व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल आते ही न्यूड लड़की करने लगी बात, डरा कर शख्स से ऐंठ लिए लाखों रुपये, अब पुलिस का चला डंडा
साइबर अपराधियों ने एक व्यक्ति को न्यूड वीडियो कॉल रिकॉर्ड करके ब्लैकमेल किया और सात बार में 2.46 लाख रुपये ठग लिए। चरखी दादरी पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एक अन्य मामले में एक महिला को पेंसिल पैकिंग की नौकरी का झांसा देकर 26330 रुपये की ठगी की गई। पुलिस ने इस मामले में भी एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी। दादरी जिला पुलिस ने साइबर अपराध से जुड़े दो अलग-अलग मामलों में दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान फिरोजपुर झिरका के गांव अगोन निवासी मुकेश कुमार और राजस्थान के अलवर जिले के गांव कलसावाडा निवासी मुस्तकीम के रूप में हुई है।
पुलिस द्वारा आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। पहले मामले में गांव जेवली निवासी रमन ने साइबर क्राइम थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि उसके पिता के पास 22 जनवरी 2024 को वाट्सएप पर एक वीडियो कॉल आई। कॉल पर एक न्यूड लड़की बात कर रही थी।
कॉल रिकॉर्ड कर भेजा मोबाइल पर
23 जनवरी को उसके पिता के मोबाइल पर न्यूड वीडियो कॉल को रिकॉर्ड कर वाट्सएप पर भेजा और खुद को पुलिस अधिकारी बताकर गिरफ्तारी की धमकी दी। दूसरी तरफ से बोल रहे व्यक्ति ने कहा कि उन्हें उनके खिलाफ शिकायत मिली है और गिरफ्तारी से बचना है तो रुपये देने होंगे।रमन के अनुसार उसके पिता ने धमकी के डर से बताए गए मोबाइल नंबर पर गूगलपे के माध्यम से सात बार में दो लाख 46 हजार 300 रुपये भेज दिए। जिसके बाद रमन ने पुलिस को शिकायत दी।
दादरी साइबर क्राइम थाना पुलिस टीम ने इस मामले में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए 27 जनवरी को नूंह जिला निवासी पहले आरोपित मुस्तफा, 30 जनवरी को भरतपुर जिला निवासी दूसरा आरोपित तालिम, आठ अप्रैल को नूंह जिला निवासी तीसरे आरोपित जुनैद को गिरफ्तार किया था।
अब पुलिस टीम ने रविवार को फिरोजपुर थाना क्षेत्र के गांव अगोन निवासी चौथे आरोपित मुकेश कुमार को गिरफ्तार किया है।
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दूसरे मामले में शिकायतकर्ता प्रिया ने बताया था कि 28 मई को उसने इंस्टाग्राम पर पेंसिल पेकिंग का एक विज्ञापन देखा था। जिस पर उसने विज्ञापन में दिए गए नंबर पर मैसेज किया तो उन्होंने एक फोटो व पैन कार्ड की फोटो भेजने को कहा।
फोटो भेजने के बाद आरोपितों ने एक क्यूआर कोड भेजा और नौकरी के रजिस्ट्रेशन के लिए 520 रुपये फीस देने को कहा। उसने ये रुपये भेज दिए। उसके बाद आरोपित ने चार ट्रांजेक्शन के माध्यम से उससे 6399 रुपये डलवा लिए। अगले दिन आरोपित ने पेंसिल डिलिवरी करने वाले एक व्यक्ति का नंबर दिया। जब उसने उससे बात की तो उसने भी रुपये मांगे।
उसने नौ बार में 26330 रुपये उनके पास भेज दिए। जब आरोपित ने उससे और रुपये मांगे तो उसने मना कर दिया। जिसके बाद उसे फ्राड होने का पता चला और उसने पुलिस से रुपये बरामद कराने की मांग की। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नूंह जिला निवासी आरोपित मनीष को गिरफ्तार कर लिया था। उससे दो मोबाइल फोन बरामद किए गए।
इसी मामले में कार्रवाई करते हुए साइबर क्राइम पुलिस थाने में तैनात एएसआइ संजीत की टीम ने रविवार को दूसरे आरोपित को गिरफ्तार किया है। आरोपित की पहचान राजस्थान के अलवर जिले के गांव कलसावाडा निवासी मुस्तकीम के रूप में हुई है।
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