 से 27 अप्रैल के बीच छह बार करके 15 हजार 250 लीडर तेल लिया। इसकी कीमत 13 लाख 74 हजार 965 रुपये है। दो गाड़ियों में ये डीजल लेकर गए। शातिरों ने जो नंबर दिया, वह मनीष शर्मा आर एस ट्रेडर्स नाम से था। जब उन्हें बिल दिया और पेमेंट करने के लिए गया तो उन्होंने अपना मोबाइल बंद कर लिया। पंप संचालिका सुमन दहिया ने बताया कि बाद में पता लगा कि जो दस्तावेज पंप पर दिए गए थे और गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन नंबर थे, वे सभी फर्जी थे।

एक बार पहले भी हो चुकी है वारदात

इस तरह से पेट्रोल पंप पर ठगी करने की वारदात पहले भी हो चुकी है। शहर के गौरेया पेट्रोल पंप से इसी तरह डीजल लेने के नाम पर एक शातिर ने यहां के मैनेजर से 10 हजार रुपये ठग लिए थे। उस मामले में भी आज तक कोई खुलासा नहीं हो पाया। अब ताजा मामले में पुलिस छानबीन में लगी है, लेकिन शातिरों के बारे में कोई सुराग नहीं है।

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