Kanwar Pal Kalinga Death: नहीं रहे हरियाणवी लोक गायक कलिंगा, डेंगू ने ले ली जान; गमगीन आंखों से दी अंतिम विदाई
Kanwar Pal Kalinga Death हरियाणवी लोक गायक कंवरपाल कलिंगा दुनिया को अलविदा कह गए। स्वजनों ने बताया वह डेंगू से ग्रस्त थे। गमगीन माहौल में उनका पैतृक गांव कलिंगा राजू पाना में अंतिम संस्कार किया गया। उनके निधन से गांव में शोक माहौल है और उनके ही नहीं आसपास के गांवों से लोग शोक जताने गांव पहुंचे। उनके निधन से गांव में शोक का माहौल है।
भिवानी, जागरण संवाददाता: हरियाणवी लोक गायक कंवरपाल कलिंगा का डेंगू से निधन हो गया। महज तीन दिन पूर्व ही उन्हें तेज बुखार हुआ। स्वजनों के अनुसार उनकी प्लेटलेटस कम हुई और फिर खून की उल्टी हुई। सोमवार को अल सुबह पीजीआइ रोहतक में उनकी मौत हो गई। गमगीन माहौल में उनका पैतृक गांव कलिंगा राजू पाना में अंतिम संस्कार किया गया। उनके निधन से गांव में शोक का माहौल है और उनके ही नहीं आसपास के गांवों से लोग शोक जताने गांव पहुंचे।
रात्रि जागरण में बिखेरते थे जादू
कलिंगा राजू पाना वासी करीब 35 वर्षीय हरियाणवीं लोक गायत कंवरपाल रात्रि जागरण में अपनी आवाज का जादू बिखेरते थे। वह रागनी भी खूब सुनाता थे। स्वजनों के अनुसार तीन दिन पूर्व उसे अचानक बुखार हुआ। गांव में ही एक लैब पर टेस्ट करवाया तो डेंगू की पुष्टि हुई। आराम नहीं होने पर भिवानी के एक अस्पताल में दिखाया। जहां हालत ज्यादा खराब होने के बाद पीजीआइ रोहतक रेफर कर दिया गया। उसकी प्लेटलेटस लगातार कम हो रही थी।
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मुंह से हुई खून की उल्टियां
बाद में तो उसे मुंह से खून की उल्टी आई। वह थूक रहा था, तो भी खून आ रहा था। सोमवार अल सुबह करीब तीन बजे पीजीआइ में उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। गांव में गमगीन माहौल में उनका अंतिम संस्कार किया गया। मृतक के भाई प्रेमपाल ने बताया कि वह पांच भाइयों में सबसे छोटा था और उसके दो लड़के है। दो जगह हमने उसके टेस्ट करवाए थे, जिनमें डेंगू की पुष्टि हुई। तीन दिन पूर्व ही उसे बुखार हुआ और तीन दिन में ही हालत इतनी खराब हो गई।
प्राइवेट अस्पताल और लैब संचालक नहीं दे रहे पोजिटिव मरीजों की सूचना
सिविल सर्जन के आदेशों के बावजूद जिला में चल रही निजी अस्पताल और लैब डेंगू के प्रति गंभीर नहीं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी को निर्देश है कि डेंगू मरीज आता है तो इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दें। स्वास्थ्य विभाग की लैब में पुष्टि होने के बाद ही डेंगू मरीज की पुष्टि होगी। मगर इसके बावजूद इसके प्रति निजी अस्पताल और लैब संचालक गंभीर नहीं। अब हालात ये है कि निजी अस्पतालों में तो डेंगू मरीजों की भरमार है और स्वास्थ्य विभाग के रिकार्ड में अब तक 33 ही मरीज है।
कब-कब कितने मरीज आए सामने
वर्ष मरीज
2015 601
2016 17
2017 85
2018 50
2019 13
2020 49
2021 356
2022 123
2023 से 18 सितंबर तक 33
इस सीजन में कहां-कहां सामने आए मरीज
सीएचसी क्षेत्र मरीज
भिवानी 17
धनाना 01
तोशाम 01
लोहारू 00
कैरू 07
मानहेरू 06
जमालपुर 00
मिरान 00
ये है मुख्य लक्षण
डेंगू बुखार के लक्षण, जो आमतौर पर संक्रमण के चार से छह दिन बाद शुरू होते हैं और 10 दिनों तक रहते हैं।
- अचानक तेज बुखार (105 डिग्री)
- गंभीर सिरदर्द
- आंखों के पीछे दर्द
- गंभीर जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द
- थकान
- जी मिचलाना
- उल्टी आना
- दस्त लगना
- त्वचा पर लाल चकत्ते, जो बुखार आने के दो से पांच दिन बाद दिखाई देते हैं
- हल्का रक्तस्राव (जैसे नाक से खून बहना, मसूड़ों से खून आना)
ये रखें सावधानी
- मच्छरों से बचाव के लिए आसपास पानी जमा न होने दें
- बुखार होने पर चिकित्सक से संपर्क करें
- डेंगू बीमारी में पेय पदार्थों जैसे जूस, नारियल पानी, कीवी काफी कारगर
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