Haryana News: विनेश फोगाट के वजन में गड़बड़ी को लेकर जताया संदेह, किसान संगठन ने रजत पदक देने की उठाई मांग
भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) के 100 ग्राम वजन को लेकर पेरिस ओलंपिक 2024 (Paris Olympics 2024) से डिसक्वालीफाई होने के बाद से ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन ने वजन को लेकर गड़बड़ी का संदेह जताया है। साथ ही विनेश फोगाट को रजत पदक देने की मांग उठाई है। किसान संगठन ने इस मामले को लेकर जांच की भी मांग की है।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़। भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) को 7 अगस्त को पेरिस ओलंपिक 2024 (Paris Olympics 2024) में 100 ग्राम वजन बढ़ने को लेकर डिसक्वालीफाई कर दिया गया था। हालांकि, इस पेरिस ओलंपिक के इस फैसले के बाद से 8 अगस्त को विनेश ने संन्यास का एलान कर दिया है।
विनेश को डिसक्वालीफाई करने वाले पेरिस ओलंपिक के फैसले को लेकर अब देश में तरह-तरह की बाते चल रही हैं। वहीं, अब किसानों ने उनके साथ खड़े होने की बात कही है।
वजह बढ़ने को लेकर जताया संदेह
ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अनूप सिंह मातनहेल तथा सचिव जयकरण मांडौठी ने कहा कि पूरे देश के किसान बेटी विनेश फोगाट के साथ खड़े हैं। विनेश पूरे देश का गौरव हैं।उन्होंने देश का नाम पूरी दुनिया में रोशन किया है, परंतु अनेक भेदभाव, बाधाओं से निकल कर स्वर्ण पदक के लिए फाइनल कुश्ती लड़ने तक चली गई। उनके साथ वजन को लेकर हमें संदेह है कि कुछ गलत हुआ है।
भारत सरकार उनका पक्ष मजबूती से रखे, क्योंकि वे सेमीफाइनल की कुश्ती तक फिट थी। उनका वजन 50 किलो से कम था।
रजत पदक देने की उठी मांग
हम हर पहलू की हम जांच की मांग करते हैं और विनेश को रजत पदक तो जरूर दिया जाए। भारत सरकार का रवैया महिला खिलाड़ियों के प्रति बेहद दुर्भावना पूर्ण रहा है। खिलाड़ियों के यौन शोषण के खिलाफ वे बड़ी बहादुरी से लड़ी हैं।उस आंदोलन से खुन्नस खाए बैठी सरकार तथा उसके कुश्ती संघ के पदाधिकारी कभी नहीं चाहेंगे कि वे पूरी दुनिया में देश का नाम रोशन करें। देश के जागरूक नागरिकों को उन्हें न्याय दिलाने के लिए सरकार पर जन आंदोलन के द्वारा जोरदार दबाव डालना चाहिए।
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