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Bhiwani: MBBS में दाखिला करवाने के नाम पर ठगे करीब 15 लाख, पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर चार के खिलाफ किया केस दर्ज

Bhiwani एमबीबीएस में दाखिला करवाने के नाम एक 14 लाख 24 हजार रुपये धोखाधड़ी से ठगने का मामला सामने आया है। पीड़ित ने इसकी शिकायत औद्योगिक पुलिस थाना में दी है। पुलिस ने चार नामजद के खिलाफ कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। औद्योगिक पुलिस थाना को दी शिकायत में कीर्तिनगर निवासी सुरेश ने बताया कि उसके बेटे विनय ने नीट 2022 की परीक्षा दी थी

By Edited By: Monu Kumar JhaUpdated: Sat, 11 Nov 2023 04:20 PM (IST)
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MBBS में दाखिला करवाने के नाम पर ठगे करीब 15 लाख। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, भिवानी।(Haryana News) एमबीबीएस में दाखिला करवाने के नाम एक 14 लाख 24 हजार रुपये धोखाधड़ी से ठगने का मामला सामने आया है। पीड़ित ने इसकी शिकायत औद्योगिक पुलिस थाना में दी है। पुलिस ने चार नामजद के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। मामला करीब एक साल पुराना है।

औद्योगिक पुलिस थाना को दी शिकायत में गांव बामला द्वितीय हाल कीर्तिनगर निवासी सुरेश ने बताया कि उसके बेटे विनय ने नीट 2022 की परीक्षा दी थी, जिसमें उसका स्कोर 473 आया। सितंबर में उसके बेटे के पास जीनत नाम की लड़की का फोन आया। जिसने कहा कि वे सिम्सग्रुप कंसल्टेंसी नाम से फर्म चलाते हैं और विद्यार्थियों का विभिन्न कालेज में दाखिला करवाते है।

उसने कहा कि हमारे सीनियर संजीव वाजपेयी के पास 30 हजार रुपये ऑनलाइन पेमेंट कर दो, ताकि महावीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस भोपाल में सीट बुक करवा दी जाए। फिर उनके भांजे विनोद के पास भी जीनत और राजीव के फोन आते रहें और उन्हें जाल में फंसा लिया।

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आरोपितों ने 30 सितंबर 2022 को लखनऊ के गोमती नगर स्थित ऑफिस में कागजात के साथ बुलाया और वहां पर उन्हें जीतन व राजीव मिले, जिन्होंने अपनी बातों से भरोसा दिलाया।

सीट व काउंसलिंग की कराई ऑनलाइन पेमेंट

जीतन और राजीव के कहने पर उन्होंने संजीव वाजपेयी के पास 30 सितंबर 2022 को 30 हजार रुपये भेज दिए। इसके बाद काउंसलिंग में शामिल होने के लिए 11 हजार रुपये फीस मांगी, जोकि उन्होंने 13 अक्टूबर 2022 को भेज दी। आरोपितों ने कहा कि सीट कंफर्म हो गई है और अब दाखिला की फीस संस्था के नाम चेक पेमेंट करनी है।

फिर 18 अक्टूबर 2022 में आरोपित उनके घर पर आए और उन्होंने संजीव वाजपेयी के आधार कार्ड व पैन कार्ड की फोटो कापी दे की। उन्होंने आरोपित आकाश को तभी महावीर इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस भोपाल के नाम 13 लाख 83 हजार रुपये का चेक दे किया। जिसका भुगतान 19 अक्टूबर 2022 को उनके बैंक खाते से हो गया।

ब्लैक लिस्ट कॉलेज के नाम करवाई पेमेंट

इसके बाद जब दाखिला नहीं हुआ तो आरोपितों से संपर्क किया। वे सिर्फ आश्वासन ही देते रहे। सुरेश ने बताया कि उन्होंने महावीर इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस भोपाल में फोन किया तो उन्होंने बताया कि उनकी संस्था ब्लैक लिस्ट हो चुकी है और कोई दाखिला नहीं किया जाता है। इसके बाद आरोपितों से संपर्क किया तो उनके फोन बंद आए।

सुरेश ने बताया कि उसके साथ एडमिशन के नाम 14 लाख 24 हजार रुपये की धोखाधड़ी हुई है। पुलिस ने इस संबंध में आरोपित संजीव वाजपेयी, जीनत, राजीव और आकाश के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।

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