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Haryana News: चरखी दादरी में गोमांस विवाद में युवक की हत्या, पुलिस ने झुग्गी-झोपड़ियों की बढ़ाई सुरक्षा

चरखी दादरी के बाढड़ा कस्बे में गोमांस पकाने के शक में हुए विवाद के बाद एक युवक की हत्या और दूसरे के घायल होने के बाद पुलिस ने झुग्गी-झोपड़ियों में रह रहे परिवारों की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। पुलिस ने झुग्गियों में जिला पुलिस के जवानों को तैनात किया है और डीएसपी व थाना प्रभारी की अगुवाई में पुलिस व सीआईए टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं।

By Sachin Kumar Edited By: Prince Sharma Updated: Thu, 29 Aug 2024 08:17 PM (IST)
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हरियाणा के चरखी दादरी में गोमांस विवाद में युवक की हत्या
संवाद सहयोगी, बाढड़ा। बाढड़ा कस्बे व हंसावास खुर्द में बनी झुग्गियों में कथित तौर पर गोमांस पकाने को लेकर हुए विवाद के बाद एक युवक की हत्या और दूसरे के घायल हाेने पर पुलिस ने झुग्गी-झोपड़ियों में रह रहे परिवारों की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। यहां पर जिला पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है।

डीएसपी व थाना प्रभारी की अगुवाई में पुलिस व सीआइए टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं। बताया जा रहा है कि खुद को गोरक्षक बताने वाले अधिकांश युवा भूमिगत हो गए हैं, जिन्हें खोजने में पुलिस जुटी हुई है।

बता दें कि कस्बे के सतनाली रोड पर स्थित झुग्गियों में लंबे समय से पश्चिम बंगाल व असम के परिवार रहते हैं और इनमें से अधिकांश कचरा बीनने का काम करते हैं।

मंगलवार को यहां हुए विवाद के बाद एक युवक की हत्या होने और एक युवक के गंभीर रूप से घायल होने पर पुलिस ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए झुग्गियों की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करते हुए तीन वाहनों की तैनाती कर कमांडो व जिला पुलिस को तैनात कर दिया है।

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खुफिया विभाग समय-समय पर करता है चेकिंग

यहां यह भी उल्लेखनीय है कि दादरी और बाढड़ा में असम और पश्चिम बंगाल के दर्जनों परिवार झुग्गी-झोपड़ियों में रहते हैं। इनमें असम के अधिक और पश्चिम बंगाल के कम परिवार शामिल हैं।

एक अनुमान के अनुसार दादरी में करीब पांच दर्जन परिवार इन झुग्गी-झोपड़ियों में रहते हैं। इनमें से अधिकांश लोग कचरा बीनने, कबाड़ इकट्ठा करने का काम करते हैं। गुप्तचर विभाग द्वारा समय-समय पर इन झुग्गियों में रहने वाले लोगों के आधार कार्ड सहित अन्य दस्तावेजों की जांच की जाती है।

परिवार सहित रहता था साबिर मलिक

पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले के गांव बासंती निवासी साबिर मलिक महज 15 वर्ष की उम्र में पश्चिम बंगाल से आया था। काफी समय रहने के बाद वह कुछ समय पहले वापिस अपने गांव चला गया था। वर्ष 2021 में वह दोबारा बाढड़ा में आकर कचरा बीनने का काम करने लगा।

फिलहाल यहां पर साबिर, उसकी पत्नी, बेटी, ससुर, साला इत्यादि यहीं पर रहते थे। बुधवार को पोस्टमार्टम करवाने के बाद स्वजन साबिर का शव लेकर अपने पैतृक गांव के लिए रवाना हो गए थे।

वहीं यहां पर उनके परिवार से एक महिला व तीन लोग रह गए हैं जो झोपड़ियों के पास एकत्रित कबाड़ को बेचकर यहां से रवाना होने का विचार कर रहे हैं। पुलिस ने उनकी सुरक्षा के लिए जवानों की तैनाती की हुई है।

गंभीरता से जुटी है पुलिस

कस्बे में मंगलवार को कथित गोमांस प्रकरण के बाद पुलिस ने पहले तो कथित गोमांस लाने व इसका प्रयोग करने के मामले में जांच शुरू करने की तैयारी की थी।

लेकिन उसी दौरान एक युवक की हत्या ने पूरे मामले की दिशा बदल दी। पुलिस द्वारा हत्याकांड में शामिल आरोपितों की गिरफ्तारी पर फोकस करने के साथ ही मांस की जांच को लेकर भी कवायदें की जा रही हैं।

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