Kanwar Pal Kalinga Death: नहीं रहे हरियाणवी लोक गायक कलिंगा, डेंगू ने ले ली जान; गमगीन आंखों से दी अंतिम विदाई
Kanwar Pal Kalinga Death हरियाणवी लोक गायक कंवरपाल कलिंगा दुनिया को अलविदा कह गए। स्वजनों ने बताया वह डेंगू से ग्रस्त थे। गमगीन माहौल में उनका पैतृक गांव कलिंगा राजू पाना में अंतिम संस्कार किया गया। उनके निधन से गांव में शोक माहौल है और उनके ही नहीं आसपास के गांवों से लोग शोक जताने गांव पहुंचे। उनके निधन से गांव में शोक का माहौल है।
By Shiv KumarEdited By: Himani SharmaUpdated: Mon, 18 Sep 2023 08:26 PM (IST)
भिवानी, जागरण संवाददाता: हरियाणवी लोक गायक कंवरपाल कलिंगा का डेंगू से निधन हो गया। महज तीन दिन पूर्व ही उन्हें तेज बुखार हुआ। स्वजनों के अनुसार उनकी प्लेटलेटस कम हुई और फिर खून की उल्टी हुई। सोमवार को अल सुबह पीजीआइ रोहतक में उनकी मौत हो गई। गमगीन माहौल में उनका पैतृक गांव कलिंगा राजू पाना में अंतिम संस्कार किया गया। उनके निधन से गांव में शोक का माहौल है और उनके ही नहीं आसपास के गांवों से लोग शोक जताने गांव पहुंचे।
रात्रि जागरण में बिखेरते थे जादू
कलिंगा राजू पाना वासी करीब 35 वर्षीय हरियाणवीं लोक गायत कंवरपाल रात्रि जागरण में अपनी आवाज का जादू बिखेरते थे। वह रागनी भी खूब सुनाता थे। स्वजनों के अनुसार तीन दिन पूर्व उसे अचानक बुखार हुआ। गांव में ही एक लैब पर टेस्ट करवाया तो डेंगू की पुष्टि हुई। आराम नहीं होने पर भिवानी के एक अस्पताल में दिखाया। जहां हालत ज्यादा खराब होने के बाद पीजीआइ रोहतक रेफर कर दिया गया। उसकी प्लेटलेटस लगातार कम हो रही थी।
यह भी पढ़ें: Rain in Kaithal: बारिश ने बढ़ाई किसानों की चिंता, धान की फसलें हुई प्रभावित; मंडियों में भी गिरे दाम
मुंह से हुई खून की उल्टियां
बाद में तो उसे मुंह से खून की उल्टी आई। वह थूक रहा था, तो भी खून आ रहा था। सोमवार अल सुबह करीब तीन बजे पीजीआइ में उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। गांव में गमगीन माहौल में उनका अंतिम संस्कार किया गया। मृतक के भाई प्रेमपाल ने बताया कि वह पांच भाइयों में सबसे छोटा था और उसके दो लड़के है। दो जगह हमने उसके टेस्ट करवाए थे, जिनमें डेंगू की पुष्टि हुई। तीन दिन पूर्व ही उसे बुखार हुआ और तीन दिन में ही हालत इतनी खराब हो गई।
प्राइवेट अस्पताल और लैब संचालक नहीं दे रहे पोजिटिव मरीजों की सूचना
सिविल सर्जन के आदेशों के बावजूद जिला में चल रही निजी अस्पताल और लैब डेंगू के प्रति गंभीर नहीं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी को निर्देश है कि डेंगू मरीज आता है तो इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दें। स्वास्थ्य विभाग की लैब में पुष्टि होने के बाद ही डेंगू मरीज की पुष्टि होगी। मगर इसके बावजूद इसके प्रति निजी अस्पताल और लैब संचालक गंभीर नहीं। अब हालात ये है कि निजी अस्पतालों में तो डेंगू मरीजों की भरमार है और स्वास्थ्य विभाग के रिकार्ड में अब तक 33 ही मरीज है।कब-कब कितने मरीज आए सामने
वर्ष मरीज2015 6012016 172017 852018 502019 132020 49
2021 3562022 1232023 से 18 सितंबर तक 33
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।