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भ्रष्टाचार के केस को लेकर मानसिक रूप से परेशान जेई ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में एसडीओ सहित 7 लोगों को ठहराया जिम्मेदार

भिवानी में एक जेई ने भ्रष्टाचार के केस को लेकर मानसिक रूप से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। जेई ने सुसाइड नोट में एसडीओ सहित सात लोगों को मौत का जिम्मेदार ठहराया है। पुलिस ने सातों नामजद के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजन को सौंप दिया। इस संबंध में जांच की जा रही है।

By Navneet Navneet Edited By: Nitish Kumar Kushwaha Updated: Fri, 20 Sep 2024 04:43 PM (IST)
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भ्रष्टाचार के केस को लेकर मानसिक रूप से परेशान जेई ने लगाया फंदा।
जागरण संवाददाता, भिवानी। भ्रष्टाचार के केस को लेकर मानसिक रूप से परेशान जेई ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजन और पुलिस को जेई के पास से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसने उसने एसडीओ सहित सात लोगों को आत्महत्या करने के लिए जिम्मेदार ठहराया है। पुलिस ने इस संबंध में सात नामजद के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस को दी शिकायत में गांव पहलादगढ़ निवासी अनिता ने बताया कि उसका पति सुमित कुमार बिजली निगम में जेई के पद पर कार्यरत थे। कुछ समय पर उसके पति को विकास सांगवान उर्फ हैप्पी, एसडीओ सुदीप कुमार, एएफएम नवरतन, एएलएम राकेश, अमित, पवन और सुमित शर्मा ने मिलकर एक साजिश के तहत बिना किसी कसुर के जेई सुमित कुमार को चरखी दादरी में भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज करवाया था।

इसके बाद जेई सुमित को कोर्ट से अग्रिम जमानत मिल गई थी। इसके बाद आरोपितों ने इस केस को लेकर मानसिक रूप से परेशान करना शुरू कर दिया। शिकायतकर्ता विकास सांगवान उर्फ हैप्पी ने इस केस के निपटान के लिए 40 लाख रुपये की डिमांड की।  इसकी वजह से सुमित मानसिक रूप से परेशान रहने लग गया।

शिकायत कर्ता अनिता ने बताया कि शुक्रवार सुबह उसके पति ने कोंट रोड स्थित डाग फार्म के नजदीक गांव नांगल निवासी शिशु कुमार पुत्र औमप्रकाश के प्लाट में जाकर फंदा लगा लिया, जिसके कारण उसकी मौत हो गई।

शिकायतकर्ता ने बताया कि जेई सुमित ने आत्महत्या करने से पहले सुसाइड नोट लिखा है, जिसमें इन सातों आरोपितों को अपनी मौत का दोषी ठहराया है। इन सभी से परेशान होकर उसने आत्महत्या की है। शुक्रवार दोपहर बाद शव का जिला नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया गया।

सीन आफ क्राइम की टीम भी मौके पर पहुंची

सूचना मिलने पर औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस से जांच अधिकारी उप निरीक्षक सुरेश कुमार मौके पर पहुंचे। उन्होंने मामले की जानकारी सीन आफ क्राइम की टीम को दी, जिसके टीम घटनास्थल पर आई। टीम ने मौके से जरूरी सबूत और सुसाइड नोट अपने कब्जे में लिया है। पुलिस ने शव को फंदे से उतरवाया और फिर स्वजन के बयान दर्ज करने के बाद जिला नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया है।

देर शाम घर से गया था जेई

जिला नागरिक अस्पताल पहुंचे जेई सुमित के स्वजन ने बताया कि वह वीरवार शाम को घर से गया था। मानसिक प्रताड़ना की वजह से उसने यह कदम उठाया है। स्वजन ने आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। जेई सुमित दो बच्चों का पिता था, जिसके एक बेटा और एक बेटी है। इस घटना की वजह से दो मासूम बच्चों के सिर से पिता का साया उठा गया।

इस संबंध में मृतक जेई सुमित कुमार की पत्नी अनिता के बयान पर विकास सांगवान उर्फ हैप्पी, एसडीओ सुदीप कुमार, एएफएम नवरतन, एएलएम राकेश, अमित, पवन और सुमित शर्मा के खिलाफ केस दर्ज किया है। पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजन को सौंप दिया। इस संबंध में जांच की जा रही है। जो भी जरूरी सबूत सामने आएंगे उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

- उप निरीक्षक सुरेश कुमार, जांच अधिकारी औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस।

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